दोस्त बनाए नए नए : अलका शंकर | Dost Banae Naye Naye : By Alka Shankar Hindi Book
पुस्तक के कुछ अंश : आरती चार साल की है। उसके गाल लाल और गुदगुदे है | उसकी काली और चमकती आंखें हैं। वह सदा हँसती रहती है । आरती कभी सीधी चलती नहीं दिखती है । वह फुदकती और फांदती हुई चलती है। वह देर तक किसी एक जगह नहीं ठहरती । वह खेल के कमरे में अपनी गुड़िया से खेलती है या फिर बाहर अपनी तिपहिया सायकिल चलाती है। कभी वह रसोई में पानी से खेलती है तो कभी बरामदे में रंगीन कलमों से चित्रों में रंग भरती है ।
घर में सभी आरती को प्यार करते हैं और सबसे अधिक प्यार करती है, उसकी छह साल की बड़ी बहन, माया । आरती भी अपनी बहन को बहुत प्यार करती है।
माया जहां भी जाती है, वह परछाईं की तरह उसके साथ रहती है। उसको माया का होमवर्क करना अच्छा नहीं लगता क्योंकि तब उसे बात करने को नहीं मिलता। तब आरती भी पेंसिल और कागज लेकर बैठ जाती है।
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| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | दोस्त बनाए नए नए | Dost Banae Naye |
| Author | Alka Shankar |
| Category | Novel Book in Hindi PDF |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 36 |
| Quality | Good |
| Download Status | Not for Download |
“यदि आप दूसरों को खुश देखना चाहते हैं तो सहानुभूति को अपनाएं। यदि आप खुश होना चाहते हैं तो सहानुभूति अपनाएं।” तेंजिन ग्यात्सो, 14वें दलाई लामा
“If you want others to be happy, practice compassion. If you want to be happy, practice compassion.” Tenzin Gyatso, the 14th Dalai Lama
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