हिन्दी के सपूत / Hindi Ke Sapoot
पुस्तक का विवरण / Book Details | |
Book Name | हिन्दी के सपूत / Hindi Ke Sapoot |
Author | Suryakant |
Category | साहित्य / Literature, काव्य / Poetry, Kavya |
Language | हिंदी / Hindi |
Pages | 358 |
Quality | Good |
Size | 14.5 MB |
Download Status | Available |
सभी मित्र हस्तमैथुन के ऊपर इस जरूरी विडियो को देखे, ज्यादा से ज्यादा ग्रुप में शेयर करें| भगवान नाम जप की शक्ति को पहचान कर उसे अपने जीवन का जरुरी हिस्सा बनाये| | |
हिन्दी के सपूत पुस्तक का कुछ अंश : भारत एक है और अखंड है। अखंड भारत को आत्मा समान हर से हिंदू और मुसलमान इन दो जातियों में अनुस्यूत हे। आत्मा की वाणी के रूप में सचिर प्रकाशन ही साहित्य है। फलतः भारत के राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य के निर्माण में हिन्दू और मुसलमान दोनों जातियों का समान माग है । प्रस्तुत समूह में हिन्दी के हिन्दू और मुसलमान दोनों ही सपूतों की सचिर रचनाओं का संकलन है। कवित्व क्या है, १ और कवित्व की गिनती कौन-सी और कैसी विधाएँ………..
“गुस्से से ज्ञान का प्रकाश बुझ जाता है।” ‐ आर. जी. इंगरसोल
“Anger blows out the candle of the mind.” ‐ R. G. Ingersoll
हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें