दुर्गा पंच रत्नम् | Durga Pancha Ratnam
दुर्गा पंचरत्नम् (Durga Panchratnam) एक प्रमुख संस्कृत श्लोक संग्रह है जिसे दुर्गा माता की स्तुति के लिए प्रयोग किया जाता है। इस पंचरत्नम में पांच अलग-अलग श्लोक हैं, जो दुर्गा माता की गुणों, महिमा और आराधना का वर्णन करते हैं। यह श्लोक संग्रह महर्षि व्यास द्वारा रचित किया गया है और यह हिंदू धर्म में प्रसिद्ध है।
दुर्गा पंच रत्नम् | Durga Pancha Ratnam
ते ध्यानयोगानुगता अपश्यन्
त्वामेव देवीं स्वगुणैर्निगूढाम् ।
त्वमेव शक्तिः परमेश्वरस्य
मां पाहि सर्वेश्वरि मोक्षदात्रि ॥ 1 ॥
देवात्मशक्तिः श्रुतिवाक्यगीता
महर्षिलोकस्य पुरः प्रसन्ना ।
गुहा परं व्योम सतः प्रतिष्ठा
मां पाहि सर्वेश्वरि मोक्षदात्रि ॥ 2 ॥
परास्य शक्तिः विविधैव श्रूयसे
श्वेताश्ववाक्योदितदेवि दुर्गे ।
स्वाभाविकी ज्ञानबलक्रिया ते
मां पाहि सर्वेश्वरि मोक्षदात्रि ॥ 3 ॥
देवात्मशब्देन शिवात्मभूता
यत्कूर्मवायव्यवचोविवृत्या
त्वं पाशविच्छेदकरी प्रसिद्धा
मां पाहि सर्वेश्वरि मोक्षदात्रि ॥ 4 ॥
त्वं ब्रह्मपुच्छा विविधा मयूरी
ब्रह्मप्रतिष्ठास्युपदिष्टगीता ।
ज्ञानस्वरूपात्मतयाखिलानां
मां पाहि सर्वेश्वरि मोक्षदात्रि ॥ 5 ॥
इति परमपूज्य श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती स्वामि कृतं दुर्गा पंचरत्नं संपूर्णम् ।
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दुर्गा पंच रत्नम् के लाभ | Benefits of Durga Pancha Ratnam
- मातृभाव का विकास: दुर्गा पंचरत्नम् के पाठ से दुर्गा माता की स्तुति होती है और इसके माध्यम से व्यक्ति में मातृभाव का विकास होता है। यह मातृका शक्ति की प्राप्ति और उसके गुणों को अभिव्यक्त करने में मदद कर सकता है।
- शक्ति और समर्पण की ऊर्जा: दुर्गा पंचरत्नम् का पाठ करने से माता दुर्गा की शक्ति और समर्पण की ऊर्जा का अनुभव होता है। यह ऊर्जा व्यक्ति को साहस, संकटों के पार निकलने की क्षमता, आत्मविश्वास और समस्त भयों का निवारण करने में सहायता कर सकती है।
- मनोशांति और ध्यान की स्थिरता: दुर्गा पंचरत्नम् का जाप करने से मनोशांति और ध्यान की स्थिरता प्राप्त हो सकती है। यह मातृका शक्ति के द्वारा मन को शांत, स्थिर और एकाग्र करने में सहायता कर सकता है।
- रक्षा और सुरक्षा: दुर्गा पंचरत्नम् का पाठ करने से व्यक्ति अपने आप को शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक रूप से सुरक्षित महसूस कर सकता है। यह आराधना माता दुर्गा की कृपा और रक्षा को आह्वान करती है और अनिश्चितताओं, बुराईयों, और विपत्तियों से बचाने में मदद कर सकती है।
- धार्मिक और सामाजिक महत्व: दुर्गा पंचरत्नम् एक प्रमुख हिंदू श्लोक संग्रह है और इसका पाठ करना धार्मिक और सामाजिक महत्व रखता है। यह मातृशक्ति, शक्तिसंचार, और समर्पण की महिमा को स्मरण करने में सहायता करता है