अंक-विद्या (ज्योतिष) | Ank-vidya (Jyotish)
PDF डाउनलोड करने के लिए लिंक नीचे दिया गया है
अंक-विद्या (ज्योतिष) पुस्तक का कुछ अंश : जो स्वंसग परित्याग कर वन का समाश्रय ले चुके है, ऐसे रागद्वे य-मूत्य, निप्परिग्रह मूनिजन-सत-महात्मा भी ज्योतिष चञास्त्र वेत्ताओ से भविष्य ज्ञात करने के लिये उत्सुक रहते है, तव स्लाधारण ससारी प्राणी की तो चर्चा ही क्या ? प्रायः इस भविष्य ज्ञानकी प्राप्तिज्योतिष झास्त्र के द्वारा होती है। ज्योतिप भास्त्र अथाह सागर है। जन्म-कुण्डली निर्माण के लिये, जन्म का स्थान, ठीक समय का ज्ञान आदि परमावश्यक है। शुद्ध रमन, भाव-स्पष्ट, ग्रह स्पष्ट, मान्दि स्पष्ट, मित्रामित्रचक्र, सप्तवर्गी चक्र, दशवर्य, दशा, अन्तर्दंभा, अष्टक वर्ग, सर्वाष्टक वर्ग आदि बचाने में बहुत गणित करना पडता है, और परिश्रम साध्य है।
| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | अंक-विद्या (ज्योतिष) | Ank-vidya (Jyotish) |
| Author | Gopesh Ojha |
| Category | Best Jyotish Books in Hindi Astrology Book in Hindi |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 190 |
| Quality | Good |
| Size | 6.0 MB |
| Download Status | Available |
“मुझे अपने प्रशिक्षण के प्रत्येक क्षण से नफरत थी, लेकिन मैंने कहा, “हार नहीं मानो। अभी कष्ट उठा लो और शेष जीवन विजेता की तरह जियो।”” ‐ मोहम्मद अली
“I hated every minute of training, but I said, “Don’t quit. Suffer now and live the rest of your life as a champion.”” ‐ Muhammad Ali
हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें












