मुन्ना बैंडवाले उस्ताद : शिवदयाल द्वारा हिंदी पुस्तक | Munna Bandwale Ustad : By Shivdayal Hindi Book
पुस्तक का विवरण / Book Details | |
Book Name | मुन्ना बैंडवाले उस्ताद | Munna Bandwale Ustad |
Author | शिवदयाल / Shivdayal |
Category | कहानी / Story, कहानी संग्रह / Story Collections, प्रेरक / Motivational, Fiction, Kahani Sangrah, Self Help |
Language | हिंदी / Hindi |
Pages | 188 |
Quality | Good |
Download Status | Not for Download |
मुन्ना बैंडवाले उस्ताद पुस्तक पीडीएफ के कुछ अंश : अवस्था मेरी बहुत हो गयी देह की एक-एक मांसपेशी झूल गयी है अपना काम खुद करने में असमर्थप्राय हो गया हूँ अब और नहीं जिया जाता लेकिन अब भी अगर जिन्दा हूँ तो सजा काटने के लिए ही न! मन पर गुनाहों का बोझ है जिसे मैं तुम्हारे साथ बाँट नहीं सकता क्योंकि तुमने ऐन मौके पर साथ छोड़ दिया मेरा, नहीं तो क्यों यह सब अकेले वहन करता, कुछ हलका तो होता पर नहीं विमल की माँ, तुम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती थीं तुम्हारी आँखों का तारा तुम्हारे सामने टूटकर बिखर जाए और तुम देख पातीं? यह सब तो मुझे ही झेलना था |
“क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है।” ‐ मार्क ट्वेन
“Anger is an acid that can do more harm to the vessel in which it is stored than to anything on which it is poured.” ‐ Mark Twain
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