Garima : By Dropadi Malik Hindi Book | गरिमा : द्रोपदी मलिक द्वारा हिंदी पुस्तक
गरिमा पुस्तक पीडीएफ के कुछ अंश :
मैं सबसे पहले भगवान का धन्यवाद करती हूं, जिनका आशीर्वाद मुझे जीवन में हमेशा मिला। डॉ. लीलाधर ‘वियोगी’ (हरियाणा साहित्य अकादमी तथा अन्य अनेक पुरस्कारों से पुरस्कृत) मेरे चाचा जी जिन्होंने साहित्य कला के क्षेत्र में अपना विशिष्ट स्थान बनाया और मुझे हमेशा प्रेरित किया व अपना सहयोग प्रदान किया, जिसके बिना ये उपन्यास आप तक नहीं पहुँचता ।
श्री जितेन्द्र सूद, प्रसिद्ध कहानीकार, जिन्होंने इस उपन्यास को न केवल धैर्य से पढ़ा, बल्कि अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए।
श्रीमती दीपिका वियोगी, मेरे उपन्यास की प्रथम पाठक जिनका प्रोत्साहन मेरा संबल बनेगा।
मेरे पति मेरे जीवन सहचर श्री हकीकत राय मलिक, जिनके सहयोग के बिना मैं यह उपन्यास नहीं लिख पाती।
मेरा बेटा विशाल एवं पुत्रवधू शिल्पा एवं बेटी भावना व दामाद नितिन जिन्होंने जीवन में हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया। नील व आशी मेरे जीवन में आए नन्हे फरिश्ते, मेरा पोता एवं नाती, जिन्होंने जीवन में खुशियां भर दीं।
Click the link to enjoy more Hindi novels in PDF format.
Read one more Hindi story by clicking here
| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | गरिमा | Garima |
| Author | Dropadi Malik |
| Category | Literature Book in Hindi Novel Book in Hindi PDF Story Book PDF in Hindi |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 160 |
| Quality | Good |
| Download Status | Not for Download |
“सितारों की तरह होते हैं आदर्श; उन्हें आप हाथों से छू नहीं पाएंगे। लेकिन, समुद्र के नाविकों की तरह, आप उन्हें अपना मार्गदर्शक चुनते हैं, और उनका पीछा करते हुए आप अपनी मंजिल पा लेंगें।” ‐ कार्ल शुर्ट्ज़ (१८२९-१९०६), लेखक एवं राजनीतिज्ञ
“Ideas are like stars; you will not succeed in touching them with your hands. But, like the seafaring man on the desert of waters, you choose them as your guides, and following them you will reach your destiny.” ‐ Carl Shurtz, (1829-1906), Writer and Politician
हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें












