एटोमिक हैबिट्स : जेम्स क्लियर द्वारा हिंदी ऑडियो बुक | Atomic Habits : by James Clear Hindi Audiobook
पुस्तक का विवरण / Book Details | |
AudioBook Name | एटोमिक हैबिट्स / Atomic Habits |
Author | James Clear |
Category | Audiobooks, प्रेरक / Motivational, Business |
Language | हिंदी / Hindi |
Duration | 1:39 hrs |
Source | Youtube |
Atomic Habits Hindi Audiobook का संक्षिप्त विवरण : उद्यमी और निवेशक नवल रविकांत ने कहा है, “कोई महान पुस्तक लिखने से पहले आपको ख़ुद पुस्तक बनना पड़ता है।” मैंने उन विचारों को जाना, जिनका उल्लेख इसमें किया गया है, चोट से बाहर निकलने के लिए मुझे छोटी आदतों पर आश्रित होना पड़ा, ताकि जिम में मज़बूत हो सकूँ, मैं मैदान में अच्छे स्तर का प्रदर्शन कर सकूँ, लेखन कार्य कर सकूँ, एक सफल कारोबार चलाऊँ और सहजता से एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित हो सकूँ। छोटी आदतों ने मेरी क्षमताओं को उकेरा, और चूँकि आपने यह पुस्तक हाथ में ली है, इसलिए मेरा अनुमान है कि आप भी अपने भीतर निहित क्षमताओं को पूर्ण रूप से विकसित करना चाहेंगे। बाद के पेजों में मैं हर पायदान पर आपको बेहतर आदतें बनाने की योजना बताऊँगा। कुछ दिन या हफ़्तों के लिए नहीं, बल्कि जीवनभर के लिए। विज्ञान यद्यपि उन सब बातों को सही मानता है, जो मैंने लिखी है, लेकिन फिर भी यह मात्र अकादमिक शोध-पत्र नहीं है। यह काम में लागू होने वाला उपयोगी लेखन है। आदतों को कैसे बनाना है और कैसे बदलना है, उसके बारे में आपको व्यावहारिक सलाह दी गई है। मैंने इसके पीछे का विज्ञान भी इस तरीक़े से समझाया है, जिसे समझना और अपनाना आसान है।
मैंने जिन क्षेत्रों का वर्णन किया है, वे हैं बायोलॉजी, न्यूरोसाइंस, फिलासॉफी, सायकोलॉजी और कई अन्य। ये क्षेत्र कई वर्षों से हमसे क़रीब से जुड़े हैं। मैंने आपको सायकोलॉजी और कई अन्य। ये क्षेत्र कई वर्षों से हमसे क़रीब से जुड़े हैं। मैंने आपको उन उत्कृष्ट लोगों के विचारों का संकलन दिया है, जो लंबे समय से इन पर काम कर रहे हैं, साथ ही वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही की गई नई खोजों को भी बताया है। मैं आशा करता हूँ कि मेरा योगदान ऐसे विचारों का पता लगाना है, जो सबसे ज़्यादा महत्त्व के हों और उनसे इस तरीक़े से जुड़ा जा सके, जो अत्यंत ही सरल हों। इन पन्नों में आपको जो भी अच्छा लगे, तो उसका श्रेय आप उन विशेषज्ञों को दे सकते हैं, जिन्होंने मुझसे पहले काम किया है। कोई मूर्खतापूर्ण बात लगे, तो यह मेरी ओर से की गई गलती मानिए।
इस पुस्तक की रीढ़ चार क़दमों की आदतें हैं – संकेत, ललक, प्रतिसाद और पुरस्कार। वही व्यवहार में परिवर्तन के चार नियम भी हैं, जो इन चार क़दमों से निकलते हैं। सायकोलॉजी की पृष्ठभूमि वाले पाठक, इन शब्दावलियों को ऑपरेंट कंडीशनिंग (सीखने की प्रक्रिया) से जान सकते हैं, जिसे सबसे पहले 930 के दशक में बी. एफ. स्किनर ने उद्दीपन, प्रतिसाद और पुरस्कार के तौर पर प्रतिपादित किया था। संकेत, रूटीन और पुरस्कार के रूप में ये चार्ल्स डुहिग की हाल ही में लिखी पुस्तक द पावर ऑफ हैबिट से चर्चित हुए।
व्यवहार के मनोविज्ञान को स्किनर जैसे वैज्ञानिकों ने समझ लिया था कि यदि आप सही तरह से पुरस्कार और दंड देते हैं, तो आप लोगों से किसी ख़ास शैली में काम करा सकते हैं, लेकिन स्किनर के मॉडल ने यह बेहतर तरह से समझाया कि बाहरी उकसावे किस तरह से आदतों को प्रभावित करते हैं, हालाँकि इसमें यह अच्छा विवरण नहीं था कि किस तरह से हमारे विचार, आभास और मान्यताएँ हमारे व्यवहार को प्रभावित करती हैं। भीतर की अवस्थाएँ जैसे हमारा मूड और भावनाएँ अहम हैं। हाल के दशकों में वैज्ञानिकों ने हमारे विचार, आभास और व्यवहार के बीच संबंध को तय करना आरंभ किया है। यह शोध भी इन पेजों में शामिल कर लिया जाएगा।
मैं जो ढाँचा कुल मिलाकर पेश कर रहा हूँ, वह संज्ञानात्मक और व्यवहारवादी मनोविज्ञान का एकीकृत मॉडल है। मैं मानता हूँ कि यह मानवीय व्यवहार के पहले मॉडल में से एक है, जो सटीक तरीक़े से बाहरी उक़सावे और आंतरिक भावनाओं की हमारी आदतों पर पड़ने वाले प्रभाव को बताता है। जहाँ कुछ भाषा आप समझते होंगे, वहीं मुझे विश्वास है कि आपको व्यवहार परिवर्तन के चार नियमों का वर्णन और उनके अनुप्रयोगों से आदतों के बारे में सोचने का नया मार्ग मिलेगा। मानवीय व्यवहार हमेशा बदलता रहता है; हर परिस्थिति में, हर पल में, लेकिन यह पुस्तक उस बारे में है, जो बदलता नहीं है। यह मानव व्यवहार के मूल सिद्धांतों के बारे में है। ये ऐसे सिद्धांत हैं, जिन पर आप वर्षों चल सकते हैं। इन विचारों से आप कारोबार, परिवार और जीवन खड़ा कर सकते हैं। बेहतर आदतें बनाने का कोई एक मार्ग नहीं है, लेकिन यह पुस्तक आपको वह सर्वश्रेष्ठ उपाय बता रही है, जो मैं जानता हूँ – एक ऐसा दृष्टिकोण जो प्रभावी रहेगा, जिससे यह फ़र्क़ नहीं पड़ेगा कि आप कहाँ से शुरू करना है या आप क्या बदलना चाहते हैं। मैंने जो तरीक़े अपनाए, वे सभी के लिए प्रासंगिक हैं, जो हर पायदान पर सुधार चाहते हैं, फिर भले ही उनके लक्ष्य सेहत, पैसा, उत्पादकता, संबंधों या इन सभी पर केंद्रित हों। जब तक मानव व्यवहार का प्रश्न है, तब तक यह पुस्तक आपका मार्गदर्शन करेगी।
“मजबूरी की स्थिति आने से पहले ही परिवर्तन कर लें।” जैक वेल्च
“Change before you have to.” Jack Welch
हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें