Dek Par Andhera : By Hiralal Nagar Hindi Book | डेक पर अंधेरा : हीरालाल नगर द्वारा हिंदी पुस्तक
डेक पर अंधेरा पुस्तक पीडीएफ के कुछ अंश :
हीरालाल नागर
जन्म: 3 जुलाई, 1951
शिक्षा: ग्रेजुएशन, पत्रकारिता एवं सॉफ्टवेयर में
लेखन और प्रकाशन समसामयिक विषयों पर आलेख विहानी, आलोचना, समीक्षा आदि देश की प्रमुख पत्रकाओं में प्रकाशित।
कृतियां जंगल से खिलाफ (कवितासंग्रह) अधूरी
संपादन : कमलेश्वर की महत्वपूर्ण कहानियों का संग्रह “सोलह छतों का घु’।
पुरस्कार एवं सम्मान : कहानी के लिए ‘आर्य स्मृति साहित्य सम्मान-2002, कहानी के लिए ही पहला ‘शैलेश पनि सम्मान-2005
संप्रति : दैनिक भास्कर की प्रमुख पत्रिका ‘अहा! जिंदगी के नई दिल्ली कार्यालय में कार्यरत
संपर्क को 124/41 सी गली नं.2, सादतपुर विस्तार, गार्जुन नगर नई दिल्ली-110094
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| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | डेक पर अंधेरा | Dek Par Andhera |
| Author | Hiralal Nagar |
| Category | नाटक / Drama Hindi Books Novel Book in Hindi PDF |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 240 |
| Quality | Good |
| Download Status | Not for Download |
“हमें भाईयों की तरह मिलकर रहना अवश्य सीखना होगा अन्यथा मूर्खों की तरह सभी बरबाद हो जाएंगे।” ‐ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर
“We must learn to live together as brothers or perish together as fools.” ‐ Martin Luther King, Jr.
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