Nirmala : By Munshi Premchand Hindi Book | निर्मला : मुंशी प्रेमचंद द्वारा हिंदी पुस्तक
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निर्मला पुस्तक पीडीएफ के कुछ अंश : उदयभान, शहर के मशहूर वकील थे। उनका बंगला बहुत बड़ा तो नहीं था, लेकिन लोग कोठी ही कहते थे उसे एक हमाल अपनी हाथगाड़ी पर बहुत सी किनातें और शामयाना लिए कोठी के गेट पर खड़ा था और इधर-उधर झाँक रहा था। सामने लिखा नाम पढ़ नहीं सकता था, कि अंग्रेजी में था। अन्दर बरामदे में एक लड़की खेल रही थी। उसे देखकर उसने पुकारा।
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| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | Nirmala | निर्मला |
| Author | Munshi Premchand |
| Category | Novel Book in Hindi PDF |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 196 |
| Quality | Good |
| Download Status | Not for Download |
“ऐसा कोई युग कभी नहीं रहा जिसमें अतीत का गुणगान और वर्तमान पर विलाप न किया गया हो।” ‐ लिलियन आइक्लर वॉटसन
“There has never been an age that did not applaud the past and lament the present.” ‐ Lillian Eichler Watson
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