तोटकाष्टकम् | Totakashtakam

तोटकाष्टकम एक प्रसिद्ध संस्कृत श्लोक संग्रह है, जिसे आदि शंकराचार्य ने लिखा था। यह शंकराचार्य द्वारा लिखा गया था जब वे उन्हें एक दुर्गंध वाले तोटके से मुक्त कराना चाहते थे। इसका अर्थ है “तोटका” जो दोष होते हैं और “अष्टकम” जो आठ श्लोकों का संग्रह होता है। इसके अंग्रेज़ी अनुवाद का शीर्षक “Totakashtakam: The Octet of Confession”.

तोटकाष्टकम् | Totakashtakam

विदिताखिल शास्त्र सुधा जलधे
महितोपनिषत्-कथितार्थ निधे ।
हृदये कलये विमलं चरणं
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 1 ॥

करुणा वरुणालय पालय मां
भवसागर दुःख विदून हृदम् ।
रचयाखिल दर्शन तत्त्वविदं
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 2 ॥

भवता जनता सुहिता भविता
निजबोध विचारण चारुमते ।
कलयेश्वर जीव विवेक विदं
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 3 ॥

भव ऎव भवानिति मॆ नितरां
समजायत चेतसि कौतुकिता ।
मम वारय मोह महाजलधिं
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 4 ॥

सुकृतेऽधिकृते बहुधा भवतो
भविता समदर्शन लालसता ।
अति दीनमिमं परिपालय मां
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 5 ॥

जगतीमवितुं कलिताकृतयो
विचरंति महामाह सच्छलतः ।
अहिमांशुरिवात्र विभासि गुरो
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 6 ॥

गुरुपुंगव पुंगवकेतन ते
समतामयतां न हि कोऽपि सुधीः ।
शरणागत वत्सल तत्त्वनिधे
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 7 ॥

विदिता न मया विशदैक कला
न च किंचन कांचनमस्ति गुरो ।
दृतमेव विधेहि कृपां सहजां
भव शंकर देशिक मे शरणम् ॥ 8 ॥

सुने तोटकाष्टकम् | Listen Totakashtakam

Totakashtakam | Vande Guru Paramparaam | Akshara Sanskriti | A hymn in praise of Adi Shankara

तोटकाष्टकम् पाठ के लाभ | Benefits of Totakashtakam

तोटकाष्टकम् के पाठ से अनेक लाभ होते हैं। इसके निम्न लाभ हैं:

  1. शुभ फलों की प्राप्ति: तोटकाष्टकम का पाठ करने से शुभ फल प्राप्त होता है। यह श्लोक संग्रह व्यक्ति के जीवन में खुशी, सफलता, शांति, सुख, समृद्धि और सम्पन्नता आदि के लिए वरदान होता है।
  2. शरीर और मन को शुद्ध करना: तोटकाष्टकम का पाठ करने से मानसिक चंचलता, तनाव और चिंताओं से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, यह श्लोक संग्रह व्यक्ति के शरीर को भी शुद्ध करता है और उसे रोगों से बचाता है।
  3. भय को दूर करना: तोटकाष्टकम का पाठ करने से भय और दुख भावना से मुक्ति मिलती है। यह श्लोक संग्रह व्यक्ति को आत्मविश्वास और संतुलन का अनुभव कराता है।
  4. संयम बढ़ाना: तोटकाष्टकम का पाठ करने से व्यक्ति का संयम बढ़ता है|
  5. मानसिक शांति: तोटकाष्टकम के पाठ से मन शांत होता है और तनाव कम होता है।
  6. भगवान शिव की कृपा: तोटकाष्टकम के पाठ से भगवान शिव की कृपा मिलती है और उनकी आशीर्वाद से जीवन में सफलता मिलती है।
  7. संतुलित जीवन: तोटकाष्टकम के पाठ से जीवन में संतुलितता आती है और अंतरंग शांति होती है।
  8. रोग मुक्ति: तोटकाष्टकम के पाठ से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
  9. समस्त दुःखों से मुक्ति: तोटकाष्टकम के पाठ से समस्त दुःखों से मुक्ति मिलती है।
  10. संघर्ष का समाधान: तोटकाष्टकम के पाठ से संघर्षों का समाधान होता है और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

इसका पाठ भगवान शिव की पूजा और उनकी महिमा के गुणगान के लिए किया जाता है। तोटकाष्टकम का पाठ किसी भी समय और किसी भी स्थान पर किया जा सकता है। इसे विशेष अवसरों पर जैसे महाशिवरात्रि, शिवरात्रि, कार्तिक पूर्णिमा आदि पर पाठ किया जाता है। यह श्लोक संग्रह हिंदू धर्म के विभिन्न पाठ्यक्रमों में उपयोग किया जाता है।

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