Bahut Din Ho Gaye Darshan Mile
बहुत दिन हो गए दर्शन मिले स्वामी चले आओ,
ध्यान में अब मेरे आकर दरश अपना दिखा जाओ ||
दयालु हमको रह रहकर तुम्हारी याद आती है,
मगर नयनों से क्यो हो दूर स्वामी पास आ जाओ ||
तुम्हारे नाम की माला मेरा मन रोज जपता है,
ना तड़पाओ मेरे प्यारे गुनाहे माफ़ फ़रमाओ ||
तुम्हें कैसे रिझाऊँ मैं करम का बोझ लादे हूँ,
विरह की आग जलती है इसे आकर बुझा जाओ ||
महा आनन्द सागर से भरी वो आपकी आंखें,
किधर बरसा वो करती हैं इधर बरसात कर जाओ ||
बहुत दिन हो गए दर्शन मिले स्वामी चले आओ,
ध्यान में अब मेरे आकर दरश अपना दिखा जाओ ||













