बुध कवचम् | Budha Kavacham

बुध कवच एक शक्तिशाली मंत्र है जो बुध देवता, बुद्धि, ज्ञान, वाणिज्य, कला और वाणी के देवता, की दिव्य सुरक्षा का आह्वान करता है। यह प्राचीन मंत्र ग्रंथों में पाया जाता है और माना जाता है कि कश्यप ऋषि द्वारा रचित है।
बुध कवचम् | Budha Kavacham
अस्य श्रीबुधकवचस्तोत्रमंत्रस्य, कश्यप ऋषिः,
अनुष्टुप् छंदः, बुधो देवता, बुधप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः ।
अथ बुध कवचम्
बुधस्तु पुस्तकधरः कुंकुमस्य समद्युतिः ।
पीतांबरधरः पातु पीतमाल्यानुलेपनः ॥ 1 ॥
कटिं च पातु मे सौम्यः शिरोदेशं बुधस्तथा ।
नेत्रे ज्ञानमयः पातु श्रोत्रे पातु निशाप्रियः ॥ 2 ॥
घ्राणं गंधप्रियः पातु जिह्वां विद्याप्रदो मम ।
कंठं पातु विधोः पुत्रो भुजौ पुस्तकभूषणः ॥ 3 ॥
वक्षः पातु वरांगश्च हृदयं रोहिणीसुतः ।
नाभिं पातु सुराराध्यो मध्यं पातु खगेश्वरः ॥ 4 ॥
जानुनी रौहिणेयश्च पातु जंघे??उखिलप्रदः ।
पादौ मे बोधनः पातु पातु सौम्यो??उखिलं वपुः ॥ 5 ॥
अथ फलश्रुतिः
एतद्धि कवचं दिव्यं सर्वपापप्रणाशनम् ।
सर्वरोगप्रशमनं सर्वदुःखनिवारणम् ॥ 6 ॥
आयुरारोग्यशुभदं पुत्रपौत्रप्रवर्धनम् ।
यः पठेच्छृणुयाद्वापि सर्वत्र विजयी भवेत् ॥ 7 ॥
॥ इति श्रीब्रह्मवैवर्तपुराणे बुधकवचं संपूर्णम् ॥
बुध कवचम् सुनें | Listen Budha Kavacham
बुध कवचम् के लाभ | Benefits of Budha Kavacham
- बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि।
- विद्या और शिक्षा में सफलता।
- वाणिज्य और व्यापार में समृद्धि।
- कला और साहित्य में उत्कृष्टता।
- वाणी में प्रभाव और आकर्षण।
- मानसिक शांति और स्थिरता।
- जीवन में सफलता और समृद्धि।
सावधानी:
- बुध कवच का पाठ पूर्ण विश्वास और भक्ति के साथ करना चाहिए।
- किसी गुरु या आचार्य से दीक्षा लेकर पाठ करना सर्वोत्तम माना जाता है।
- लोभ, मोह और क्रोध से मुक्त होकर पाठ करना चाहिए।
- किसी को नुकसान पहुंचाने के इरादे से पाठ नहीं करना चाहिए।
- नियमित रूप से पाठ करने से ही पूर्ण लाभ प्राप्त होता है।
