इग्नाइटेड माइंडस : डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा हिंदी ऑडियो बुक | Ignited Minds : by Dr. A. P. J. Abdul Kalam Hindi Audiobook
पुस्तक का विवरण / Book Details | |
AudioBook Name | इग्नाइटेड माइंडस / Ignited Minds |
Author | A.P.J Abdul kalam / ए.पी.जे अब्दुल कलम |
Category | हिंदी ऑडियोबुक्स / Hindi Audiobooks, प्रेरक / Motivational, विज्ञान / Science |
Language | हिंदी / Hindi |
Duration | 1:11 hrs |
Source | Youtube |
Ignited Minds Hindi Audiobook का संक्षिप्त विवरण : एक स्कूल में जब डॉ॰ कलाम बच्चों से मिले तो बच्चों से बातें करते हुए एक सवाल आया कि ”हमारा दुश्मन कौन है” कलाम जी को कई बच्चों ने अपना -अपना जवाब दिया लेकिन डॉ॰ कलाम ने सिर्फ एक बच्चे के जवाब को सहमति दी और वो बच्चा था स्नेहल थककर जिसका जवाब था “हमारा दुश्मन गरीबी है”। डॉ॰ कलाम ने इग्नाइटेड माइंडस को इंटरमीडिएट स्कूल के बच्चे स्नेहल थककर को समर्पित किया है। Ignited Minds के कुछ महत्वपूर्ण अंश आपको भारत की वैज्ञानिक प्रगति के दौरान हुए विभिन्न प्रकार के संघर्षों से भी अवगत कराते हैं। पुस्तक का मूल उद्देश्य विशेषकर भारतीय युवा वर्ग की अभिवृत्तियों और चिंतन प्रक्रिया में सकारात्मक बदलाव लाना है। इस प्रकार डॉ. कलाम जी अपनी इस पुस्तक के माध्यम से युवा भारतवासियों में सकारात्मक ऊर्जा भरने का प्रयास करते हैं।
पुस्तक को नौ अध्यायों में आयोजित किया गया है, जो विभिन्न मुद्दों से निपटते है, जैसे :-
1. दी ड्रीम्स एंड दी मेसेज (The Dreams and the Message)
2. गिवे अस अ रोले मॉडल (Give Us a Role Model)
3. विशनरी टीचर्स एंड साइंटिस्ट्स (Visionary Teachers and Scientists)
4. लर्निंग फ्रॉम सेंटस् एंड सीरस् (Learning from Saints and Seers)
5. पट्रिऑटिस्म बियॉन्ड पॉलिटिक्स् एंड रिलिजन (Patriotism beyond Politics and Religion)
6. दी नॉलेज सोसाइटी (The Knowledge Society)
7. गेटिंग दी फोर्सेज टुगेथेर (Getting the Forces Together)
8. बिल्डिंग अ न्यू स्टेट (Building a New State)
9. टू माय कौँतरीमेन (To my Countrymen)
10. कंक्लूशन् (conclusion)
11. बिबलियोग्राफी (Bibliography)
“जीवन में दो मूलभूत विकल्प होते हैं- या तो परिस्थितियों को जैसी हैं वैसा ही स्वीकार करें, अथवा उन्हें बदलने का उत्तरदायित्व स्वीकार करें।” डा. डेविस वेटले
“There are two primary choices in life- to accept conditions as they exist, or accept the responsibility for changing them.” Dr. Denis Waitley
हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें