समुन्दर और मैं : संध्या राव | Samundar Aur Main : By Sandhya Rao Hindi Book
समुन्दर और मैं पुस्तक पीडीएफ के कुछ अंश : समंदर और मैं एक ऐसे लड़के की कहानी है जो 26 दिसम्बर 2004 में आए सुनामी से प्रभावित हुआ है। यह ऐसे किसी भी बच्चे की कहानी हो सकती है जो प्रकृति कि गोद में पला हो । कहानी एक सरल ढंग से बच्चे की भावनाओं के साथ आगे बढ़ती है जहाँ वह इस विनाश से अपने अनुभवों और आकुलताओं को समझने का प्रयत्न करता है। समंदर के मोहक चित्र, रेत, शंख, बच्चे, तट रेखा के रंग और क्रेआन की रेखाए पुस्तक में इस तरह पिरोड़ गई हैं जो उन पर मरहम का काम करती हैं। जिनका सब कुछ उस त्रासदी में बह गया, और उन सब को, जो केवल दूर से देखते रहे, उन्हें समझने का एक नया दृष्टिकोण देती हैं। इस पुस्तक में जानबूझकर विनाश के चित्रों का उपयोग नहीं किया गया है। उन की जगह यह पुस्तक ऐसी तस्वीरें प्रस्तुत करती है जो प्रेरणादायक हैं और पानी, रेत और बच्चे के संबंध को और मज़बूती देती है।
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| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | समुन्दर और मैं | Samundar Aur Main |
| Author | संध्या राव / Sandhya Rao |
| Category | Story Book PDF in Hindi |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 32 |
| Quality | Good |
| Download Status | Not for Download |
“शहरी सभ्यता में रात को दिन में बदल देने की तमन्ना, स्वयं में ही स्वास्थ्य को खोखला करने, ताकत को छितराने और चरित्र को कमज़ोर करने का कृत्य है।” ऑरिसन स्वेट मार्डेन
“The very temptation in the city to turn night into day is of itself health-undermining, stamina-dissipating and character-weakening.” Orison Swett Marden
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