Jai Kali Jai Kali Jai Kali
जय काली जय काली काली,
जय काली कलकत्ते वाली जय काली।
वार तेरा न जाए खाली, जय काली जय काली काली।
गल मुंडा दी माला जचदी,
कटे भुज्जावा दा लहंगा पा के नचदी,
भरीया रक्त नाल खप्पर खाली, जय काली जय काली काली।
जय काली कलकत्ते वाली जय काली,
जय काली कलकत्ते वाली जय काली॥
जदो रूप हो जावे चंडी,
फिर दुष्टां दी वज जावे तुम्बी,
नेना दे विच भेरा दी लाली, जय काली जय काली काली।
जय काली कलकत्ते वाली जय काली,
जय काली कलकत्ते वाली जय काली॥
शुम्भ निस्शुम नु मार डाली माँ,
अपने भगता नु पार निकाली माँ,
सो सो शेरा तो वध बलशाली, जय काली जय काली काली।
जय काली कलकत्ते वाली जय काली,
जय काली कलकत्ते वाली जय काली॥
दुर्गे रूप च त्रिशूल साजे,
काली च खड़ खड़ खडग वाजे,
शिव भगतां नु भक्षण वाली, जय काली जय काली काली।
जय काली कलकत्ते वाली जय काली,
जय काली कलकत्ते वाली जय काली॥













