Nirmala : By Munshi Premchand Hindi Book | निर्मला : मुंशी प्रेमचंद द्वारा हिंदी पुस्तक
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निर्मला पुस्तक पीडीएफ के कुछ अंश : उदयभान, शहर के मशहूर वकील थे। उनका बंगला बहुत बड़ा तो नहीं था, लेकिन लोग कोठी ही कहते थे उसे एक हमाल अपनी हाथगाड़ी पर बहुत सी किनातें और शामयाना लिए कोठी के गेट पर खड़ा था और इधर-उधर झाँक रहा था। सामने लिखा नाम पढ़ नहीं सकता था, कि अंग्रेजी में था। अन्दर बरामदे में एक लड़की खेल रही थी। उसे देखकर उसने पुकारा।
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| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | Nirmala | निर्मला |
| Author | Munshi Premchand |
| Category | Novel Book in Hindi PDF |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 196 |
| Quality | Good |
| Download Status | Not for Download |
“असफल व्यक्तियों में से निन्यानवे प्रतिशत वे लोग होते हैं जिनकी आदत बहाने बनाने की होती है।” ‐ जॉर्ज वाशिंगटन कार्वर
“Ninety-nine percent of all failures come from people who have the habit of making excuses.” ‐ George Washington Carver
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