देवी माहात्म्यं द्वात्रिशन्नामावलि | Devi Mahatmyam Dwatrishannamavali

देवी माहात्म्यं द्वात्रिशन्नामावलि में 32 नामों का वर्णन है, जिन्हें देवी के विभिन्न रूपों के रूप में पूजा जाता है। इन नामों को जप करने और ध्यान करने से शक्ति के दिव्य गुणों का अनुभव होता है और भक्त को सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति में सहायता मिलती है। ये नाम उच्चारण के द्वारा भक्त का मन शुद्धि होता है और उन्हें देवी के आस्तिक रूपों के आस्वादन का अवसर मिलता है।

देवी माहात्म्यं द्वात्रिशन्नामावलि | Devi Mahatmyam Dwatrishannamavali

दुर्गा दुर्गार्ति शमनी दुर्गापद्विनिवारिणी।
दुर्गामच्छेदिनी दुर्गसाधिनी दुर्गनाशिनी
ॐ दुर्गतोद्धारिणी दुर्गनिहंत्री दुर्गमापहा
दुर्गमज्ञानदा दुर्ग दैत्यलोकदवानला
दुर्गमादुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी
दुर्गमार्गप्रदा दुर्गमविद्या दुर्गमाश्रिता
दुर्गमज्ञानसंस्थाना दुर्गमध्यानभासिनी
दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी
दुर्गमासुरसंहंत्री दुर्गमायुधधारिणी
दुर्गमांगी दुर्गमाता दुर्गम्या दुर्गमेश्वरी
दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्लभा दुर्गधारिणी
नामावलीमिमायास्तू दुर्गया मम मानवः
पठेत्सर्वभयान्मुक्तो भविष्यति न संशयः

सुने देवी माहात्म्यं द्वात्रिशन्नामावलि | Listen Devi Mahatmyam Dwatrishannamavali

Devi Mahathmiyam & Durga Sapthastathi || J.Bhaktavatsalam & Ganesan

देवी माहात्म्यं द्वात्रिशन्नामावलि के लाभ | Benefits of Devi Mahatmyam Dwatrishannamavali

  1. मातृरूप: देवी उपास्य रूप में सभी प्राणियों के मध्य स्थित हैं और सभी को प्रेमपूर्वक पालन करती हैं।
  2. शक्तिरूप: देवी सभी प्राणियों को शक्ति और बल प्रदान करती हैं।
  3. शान्तिरूप: देवी शांति का स्वरूप हैं और सभी को मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करती हैं।
  4. श्रद्धारूप: देवी श्रद्धा का प्रतीक हैं और भक्तों की श्रद्धा को स्थायी बनाती हैं।
  5. सच्चिदानन्दस्वरूपिणी: देवी सच्चिदानंद की स्वरूपिणी हैं और सभी को आनंद और परमानंद की प्राप्ति में मदद करती हैं।
  6. दैवीरूप: देवी दैवी शक्तियों का स्वरूप हैं और सभी दिव्य गुणों का धारण करती हैं।
  7. श्रुतिरूप: देवी वेदों का रूप हैं और सभी वेदों की ज्ञान प्राप्ति में सहायता करती हैं।
  8. सर्वभावना रूप: देवी सभी भावनाओं की स्वरूपिणी हैं और सभी के मन में प्रेम, दया, करुणा और समरसता का उद्भव करती हैं।
  9. मोक्षरूप: देवी मोक्ष का स्वरूप हैं और भक्तों को संसार से मुक्ति प्रदान करती हैं।
  10. ज्ञानरूप: देवी ज्ञान की स्वरूपिणी हैं और ज्ञान की प्राप्ति में सहायता करती हैं।
  11. भक्तिरूप: देवी भक्ति का प्रतीक हैं और भक्तों की भक्ति को बढ़ाती हैं।

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