बुध अष्टोत्तर शत नामावलि | Budh Ashtottara Shata Namavali

“बुध अष्टोत्तरशत नामावलि” भगवान बुद्ध की पूजा और ध्यान के लिए एक श्रेष्ठ रूप है। इस नामावली में भगवान बुद्ध के आठ सौ विशेष नाम होते हैं, जिनका जाप भक्तों को उनकी कृपा और आशीर्वाद में सहायक होता है।

बुध अष्टोत्तर शत नामावलि | Budh Ashtottara Shata Namavali

ॐ बुधाय नमः ।
ॐ बुधार्चिताय नमः ।
ॐ सौम्याय नमः ।
ॐ सौम्यचित्ताय नमः ।
ॐ शुभप्रदाय नमः ।
ॐ दृढव्रताय नमः ।
ॐ दृढफलाय नमः ।
ॐ श्रुतिजालप्रबोधकाय नमः ।
ॐ सत्यवासाय नमः ।
ॐ सत्यवचसे नमः ॥ 10 ॥

ॐ श्रेयसां पतये नमः ।
ॐ अव्ययाय नमः ।
ॐ सोमजाय नमः ।
ॐ सुखदाय नमः ।
ॐ श्रीमते नमः ।
ॐ सोमवंशप्रदीपकाय नमः ।
ॐ वेदविदे नमः ।
ॐ वेदतत्त्वज्ञाय नमः ।
ॐ वेदांतज्ञानभास्वराय नमः ।
ॐ विद्याविचक्षणाय नमः ॥ 20 ॥

ॐ विभवे नमः ।
ॐ विद्वत्प्रीतिकराय नमः ।
ॐ ऋजवे नमः ।
ॐ विश्वानुकूलसंचाराय नमः ।
ॐ विशेषविनयान्विताय नमः ।
ॐ विविधागमसारज्ञाय नमः ।
ॐ वीर्यवते नमः ।
ॐ विगतज्वराय नमः ।
ॐ त्रिवर्गफलदाय नमः ।
ॐ अनंताय नमः ॥ 30 ॥

ॐ त्रिदशाधिपपूजिताय नमः ।
ॐ बुद्धिमते नमः ।
ॐ बहुशास्त्रज्ञाय नमः ।
ॐ बलिने नमः ।
ॐ बंधविमोचकाय नमः ।
ॐ वक्रातिवक्रगमनाय नमः ।
ॐ वासवाय नमः ।
ॐ वसुधाधिपाय नमः ।
ॐ प्रसन्नवदनाय नमः ।
ॐ वंद्याय नमः ॥ 40 ॥

ॐ वरेण्याय नमः ।
ॐ वाग्विलक्षणाय नमः ।
ॐ सत्यवते नमः ।
ॐ सत्यसंकल्पाय नमः ।
ॐ सत्यबंधवे नमः ।
ॐ सदादराय नमः ।
ॐ सर्वरोगप्रशमनाय नमः ।
ॐ सर्वमृत्युनिवारकाय नमः ।
ॐ वाणिज्यनिपुणाय नमः ।
ॐ वश्याय नमः ॥ 50 ॥

ॐ वातांगाय नमः ।
ॐ वातरोगहृते नमः ।
ॐ स्थूलाय नमः ।
ॐ स्थैर्यगुणाध्यक्षाय नमः ।
ॐ स्थूलसूक्ष्मादिकारणाय नमः ।
ॐ अप्रकाशाय नमः ।
ॐ प्रकाशात्मने नमः ।
ॐ घनाय नमः ।
ॐ गगनभूषणाय नमः ।
ॐ विधिस्तुत्याय नमः ॥ 60 ॥

ॐ विशालाक्षाय नमः ।
ॐ विद्वज्जनमनोहराय नमः ।
ॐ चारुशीलाय नमः ।
ॐ स्वप्रकाशाय नमः ।
ॐ चपलाय नमः ।
ॐ जितेंद्रियाय नमः ।
ॐ उदङ्मुखाय नमः ।
ॐ मखासक्ताय नमः ।
ॐ मगधाधिपतये नमः ।
ॐ हरये नमः ॥ 70

ॐ सौम्यवत्सरसंजाताय नमः ।
ॐ सोमप्रियकराय नमः ।
ॐ सुखिने नमः ।
ॐ सिंहाधिरूढाय नमः ।
ॐ सर्वज्ञाय नमः ।
ॐ शिखिवर्णाय नमः ।
ॐ शिवंकराय नमः ।
ॐ पीतांबराय नमः ।
ॐ पीतवपुषे नमः ।
ॐ पीतच्छत्रध्वजांकिताय नमः ॥ 80 ॥

ॐ खड्गचर्मधराय नमः ।
ॐ कार्यकर्त्रे नमः ।
ॐ कलुषहारकाय नमः ।
ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः ।
ॐ अत्यंतविनयाय नमः ।
ॐ विश्वपावनाय नमः ।
ॐ चांपेयपुष्पसंकाशाय नमः ।
ॐ चारणाय नमः ।
ॐ चारुभूषणाय नमः ।
ॐ वीतरागाय नमः ॥ 90 ॥

ॐ वीतभयाय नमः ।
ॐ विशुद्धकनकप्रभाय नमः ।
ॐ बंधुप्रियाय नमः ।
ॐ बंधमुक्ताय नमः ।
ॐ बाणमंडलसंश्रिताय नमः ।
ॐ अर्केशानप्रदेशस्थाय नमः ।
ॐ तर्कशास्त्रविशारदाय नमः ।
ॐ प्रशांताय नमः ।
ॐ प्रीतिसंयुक्ताय नमः ।
ॐ प्रियकृते नमः ॥ 100 ॥

ॐ प्रियभाषणाय नमः ।
ॐ मेधाविने नमः ।
ॐ माधवसक्ताय नमः ।
ॐ मिथुनाधिपतये नमः ।
ॐ सुधिये नमः ।
ॐ कन्याराशिप्रियाय नमः ।
ॐ कामप्रदाय नमः ।
ॐ घनफलाश्रयाय नमः ॥ 108 ॥

बुध अष्टोत्तर शत नामावलि सुनें | Listen Budh Ashtottara Shata Namavali

बुध अष्टोत्तर शतनामावली – बुध ग्रह के 108 नाम | Budh Ashtottar Shatnamavali

बुध अष्टोत्तर शत नामावलि के लाभ | Benefits of Budh Ashtottara Shata Namavali

  1. बुद्धि और विद्या में वृद्धि: बुध ग्रह के नामों का जाप करने से उपयोगकर्ता की बुद्धि, विद्या, और ज्ञान में वृद्धि होती है।
  2. वाणी में कुशलता: इस नामावली का पाठ करने से उपयोगकर्ता की वाणी में सुधार होता है और वह आकलन, भाषा, और कला में कुशल बनता है।
  3. बुद्ध ग्रह की कृपा: बुध ग्रह के नामों का जाप करने से उपयोगकर्ता को बुद्ध ग्रह की कृपा मिलती है, जिससे उन्हें वाणिज्यिक, वाणीक, और विद्यार्थी लाभ होता है।

सावधानियां:

  1. श्रद्धा और निष्ठा से पूजें: बुध अष्टोत्तरशत नामावलि का जाप करने से पहले उपयोगकर्ता को श्रद्धा और निष्ठा से पूजन करना चाहिए।
  2. समय पर नियमित रूप से करें: स्तोत्रम का नियमित रूप से एक विशेष समय पर पठना चाहिए, जिससे योग्यता और पूजन का प्रभाव महसूस हो सके।
  3. पवित्रता बनाए रखें: इस नामावली के पठन में पवित्रता बनाए रखने के लिए उपयोगकर्ता को शुद्ध मानसिकता और पवित्र वातावरण बनाए रखना चाहिए।

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