शुक्र कवचम् | Shukra Kavacham

शुक्र कवचम् | Shukra Kavacham एक शक्तिशाली मंत्र है जो माता शुक्र, प्रेम, सौंदर्य, विलासिता और समृद्धि की देवी, की दिव्य सुरक्षा का आह्वान करता है। यह प्राचीन मंत्र ग्रंथों में पाया जाता है और माना जाता है कि आचार्य शुक्र द्वारा रचित है।
शुक्र कवचम् | Shukra Kavacham
ध्यानम्
मृणालकुंदेंदुपयोजसुप्रभं
पीतांबरं प्रसृतमक्षमालिनम् ।
समस्तशास्त्रार्थविधिं महांतं
ध्यायेत्कविं वांछितमर्थसिद्धये ॥ 1 ॥
अथ शुक्रकवचम्
शिरो मे भार्गवः पातु भालं पातु ग्रहाधिपः ।
नेत्रे दैत्यगुरुः पातु श्रोत्रे मे चंदनद्युतिः ॥ 2 ॥
पातु मे नासिकां काव्यो वदनं दैत्यवंदितः ।
वचनं चोशनाः पातु कंठं श्रीकंठभक्तिमान् ॥ 3 ॥
भुजौ तेजोनिधिः पातु कुक्षिं पातु मनोव्रजः ।
नाभिं भृगुसुतः पातु मध्यं पातु महीप्रियः ॥ 4 ॥
कटिं मे पातु विश्वात्मा उरू मे सुरपूजितः ।
जानुं जाड्यहरः पातु जंघे ज्ञानवतां वरः ॥ 5 ॥
गुल्फौ गुणनिधिः पातु पातु पादौ वरांबरः ।
सर्वाण्यंगानि मे पातु स्वर्णमालापरिष्कृतः ॥ 6 ॥
फलश्रुतिः
य इदं कवचं दिव्यं पठति श्रद्धयान्वितः ।
न तस्य जायते पीडा भार्गवस्य प्रसादतः ॥ 7 ॥
॥ इति श्रीब्रह्मांडपुराणे शुक्रकवचं संपूर्णम् ॥
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शुक्र कवचम् के लाभ | Benefits of Shukra Kavacham
- आकर्षण और करिश्मा में वृद्धि।प्रेम संबंधों में मधुरता और स्थायित्व लाना।आत्मविश्वास और आकर्षण को बढ़ाना।आर्थिक संपन्नता और भौतिक सुखों की प्राप्ति।कलात्मक अभिव्यक्ति और रचनात्मकता को बढ़ावा देना।संचार कौशल को बेहतर बनाना।जीवन में सौंदर्य, आनंद और शांति का संचार करना।
सावधानी:
- शुक्र कवच का पाठ पूर्ण विश्वास और भक्ति के साथ करना चाहिए।किसी गुरु या आचार्य से दीक्षा लेकर पाठ करना सर्वोत्तम माना जाता है।लोभ, मोह और क्रोध से मुक्त होकर पाठ करना चाहिए।किसी को नुकसान पहुंचाने के इरादे से पाठ नहीं करना चाहिए।नियमित रूप से पाठ करने से ही पूर्ण लाभ प्राप्त होता है।
