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श्री गुरु हरि राय जी : जसबीर सिंह | Shri Guru Hari Rai Ji by Jasbeer Singh Hindi PDF Book

guruhari श्री गुरु हरि राय जी : जसबीर सिंह | Shri Guru Hari Rai Ji by Jasbeer Singh Hindi PDF Book
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पुस्तक का विवरण / Book Details
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CategoryReligious Books in Hindi PDF Uncategorized Hindi Books | अवर्गीकृत
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“रोटी या सुरा या लिबास की तरह कला भी मनुष्य की एक बुनियादी ज़रूरत है। उसका पेट जिस तरह से खाना मांगता है, वैसे ही उसकी आत्मा को भी कला की भूख सताती है।” इरविंग स्टोन
“Art’s a staple. Like bread or wine or a warm coat in winter. Those who think it is a luxury have only a fragment of a mind. Man’s spirit grows hungry for art in the same way his stomach growls for food.” Irving Stone

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श्री गुरु हरि राय जी : जसबीर सिंह द्वारा हिंदी पीडीएफ पुस्तक | Shri Guru Hari Rai Ji by Jasbeer Singh Hindi PDF Book

पुस्तक का नाम / Name of Book : श्री गुरु हरि राय जी / Shri Guru Hari Rai Ji

पुस्तक के लेखक / Author of Book : जसबीर सिंह / Jasbeer Singh

पुस्तक की भाषा / Language of Book : हिंदी / Hindi

पुस्तक का आकर / Size of Ebook : 200.0 KB

कुल पन्ने / Total pages in ebook : 14

पुस्तक डाउनलोड स्थिति / Ebook Downloading Status  : Best 

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One Quotation / एक उद्धरण
“जीवन जीने के दो ही तरीके हैं। एक तो ऐसे जैसे कि कुछ भी चमत्कारी नहीं है। और दूसरा जैसे कि सब कुछ चमत्कारी है।”
– अल्बर्ट आइन्सटाइन


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“There are only two ways to live your life. One is as though nothing is a miracle. The other is as though everything is a miracle.” 
– Albert Einstein

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