रामायण जय मंत्रम् | Ramayan Jai Mantram
“रामायण जय मंत्रम” प्राचीन महाकाव्य, रामायण से एक शक्तिशाली संस्कृत मंत्र है। यह भगवान राम, लक्ष्मण, सुग्रीव और समर्पित हनुमान की वीरता और विजय का बखान करता है। यह पवित्र मंत्र आशीर्वाद और जीत का आह्वान करता है, साथ ही बुराई पर धार्मिकता की अंतिम जीत का भी प्रतीक है। इस मंत्र का जाप हृदय को साहस और प्रेरणा से भर देता है, जिससे भक्तों को चुनौतियों से उबरने और जीवन की यात्रा में दिव्य सुरक्षा प्राप्त करने की प्रेरणा मिलती है।
रामायण जय मंत्रम् | Ramayan Jai Mantram
जयत्यतिबलो रामो लक्ष्मणश्च महाबलः
राजा जयति सुग्रीवो राघवेणाभिपालितः ।
दासोहं कोसलेंद्रस्य रामस्याक्लिष्टकर्मणः
हनुमान् शत्रुसैन्यानां निहंता मारुतात्मजः ॥
न रावण सहस्रं मे युद्धे प्रतिबलं भवेत्
शिलाभिस्तु प्रहरतः पादपैश्च सहस्रशः ।
अर्धयित्वा पुरीं लंकामभिवाद्य च मैथिलीं
समृद्धार्धो गमिष्यामि मिषतां सर्वरक्षसाम् ॥
सुने रामायण जय मंत्रम् | Listen Ramayan Jai Mantram
रामायण जय मंत्रम् पाठ के लाभ | Benefits of Ramayan Jai Mantram
रामायण जय मंत्रम् एक शक्तिशाली मंत्र है जो भगवान राम को समर्पित है. यह मंत्र सनातन धर्म में बहुत लोकप्रिय है और इसे कई लोगों द्वारा नियमित रूप से जपा जाता है. इस मंत्र का जाप करने से कई लाभ मिलते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- शांति और समृद्धि
- पापों से मुक्ति
- अच्छे स्वास्थ्य
- बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि
- मनोबल में वृद्धि
- आत्मविश्वास में वृद्धि
- सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति
रामायण जय मंत्रम् को किसी भी समय और किसी भी स्थान पर जपा जा सकता है. हालांकि, सुबह के समय और शाम के समय इस मंत्र का जाप करना सबसे अच्छा माना जाता है. इस मंत्र का जाप करने के लिए आप एक स्वच्छ स्थान पर बैठें और अपनी आंखें बंद करें. फिर, अपने मन में भगवान राम की तस्वीर को धारण करें और इस मंत्र का जाप करें. मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए.
यदि आप नियमित रूप से रामायण जय मंत्रम् का जाप करते हैं, तो आप इन सभी लाभों को प्राप्त कर सकते हैं. यह मंत्र आपको एक खुशहाल और समृद्ध जीवन जीने में मदद करेगा.