कात्यायनि मंत्र | Katyayani Mantra


कात्यायनि मंत्र, जिसे श्रुतिस्मृति परम्परा में उपयोग किया जाता है, महर्षि कात्यायन द्वारा संकलित किए गए मंत्रों का संग्रह है। ये मंत्र वैदिक संहिताओं, ब्राह्मणों, आरण्यकों, उपनिषदों और धर्मशास्त्रों में पाए जाते हैं। इन मंत्रों का उच्चारण और अध्ययन परंपरागत यज्ञों, पूजाओं, संस्कारों, व्रतों और धार्मिक आचारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कात्यायनि मंत्र | Katyayani Mantra

कात्यायनि मंत्राः
कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि ।
नंद गोपसुतं देविपतिं मे कुरु ते नमः ॥

॥ॐ ह्रीं कात्यायन्यै स्वाहा ॥ ॥ ह्रीं श्रीं कात्यायन्यै स्वाहा ॥

विवाह हेतु मंत्राः
ॐ कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीस्वरि ।
नंदगोपसुतं देवि पतिं मे कुरु ते नमः ॥

हे गौरी शंकरार्धांगि । यथा त्वं शंकरप्रिया ॥
तथा माँ कुरु कल्याणि । कांत कांता सुदुर्लभाम्॥

ॐ देवेंद्राणि नमस्तुभ्यं देवेंद्रप्रिय भामिनि।
विवाहं भाग्यमारोग्यं शीघ्रं च देहि मे ॥

ॐ शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंस नाय पुरुषार्थ चतुस्टय लाभाय च पतिं मे देहि कुरु-कुरु स्वाहा ॥

विवाहार्थं सूर्यमंत्राः
ॐ देवेंद्राणि नमस्तुभ्यं देवेंद्रप्रिय भामिनि ।
विवाहं भाग्यमारोग्यं शीघ्रलाभं च देहि मे ॥

माँ कात्यायनी मंत्र के मंत्र || शुक्रवार का मंत्र || माँ कात्यायनी मंत्र

कात्यायनि मंत्र के लाभ | Benefits of Katyayani Mantra

  1. मन की शांति: कात्यायनि मंत्रों का उच्चारण और अध्ययन मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है। ये मंत्र ध्यान और मेधा को स्थापित करने में सहायता करते हैं और मन को चंचलता से मुक्त करते हैं।
  2. आनंद और सुख: कात्यायनि मंत्रों का जाप और अध्ययन आनंद और सुख की अनुभूति में सहायता करता है। इन मंत्रों के द्वारा उच्चारित किए जाने वाले वाक्य व्यक्ति को प्रकाश, प्रीति और आनंद की अनुभूति देते हैं।
  3. शक्ति और संरक्षा: कात्यायनि मंत्रों के उच्चारण से व्यक्ति को शक्ति, सामर्थ्य और संरक्षा की प्राप्ति होती है। ये मंत्र नकारात्मकता, कष्ट और आपदाओं से बचाने में मदद करते हैं |
  4. ध्यान एवं धारणा की बढ़त: कात्यायनि मंत्रों का जाप और अध्ययन करने से मन की चंचलता कम होती है और व्यक्ति में ध्यान की क्षमता विकसित होती है। ध्यान और धारणा के बढ़ने से अवधानता और मनोयोग की शक्ति में सुधार होता है।
  5. मानसिक शांति: कात्यायनि मंत्रों का उच्चारण मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है। ये मंत्र आंतरिक शांति और मानसिक समता की प्राप्ति में मदद करते हैं।
  6. सुख और आनंद: कात्यायनि मंत्रों के उच्चारण से व्यक्ति को सुख और आनंद की अनुभूति होती है। इन मंत्रों का जाप व्यक्ति के मन में शुभता, प्रीति और खुशी का आभास कराता है।
  7. शक्ति और संरक्षा: कात्यायनि मंत्रों के उच्चारण से व्यक्ति को शक्ति, सामर्थ्य और संरक्षा की प्राप्ति होती है।

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