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शिव - सूत्र / Shiv - Sutra

शिव - सूत्र / Shiv - Sutra
पुस्तक का विवरण / Book Details
Book Name शिव - सूत्र / Shiv - Sutra
Author
Category, ,
Language
Pages 284
Quality Good
Size 10.2 MB
Download Status Available

सभी मित्र हस्तमैथुन के ऊपर इस जरूरी विडियो को देखे, ज्यादा से ज्यादा ग्रुप में शेयर करें| भगवान नाम जप की शक्ति को पहचान कर उसे अपने जीवन का जरुरी हिस्सा बनाये|

शिव – सूत्र पुस्तक का कुछ अंश : भगवान श्री रजनीश परम ज्ञान में स्थित मुक्त चैतन्य-स्वरूप हैं। वे प्रज्ञा के मूलस्तोत्र में सदा एकरस रहते है। वे एक परम शून्य द्वार हैं, जिसमें से होकर ज्ञानोपलब्धि के विभिन्न मार्गों का उदय होता है। भगवान श्री रजनीश का जन्म ११ दिसंबर, १९३१ को हुआ था और इक्कीस वर्ष की उम्र में ही वे परम सम्बोधि को प्राप्त हुए। तब से वे स्वयं नहीं रहे वरन स्वयं भगवत्ता ही उनसे आरपार होकर अपनी दिव्य लीलाएं करती है……….
“सभी सीढ़ियां नहीं दिखाई दे रही हों तब भी आपका पहला कदम बढ़ा लेना ही आस्था है।” ‐ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर
“Faith is taking the first step even when you don’t see the whole staircase.” ‐ Martin Luther King, Jr

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