बुध अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम् | Budh Ashtottara Shat Naam Stotram

“बुध अष्टोत्तरशत नाम स्तोत्रम” भगवान बुद्ध की पूजा और ध्यान के लिए एक श्रेष्ठ रूप है। इस स्तोत्रमें बुद्ध ग्रह के सौ विशेष नाम होते हैं, जिनका जाप भक्तों को उनकी कृपा और आशीर्वाद में सहायक होता है।
बुध अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम् | Budh Ashtottara Shat Naam Stotram
बुधो बुधार्चितः सौम्यः सौम्यचित्तः शुभप्रदः
दृढव्रतो दृढबलः श्रुतिजालप्रबोधकः ॥ 1 ॥
सत्यवासः सत्यवचाः श्रेयसांपतिरव्ययः
सोमजः सुखदः श्रीमान् सोमवंशप्रदीपकः ॥ 2 ॥
वेदविद्वेदतत्त्वज्ञो वेदांतज्ञानभास्वरः
विद्याविचक्षण विभुर् विद्वत्प्रीतिकरो बुधः ॥ 3 ॥
विश्वानुकूलसंचारी विशेषविनयान्वितः
विविधागमसारज्ञो वीर्यवान् विगतज्वरः ॥ 4 ॥
त्रिवर्गफलदोऽनंतः त्रिदशाधिपपूजितः
बुद्धिमान् बहुशास्त्रज्ञो बली बंधविमोचकः ॥ 5 ॥
वक्रातिवक्रगमनो वासवो वसुधाधिपः
प्रसादवदनो वंद्यो वरेण्यो वाग्विलक्षणः ॥ 6 ॥
सत्यवान् सत्यसंकल्पः सत्यबंधुः सदादरः
सर्वरोगप्रशमनः सर्वमृत्युनिवारकः ॥ 7 ॥
वाणिज्यनिपुणो वश्यो वातांगी वातरोगहृत्
स्थूलः स्थैर्यगुणाध्यक्षः स्थूलसूक्ष्मादिकारणः ॥ 8 ॥
अप्रकाशः प्रकाशात्मा घनो गगनभूषणः
विधिस्तुत्यो विशालाक्षो विद्वज्जनमनोहरः ॥ 9 ॥
चारुशीलः स्वप्रकाशः चपलश्च जितेंद्रियः
उदङ्मुखो मखासक्तो मगधाधिपतिर्हरः ॥ 10 ॥
सौम्यवत्सरसंजातः सोमप्रियकरः सुखी
सिंहाधिरूढः सर्वज्ञः शिखिवर्णः शिवंकरः ॥ 11 ॥
पीतांबरो पीतवपुः पीतच्छत्रध्वजांकितः
खड्गचर्मधरः कार्यकर्ता कलुषहारकः ॥ 12 ॥
आत्रेयगोत्रजोऽत्यंतविनयो विश्वपावनः
चांपेयपुष्पसंकाशः चारणः चारुभूषणः ॥ 13 ॥
वीतरागो वीतभयो विशुद्धकनकप्रभः
बंधुप्रियो बंधमुक्तो बाणमंडलसंश्रितः ॥ 14 ॥
अर्केशानप्रदेशस्थः तर्कशास्त्रविशारदः
प्रशांतः प्रीतिसंयुक्तः प्रियकृत् प्रियभाषणः ॥ 15 ॥
मेधावी माधवासक्तो मिथुनाधिपतिः सुधीः
कन्याराशिप्रियः कामप्रदो घनफलाश्रयः ॥ 16 ॥
बुधस्यैवं प्रकारेण नाम्नामष्टोत्तरं शतम् ॥
बुध अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम् सुनें | Listen Budh Ashtottara Shat Naam Stotram
बुध अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम् के लाभ | Benefits of Budh Ashtottara Shat Naam Stotram
- बुद्धि और विद्या में वृद्धि: बुद्ध ग्रह के नामों का जाप करने से उपयोगकर्ता की बुद्धि, विद्या, और ज्ञान में वृद्धि होती है।
- वाणी में कुशलता: इस स्तोत्रम का पाठ करने से उपयोगकर्ता की वाणी में सुधार होता है और वह आकलन, भाषा, और कला में कुशल बनता है।
- बुद्ध ग्रह की कृपा: बुद्ध ग्रह के नामों का जाप करने से उपयोगकर्ता को बुद्ध ग्रह की कृपा मिलती है, जिससे उन्हें वाणीक, वाणिज्यिक, और विद्यार्थी लाभ होता है।
सावधानियां:
- श्रद्धा और निष्ठा से पूजें: बुद्ध अष्टोत्तरशत नाम स्तोत्रम का जाप करने से पहले उपयोगकर्ता को श्रद्धा और निष्ठा से पूजन करना चाहिए।
- समय पर नियमित रूप से करें: स्तोत्रम का नियमित रूप से एक विशेष समय पर पठना चाहिए, जिससे योग्यता और पूजन का प्रभाव महसूस हो सके।
- पवित्रता बनाए रखें: इस स्तोत्रम के पठन में पवित्रता बनाए रखने के लिए उपयोगकर्ता को शुद्ध मानसिकता और पवित्र वातावरण बनाए रखना चाहिए।
