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Love Shayari

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तू चाँद मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशिया हमारा होता।
लोग तुझे दूर से देखा करते और
सिर्फ पास रहने का हक हमारा होता।

जब खामोश आँखों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तेरे ही ख्यालों में खोये रहते हैं,
न जाने कब दिन और कब रात होती है।

बहुत खूबसूरत वो रातें होती हैं,
जब तुमसे दिल की बातें होतीं हैं।

इश्क करो तो मुस्कुरा कर,
किसी को धोखा न दो अपना बना कर,
करलो याद जब तक जिन्दा हैं,
फिर न कहना चले गये दिल में यादे बसा कर।

खुशी से अपना दिल आबाद करना,
हर ग़म को अपने दिल से आजाद करना,
बस आपसे एक ही गुजारिश है हमारी,
यूं ही उम्र भर हमसे हमेशा प्यार करना।

रात होगी तो चाँद दुहाई देगा,
ख्वाबों में उसका चेहरा दिखाई देगा,
ये इश्क है ज़रा सोच समझ कर करना,
क्यूंकि यहाँ एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा।

दिल पर आये हुए इल्जाम से पहचानते हैं,
लोग अब मुझे तेरे नाम से पहचानते हैं।

जिंदगी के लिये जान ज़रूरी है,
जीने के लिये अरमान ज़रूरी है,
हमारे पास हो चाहे कितना भी गम,
लेकिन तेरे चहरे पर मुस्कान ज़रूरी है।

हमारी चाहत है तुझे अपना बनाने की,
हमने तो ज़रूरत की है तुझसे दिल लगाने की,
अब तू हमे चाहे या न चाहे,
लेकिन हमारी तो हसरत है तुझ पर मर मिट जाने की।

तन्हाई में मुश्कुराना भी इश्क है,
और इस बात को छुपाना भी इश्क है।

उनके साथ रहते रहते उनसे चाहत सी हो गई,
उनसे बात करते करते एक आदत सी हो गई,
एक पल वो हमे न मिले तो दिल बेचैन हो जाता है,
उनसे दोस्ती निभाते निभाते उनसे मोहब्बत सी हो गई।

ऐ काश कोई खुशियों की दुकान होती,
और मुझे उसकी पहचान होती, खरीद
लेता आपके लिए हर एक ख़ुशी,
चाहे उसकी कीमत मेरी जान होती।

हमारी गलतियों से कभी टूट मत जाना,
हमारी शरारत से रूठ मत जाना,
आपकी चाहत ही हमारी जिंदगी है,
जिंदगी में कभी हमे भूल मत जाना।

प्यार का बदला कभी चूका न सकेंगे,
जिंदगी भर आपको भुला न सकेंगे,
आप ही हमारे होठो की हँसी हो,
अगर जिंदगी में न मिले तो चाह कर भी कभी मुस्कुरा न सकेंगे।

बस मुझे अपने बाहों में सुलालो,
फिर चाहे कितना भी मुझे रुला लो।

बदल गई सारी दुनिया बस एक तुम नही बदले हो,
कल भी दर्द दिया करते थे आज भी दर्द देते हो।

तेरे दिए हुए जख्म धीरे धीरे भर जायेंगे,
बस तू जमाने से जिक्र न करना,
बहुत शुक्रिया है तेरा दर्द देने के लिये,
बस तू मेरी फ़िक्र न करना।

जरा सी बदमाश जरा सी नादान है तू,
लेकिन ये भी सच है की मेरी जान है तू।

अब तो बिसलेरी की बोतल भी किंग फिशर जैसे लगने लगी है,
और तुझे देख कर अब स्प्राइट भी चढ़ने लगी है।

चाँद को भी मिल गई चाँदनी,
अब सितारों का क्या होगा,
अगर मोहब्बत एक से ही करली,
तो बाकी हज़ारों का क्या होगा।

जब हमे धोखा मिला प्यार में,
तो जीवन में उदासी छा गई,
सोचा था छोड़ देंगे इस रास्ते को,
पर मोहल्ले में दूसरी आ गई।

तेरे चेहरे पर मेरा ही नूर होगा,
फिर न कभी तू मुझसे दूर होगा,
सोच रहे है उस दिन क्या ख़ुशी होगी,
जिस दिन तेरी मांग में मेरे नाम का सिन्दूर होगा।

अपने होठो से कुछ न कह कर,
आँखों से सब कह जाती हो,
तुम जब भी मुझसे मिलने आती होज
मुझसे मुझ ही को चुरा जाती हो।

ये जो तेरी आँखों के प्याले है,
ये मेरी जिंदगी के उजाले हैं।

आप हम पर मत किया करो इतना शक,
आपका मैं हूँ सिर्फ आपका ही है मुझ पर हक।

अपनी जिंदगी में हमने तेरी जरूरत देखी है,
तेरी आँखों में हमने अपने लिए मोहब्बत देखी है,
जितनी बार खुद को भी नही देखा होगा,
उतनी बार हमने तेरी सूरत देखी है।

इश्क में गुलाब का फूल,
आप जरा इसे करलो कबूल,
वैसे तो जिंदगी ने दिए है बहुत से गम,
अगर आप मिल जाओ तो सारे गम जाऊंगा मैं भूल।

मोहब्बत इंसान को जीना सिखा देती है,
बफा के नाम पर मरना सिखा देती है,
अगर मोहब्बत नही की तो करके देखना,
ये जालिम हर दर्द सहना सिखा देती है।

तुझसे ख़ुशी का ही नही गम का भी रिश्ता रखते है,
तुझे जिंदगी का हिस्सा बना कर रखते है,
हमारा रिश्ता लफ़्ज़ों का मोहताज नही हुआ करता है,
तुझसे तो रूह से रूह तक का रिश्ता रखते हैं।

हर पल मोहब्बत करने का वादा है आपसे,
हर पल साथ निभाने का वादा है आपसे,
कभी ये मत समझ न हम आपको भूल जायेंगे,
जिंदगी भर साथ चलने का वादा है आपसे।

जो कोई सोच भी न सके वो बात है हम,
जो ढल के नई सुबह लाये वो रात है हम,
अक्सर लोग रिश्ते बना कर छोड़ दिया करते है,
जो जिंदगी भर साथ निभाए वो साथ है हम।

हमे फिर सुहाना नज़ारा मिला है,
क्योंकि जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है,
अब जिंदगी में कोई ख्वाइश नही रही,
क्योंकि हमे अब तुम्हारी बाहों का सहारा मिला है।

इश्क बिना जिंदगी फ़िज़ूल है,
लेकिन इश्क के भी अपने उसूल है,
कहते है इश्क में है बहुत उल्फ़ते,
जब तेरे जैसा हो साथी तो सब कबूल है।

हम तुझे याद करते है रात की तन्हाई में,
दिल डूबता है दर्द की गहराई में,
हमे मत ढूंढना इस जमाने की भीड़ में,
क्योंकि हम मिलेंगे तुझे तेरी ही परछाई में।

इन आँखों से उनकी तस्बीर को कैसे हटाये,
इस दिल से उनकी यादें कैसे मिटाये,
हम उन्हें कैसे भुला सकते हैं,
इन धड़कनों को उनके बिन अब कैसे चलाये।

तेरा नाम ही क्यों ये दिल रटता है,
क्यों ये दिल सिर्फ तुझ पे ही मरता है,
न जाने कितना नशा है तेरे इश्क में,
अब तो तेरी याद में ही ये दिन कटता है।

न जाने कैसा ये तीर जिगर के पार हुआ,
न जाने क्यों ये दिल बेकरार हुआ,
तू कभी मेरे सामने तो आया नही,
फिर भी न जाने क्यों तुझसे इतना मुझे प्यार हुआ।

मैंने तो सिर्फ तुझ से मोहब्बत करने की दुआ मांगी है,
मैंने तो हर दुआ में सिर्फ तेरी वफ़ा मांगी है,
ये ज़माना लाख जले हमारी मोहब्बत से,
मैंने तो सिर्फ तुझसे मोहब्बत करने की सजा मांगी है।

ये ज़माना लाख जले हमारी मोहब्बत से,
ज़िन्दगी में कोई टूटे तो उसे सम्भालना सीखो,
ज़िन्दगी में अगर कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
ये रिश्ते बड़े किस्मत वालों को मिलते हैं,
ज़िन्दगी में रिश्तों को निभाना सीखो।

तू मेरी ज़िंदगी तू ही मेरा ख्वाब है,
तू ही सादगी तू ही मुस्कान है,
जी चाहता है बस यही कहता रहूँ,
तू ही मेरी मन्नत तू ही मेरी जान है।

बहारें जब खिलती हैं तब फूल खिलते जाते हैं,
इश्क जवां होता है और दो दिल मिलते जाते हैं,
इश्क की राह भी बहुत अजीब होती है,
आंखों से लफ्ज़ बयां होते हैं और होंठ सिल जाते हैं।

दिल के कोने से एक आवाज़ आती है
हमें हर पल उनकी याद आती है
दिल पूछता है बार – बार हमसे
के जितना हम याद करते है उन्हें
क्या उन्हें भी हमारी याद आती है।

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता
कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता
वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता।

ज़िंदगी लेहर थी आप साहिल हुए
ना जाने कैसे हम आपके काबिल हुए
ना भुला पाएंगे हम उस हसीं पल को
जब आप हमारी ज़िंदगी में शामिल हुए।

सूरज वो जो दिन भर आसमान का साथ दे
चाँद वो जो रात भर तारों का साथ दे
प्यार वो जो ज़िंदगी भर साथ दे
और दोस्ती वो जो पल पल साथ दे |

ज़िंदगी में आपकी एहमियत हम आपको बता नहीं सकते
दिल में आपकी जगह हम आपको दिखा नहीं सकते
कुछ रिश्ते बोहत अनमोल होते है
इससे जयादा हम आपको समझा नहीं सकते ।

सामने हो मंजिल तो कदम ना मोड़ना
जो दिल में हो वो खवाब ना तोडना
हर कदम पर मिलेगी कामयाबी आपको
सिर्फ सितारे छूने के लिए कभी जमी ना छोड़ना।

जाने क्यों हमें आंसू बहाना है आता
जाने क्यों हालेदिल बताना नहीं आता
क्यों साथी बिछड़ जाते है हमसे
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता ।

ख़ामोशी इकरार से कम नहीं होती
सादगी भी सिंगार से कम नहीं होती
ये तो अपना अपना नज़रिया है मेरे दोस्त
वर्ना दोस्ती भी प्यार से कम नहीं होती।

एक सपने की तरह सजा कर रखु
अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखु
मेरी तक़दीर मेरे साथ नहीं वर्ना
ज़िंदगी भर के लिए उसे अपना बना कर रखु|

मीठी मीठी यादे पलकों पे सजा लेना
एक साथ गुज़ारे पल को दिल में बसा लेना
नज़र ना आऊं हकीकत में अगर
मुस्कुरा कर मुझे सपनो में बुला लेना ।

प्यार हम उनको करते हैं,
जो हमारी फ़िकर करते हैं,
कदर हम उनकी करते हैं,
जो हमारी इज्ज़त करतें हैं,
जीते हैं हम उनके लिए,
जो हम पर मरते हैं।

तरसती नज़रो ने हर पल आपको ऐसे मागा
जैसे हर अमावस में चांद मागा
रूठ गया वो खुदा भी हमसे
जब हमने अपनी हर दुआ में आपको मागा।

जो प्यार का रिश्ता हम बनाते है
उसे लोगो से क्यों छुपाते है
क्या गुनाह है किसी को प्यार करना
तो बचपन से हमे प्यार करना क्यों सिखाते है।

यादों की हवा ज़ख्मों की दवा बन गई
दूरी उनकी मेरी चाहत की सज़ा बन गई
कैसे भूलूं में उन्हें एक पल के लिए
उनकी याद ही मेरी जीने की वजह बन गई|

वख्त बदलता है जिंदगी के साथ
ज़िन्दगी बदलती है वख्त के साथ
वख्त नही बदलता अपनो के साथ
बस अपने ही बदल जाते है वख्त के साथ|

किसी की धड़कनों के पीछे कोई बात होती है
हर दर्द के पीछे कोई याद होती होती है
आपको पता हो या ना हो
आपकी हँसी या खुशी के पीछे हमारी फ़रयाद होती है।

दिल के बाज़ार में दौलत नही देखी जाती
प्यार अगर हो जाये तो सूरत नही देखी जाती|

बात बात मे जो रुठ जाते हैं
अनजाने मे उनसे हाथ छूठ जाते है
कहते है बड़े कमजोर होते हैं प्यार के रिश्ते
इसमे हँसते हँसते दिल टूट जाते हैं।

अक्सर लोग सूरत पे मरते है,
हमे तो आपकी आवाज़ से इश्क़ है।

मुझे तो सिर्फ तुम चाहिए,
ना तुमसे बेहतर ना तुमसे अच्छा।

एक बात कहूँ जानेमन,
एक दूसरे की गलतियों को छुपा कर,
एक दूसरे का साथ देना ही,
सच्ची मोहब्बत है।

इश्क़ में तेरा फ़ना बन जाऊ,
दर्द में तेरा सुकून बन जाऊ,
तुम रखो पैर जिस जगह पर भी,
वो जमीन मैं बन जाऊ।

मुझे तेरा साथ हम उम्र नहीं चाहिए,
बल्कि, जब तक तू साथ है,
तब तक जिंदगी चाहिए।

रिश्ते निभाने के लिए मुलाकात जरूरी है,
इश्क़ करने के लिए आशिकाना बनना जरुरी है।

तेरी ख़ामोशी और नज़रे हमेशा ये गुनगुनाती है,
तू मेरा, मैं तेरी, बस यही आवाज़ आती है।

तू मोहब्बत होती तो शायद भुला देता,
साला ये दिल इबादत कर बैठा है।

किस कदर हमने एक इंसान को चाहा,
जिसे भुला पाना बस की नहीं और पाना किस्मत में नहीं।

तुमसे 5 मिनट बात हो जाती है तो,
दिन भर की टेंशन खत्म हो जाती है।

खुद आपको नहीं पता की, आप कितनी प्यारी हो,
जान हो हमारी पर जान से प्यारी हो।

कभी शाम ढले तो मेरे दिल में आ जाना,
मगर आना इस तरह कि, यहाँ से फिर ना जाना।

अक्सर प्यार में झुकना कोई बड़ी बात नहीं,
आखिर सूरज भी तो डूबता है चाँद के लिए।

रूठना हुस्न वालों की आदत है,
और मनाना हम आशिक़ो की आदत।

जरुरी नहीं है की, इश्क़ में हमबिस्तर होना पड़े,
किसी को जीभर के महसूस करना भी इश्क़ है।

ना जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुमसे,
दिल लगाना तो जानता है पर भूलाना नहीं।

हर पल बेवजह सी फ़िक्र, होती है इसकदर,
जब बेपनाह मोहब्बत किसी से होती है।

वो इत्र से खुद को लुभाती है इस कदर,
मैं तो उसके ख्यालो में ही महक जाता हूँ।

मुझे किसी और से क्या लेना देना,
मुझे तुमसे तुम्हारे वक्त से लेना देना है।

तुमने तो कहा था कि, हर शाम हाल पूछेंगे,
तुम बदल गए हो कि, तुम्हारे शहर शाम नहीं होती।

तुम्हारी आँखों में मुझे अपना घर मिल गया,
तुम्हारे दिल में मुझे अपना प्यार मिल गया।

तुम वह कविता हो जिसे मैं लिखना चाहता हूं,
तुम वह गीत जो मैं गाना चाहता हूं,
वह प्यार हो जिसे मैं जीना चाहता हूं।

आपकी मुस्कान मेरी मुस्कान है,
आपका स्पर्श मेरा आराम है,
आपका प्यार मेरा जीवन है।

मेरे दिल की हर धड़कन तुम्हारा नाम फुसफुसाती है,
मेरी हर सांस तुम्हारे प्यार में गुनगुनाती है।

आपकी बाहों में मुझे सुकून मिलता है,
आपके प्यार में मुझे जुनून मिलता है।

मैं तुमसे प्यार करता हूँ क्युकी मुझे तुम्हारी जरूरत है,
मैं तुम्हारे बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकता।

आप हमेशा-हमेशा के लिए मेरे जीवनसाथी,
मेरे प्यार, मेरे सब कुछ है।

तुम बरसात में मेरी धूप हो,
अंधेरे में मेरी रोशनी हो,
आजकल की दुनिया में मेरा प्यार हो।
मैं तुम्हें शब्दों से अधिक हो,
कार्यों में व्यक्त करने से अधिक हो,
जीवन के प्यार से भी अधिक हो।

तुम्हारा प्यार मेरे लिए वो राग है
जो मेरे दिल में बजता है,
वह लय है जो मेरी आत्मा में धड़कता है।

तुम मेरी पहेली का वो खोया हुआ टुकड़ा हो,
जिसे मैं जीवन भर खोजता रहा हूँ।

मैं तुमसे प्यार इसलिए करता हूँ ये नहीं कि तुम परफेक्ट हो,
बल्कि इसलिए कि तुम मेरे लिए परफेक्ट हो।

वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो।

प्यार ऐसे करो की हद न हो,
भरोसा इतना करो की शक न हो,
इंतज़ार इतना करो कि वक़्त न हो,
प्यार ऐसे करो की कभी नफरत न हो।

हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
संजीदा रहो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से उन्हें याद करते हैं,
वो हैं जिन्हें ये सब कुछ मजाक लगता है।

थोड़े दिन का इश्क़ हम नहीं किया करते,
शहर का आशिक हूँ, यूँ ही किसी से प्यार किया नहीं करते।

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो,
हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं……..!!!

चांद रोज़ छत पर आकर इतराता बहुत था,
कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी……..!!!

अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,
रह भी लेते है और रहा भी नही जाता…..!!!

तु मिल गई है तो मुझ पे नाराज है खुदा,
कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है…..!!!

अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे……..!!!

दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था……!!!

तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है,
कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद…….!!!

हमारी तडप तो कुछ भी नहीं है हुजुर,
सुना है कि आपके दिदार के लिए तो आइना भी तरसता है……!!!

पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुम से,
लो अब गिन लो… ये बूँदें बारिश की……!!!

क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,
जाने क्या हस्र होगा जब वो खुलकर मुस्कुरायेंगे…….!!!

पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे,
वो अपनी जुल्फें न संभाल पाए और हम खुद को……!!!

मुझसे जब भी मिलो तो नज़रें उठा के मिला करो,
मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना……!!!
मै उसको चाँद कह दू ये मुमकिन तो है, मगर…
लोग उसे रात भर देखें ये मुझे गवारा नहीं…..!!!

कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,
लगता है फिर प्यार हो रहा है………!!!

कह दो अपने दांतों को, क़ि हद में रहें,
तेरे लबों पे बस मेरे लबों का हक़ है……!!!

दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त तेरी,
बस एक बार तू कह दे कि, मैं अमानत हूं तेरी…..!!!

कुछ खास नहीं इन हाथों की लकीरों में,
मगर तुम हो तो एक लकीर ही काफी है……!!!

खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा,
एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा…..!!!

दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,
फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है…….!!!

कितनी ख़ूबसूरत हो जाती है दुनिया,
जब कोई अपना कहता है की तुम बहुत याद आ रहे हो…….!!!

शान से हम तेरे दिल में रहेंगे,
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे,
देख के जलेंगी हमे दुनिया सारी,
इस कदर बे-पनाह तुझे प्यार करेंगे……!!!

जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर,
कोई भी आईना अच्छा नही लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने,
तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता……..!!!

क्यू बार बार ताकते हो शीशे को,
नज़र लगाओगे क्या मेरी इकलौती मुहब्बत को…..!!!

लोग तुम्हे दूर से देखते,
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता……!!!

तेरी आवाज़ से प्यार है हमें,
इतना इज़हार हम कर नहीं सकते,
हमारे लिए तू उस खुदा की तरह है,
जिसका दीदार हम कर नहीं सकते……..!!!

हमें आदत नहीं हर एक पे मर मिटने की,
तुझे में बात ही कुछ ऐसी थी दिल ने सोचने की मोहलत ना दी…..!!!

कुछ ऐसा अंदाज था उनकी हर अदा में,
के तस्वीर भी देखूँ उनकी तो खुशी तैर जाती है चेहरे पे……!!!

सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह,
उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह…..!!!

ए खुदा उन्हे हमेशा खुश रखना जिन्हे,
हम तुमसे भी पहले याद किया करते है……!!!

लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे,
यूँ मेरे दिल में चले आओ की आहट भी न हो……!!!

जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,
मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे……!!!
एक बार उसने कहा था,
मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना,
बस फिर क्या था,
तबसे मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा…..!!!

हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं…….!!!

वो न आए उनकी याद वफ़ा कर गई,
उनसे मिलने की चाह सुकून तबाह कर गई,
आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा,
मज़ाक हमसे हवा कर गई….!!!

हम तो आँखों में संवरते हैं, वही संवरेंगे,
हम नहीं जानते आईने कहाँ रखें हैं……..!!!

यूँ तो बहुत से हैं रास्तें, मुझ तक पहुंचने के,
राह-ऐ-मोहब्बत से आना, फासला कम पड़ेगा……!!!

तेरे चेहरे पर अश्कों की लकीर बन गयी,
जो न सोचा था तू वो तक़दीर बन गयी……!!!

हमने तो फिराई थी रेतो पर उंगलिया,
मुड़ कर देखा तो तुम्हारी “तस्वीर” बन गयी……!!!

खुदा का शुक्र है कि उसने ख्वाब बना दिये वर्ना,
तुझसे मिलने कि तमन्ना कभी पूरी नहीं होती…….!!!

जमाने के लिए आज होली है,
मुझे तो तेरी यादे रोज रंग देती है……!!!

तनहाई ले जाती है जहाँ तक याद तुम्हारी,
वही से शुरू होती है जिंदगी हमारी,
नहीं सोचा था हम चाहेंगे तुम्हें इस कदर,
पर अब तो बन गए हो तुम किसमत हमारी…..!!!

न जाने क्या कशिश है,
उनकी मदहोश आँखों में,
नज़र अंदाज़ जितना करो,
नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!

वो कहने लगी,
नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच,
में ने मुस्करा के कहा,
तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था “इश्क”, हज़ारों के बीच…..!!!

वो जो हमारे लिए ख़ास होते हैं,
जिनके लिए दिल में एहसास होते हैं,
चाहे वक़्त कितना भी दूर कर दे उन्हें,
पर दूर रहकर भी वो दिल के पास होते हैं…….!!!

मेरे दिल के नाज़ुक धड़कनो को,
तुमने धड़कना सिखा दिया,
जब से मिला हैं प्यार तेरा,
ग़म में भी मुस्कुराना सिखा दिया….!!!

तलब ये कि तुम मिल जाओ,
हसरत ये कि उम्र भर के लिये……!!!

हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है……!!!

तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो,
यु तुम हमें इशारा ना करो,
दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी,
तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया ना करो……!!!

आपके आने से ज़िंदगी कितनी खूबसूरत है,
दिल मे बसी है जो वो आपकी ही सूरत है,
दूर जाना नही हमसे कभी भूलकर भी,
हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है……..!!!

तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो हाथ रखो दिल पर,
हम धड़कनों में मिल जायेंगे……!!!

हर चीज़ “हद” में अच्छी लगती हैं,
मगर तुम हो के “बे-हद” अच्छे लगते हो……!!!

तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,
हम ‘जान’ तो दे देते हैं, मगर ‘जाने’ नहीं देते…..!!!

हम अपनी दिलपसंद पनाहों में आ गए,
जब हम सिमट के आपकी बाहों में आ गए…..!!!

चलो सिक्का उछाल के कर लेते हैं फैसला आज,
चित आये तो तुम मेरे और पट आये तो हम तेरे…..!!!

एक शर्त पर खेलूँगा ये प्यार की बाज़ी,
मैं जीतू तो तुझे पाऊँ, और हारूँ तो तेरा हो जाऊ……!!!

छुपा लूंगा तुझे इस तरह से मेरी बाहों में,
हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे,
हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह,
कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे…..!!!

खुद को खुद की खबर न लगे,
कोई अच्छा भी इस कदर न लगे,
आपको देखा है उस नजर से,
जिस नजर से आपको नजर न लगे……!!!

तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धडक रहा था वो,
प्यार का ताल्लुक अजीब होता है,
प्यास मेरी थी और सिसक रहा था वो……!!!

मेरा बस चले तो तेरी अदाँए खरीद लुँ,
अपने जीने के वास्ते, तेरी वफाँए खरीद लुँ,
कर सके जो हर वक्त दीदार तेरा,
सब कुछ लुटा के वो निगाँहें खरीद लुँ……!!!

नदी को सागर से मिलने से ना रोको,
बारिस की बूंदों को धरती से मिलने से ना रोको,
जिन्दा रहने के लिए तुमको देखना जरुरी है,
मुझे तुम्हारा दीदार करने से ना रोको……!!!

ग़ज़ल लिखी हमने उनके होंठों को चूम कर, वो ज़िद्द कर के बोले… ‘
फिर से सुनाओ’……..!!!

आँखों में ना हमको ढूंढो सनम,
दिल में हम बस जाएंगे,
बंद आँखों में भी हम नज़र आएंगे……..!!!

दिल में है जो बात किसी भी तरह कह डालिए,
ज़िन्दगी ही ना बीत जाए कहीं बताने मे………..!!!

वो बार बार पूछती है कि क्या है मौहब्बत,
अब क्या बताऊं उसे,
कि उसका पूछना और मेरा न बता पाना ही मौहब्बत है……!!!

आये हो जो आँखों में कुछ देर ठहर जाओ,
एक उम्र गुजरती है एक ख्वाब सजाने में………!!!

ख़याल आया तो आपका आया,
आँखे बंद की तो ख्वाब आपका आया,
सोचा कि याद क रलूँ खुदा को पल दो पल,
पर होंठ खुले तो नाम आपका आया……!!!

सब कुछ मिला सुकून की दौलत ना मिली,
एक तुझको भूल जाने की मोहलत ना मिली,
करने को बहुत काम थे अपने लिए,
मगर हमको तेरे ख्याल से फुर्सत ना मिली…..!!!

गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है,
कौन सी खूशबू मुझमें बसा गई हो तुम,
जिंदगी है क्या तेरी चाहत के सिवा,
ये कैसा ख्वाब आंखों में दिखा गई हो तुम……!!!

लोग पूछते हैं की तुम क्यूँ अपनी मोहब्बत का इज़हार नहीं करते,
हमने कहा जो लब्जों में बयां हो जाये,
सिर्फ उतना हम किसी से प्यार नहीं करते……….!!!

गम ना कर ज़िंदगी बहुत बड़ी है,
चाहत की महफ़िल तेरे लिए सजी है,
बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख,
तक़दीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है……..!!!

यूँ नज़रें वो नीचे किए चले जा रहें हैं,
पास आशिक़ खड़े यूँ परेशाँ हुए जा रहें हैं,
कोई कहता है ज़ालिम अपनी नज़र तो उठा,
हम तेरे रूख का दीदार करने को मरे जा रहें हैं…….!!!

खुदा से भी पहले तेरा नाम लिया है मैंने,
क्या पता तुझे कितना याद किया है मैंने,
काश सुन सके तू धड़कन मेरी,
हर सांस को तेरे नाम से जिया है मैंने……..!!!

दूर रहकर भी तुम्हारी हर ख़बर रखते हैं
हम पास तुम्हें कुछ इस कदर रखते हैं…

कुछ तो जादू है तेरे नाम में
नाम सुनते ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती है

लफ्ज़ कम हैं पर बहुत प्यारे हैं,
तुम हमारे हो हम तुम्हारे हैं…

सामने बैठे रहो दिल को करार आयेगा
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आयेगा।

कभी पढ़ो तो सही मेरी आंखों को
यहां दरिया बहता है तेरी मोहब्बत का।

ये मेरा इश्क औरों जैसा नहीं,
अकेले रहेंगे पर तेरे ही रहेंगे।

सौ बार तलाश किया हमने खुद को खुद में…
एक तेरे सिवा, कुछ नहीं मिला मुझको मुझ में।

किसी को चाहो तो ऐसे चाहो
की किसी और को चाहने की चाहत ही ना रहे।

कोई अजनबी खास हो रहा है
लगता है फिर प्यार हो रहा है।

फंसाना भी नहीं आता,
मनाना भी नहीं आता,
बड़ी कठिन है ये मोहब्बत,
बहुत प्यार है मुझसे उससे पर बताना भी नहीं आता।

प्यार का बदला कभी चुका ना सकेंगे
चाह कर भी आपको भुला ना सकेंगे।

तुम ही हो मेरे लम्हों की हंसी,
तुम से बिछड़े तो फिर मुस्कुराना ना सकेंगे।

बहती हवाओं से आवाज़ आयेगी
हर धड़कन से फरियाद आयेगी।

भर देंगे तेरे दिल में प्यार इतना
की सांस भी लोगे तो सिर्फ मेरी याद आयेगी।

जान से ज्यादा चाहते हैं आपको,
हर खुशी से ज्यादा मांगते हैं आपको।

अगर कोई कहे की प्यार की हद होती है
तो उस हद से भी ज्यादा चाहते हैं आपको।

गिले भी हैं तुझसे, शिकायतें भी हजार हैं…
फिर भी जाने क्यों मुझे तुझसे ही प्यार है।

मेरे लफ्ज़ फीके पड़ गए तेरी अदा के सामने
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने।

मैं ख्वाहिश बन जाऊं और तू रूह की तलब
बस यूं ही जी लेंगे दोनों मोहब्बत बनकर।

दिन भी ठीक से नहीं गुजरता
और रात भी बड़ी तड़पाती हैं
क्या करू यार तेरी याद ही
जो इतनी आती हैं।

आपकी धड़कन से हैं रिश्ता हमारा
आपकी साँसों से हैं नाता हमारा
भूल कर भी कभी भूल न जाना
आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा।

यादों का सिलसिला भी कितना अजीब होता है,
वो जब दूर है यादों की वजह से दिल के करीब होता है।

याद करते हैं तुम्हे तुन्हाई में
दिल डूबा हैं गमों की गहराई में
हमें मत ढूढ़ना दुनिया की भीड़ में
हम मिलेंगे तुम्हें तुम्हारी परछाई में।

कुछ अलग ही करना है
तो वफ़ा करो मेरे दोस्त
मज़बूरी का नाम लेकर
बेवफाई तो हर कोई करता है…

काश वो मुझे सीने से लगाकर
मेरी सारी शिकायत दूर कर दे…
मैं सिर्फ उनका हो जाऊं
मुझे वो इतना मजबूर कर दे…..

दर्द क्या होता है बताएगे किसी रोज
अपने दिल की गजल सुनाएंगे किसी रोज
उड़ने दो परिंदों को खुली फिजाओं में
हमारे होंगे तो लौटकर आएंगे किसी रोज…

होंगी लाखों महफिलें दुनिया में,
मगर तेरे दीदार जैसा सुकून कहीं और नहीं।

कोई गलती हो जाए तो डांट लिया करो,
मगर यूं रूठा न करो हमसे।

पागल सा बच्चा हूँ,
मगर दिल का सच्चा हूँ।
थोड़ा सा आवारा हूँ,
मगर तेरा ही तो दीवाना हूँ।

सुनो तुम अपना ख्याल रखा करो,
क्योंकि मेरे पास तुम जैसा और कोई नहीं।

बस इतनी सी हैं चाहत तुमसे
कभी दूर न जाओ तुम
तेरे बिना हो जीना
ऐसा दिन कभी न आए..

न जाने मेरा ये दिल कहाँ खो गया,
तुझे पहली दफा देखा और तेरा ही हो गया।

थाम लूं तेरा हाथ और तुझे इस
दुनिया से दूर ले जाऊं
जहाँ तुझे देखने वाला मेरे सिवा
कोई और ना हो।

ख्वाब बनकर तेरी आँखों में समाना है,
दवा बनकर तेरे हर दर्द को मिटाना है।

हासिल हैं मुझे जमाने भर की खुशियाँ,
मेरी हर खुशी को बस तुझ पर लुटाना है।

मुहब्बत को जब लोग खुदा मानते हैं,
तब प्यार करने वाले को क्यों बुरा मानते हैं।

जब जमाना ही पत्थर दिल है,
फिर पत्थर से लोग क्यों दुआ माँगते हैं।
तेरी खुशबू से इतना वाकिफ हूँ,
कि तुझे हजारों फूलों में भी ढूंढ़ सकता हूँ।

कल तक सिर्फ एक अजनबी थे तुम
आज दिल की एक एक धड़कन पर हुकूमत है तुम्हारी

देख के तुम्हारी मुस्कुराहट हम होश गवा बैठे,
हम होश में आने ही वाले थे कि तुम फिर मुस्कुरा बैठे।

दिल का क्या है,
तेरी यादों के सहारे जी लेगा,
हैरान तो आँखे हैं,
तड़पती हैं तेरे दीदार को।

जिस तरह से मैंने चाहा तुझे,
कोई और चाहे तो भूल जाना मुझे।

तुम्हें पा लेने के बाद एक और चाहत है मेरी,
मैं जब भी जन्म लूँ, तुमसे ही प्यार करूँ।

मुझसे ज्यादा तुझे मेरी आँखें चाहती हैं,
जब भी तुझे सोचता हूँ तो यह भर आती हैं।

मैं तुम्हें देखता हूँ
और अपना शेष जीवन अपनी आँखों के सामने देखता हूँ।

ये कैसी ख्वाहिश है कि मिटती ही नहीं,
जी भर के तुझे देख लिया फिर भी नजर हटती नहीं।

बहुत मन कर रहा है आज उसे छूने का,
और मेरे खुदा हो सके तो कुछ पल के लिए मुझे हवा बना देना।

जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुमसे,
धड़कना भूल सकता है पर तेरा नाम नहीं।

मैं कसम खाता हूँ
कि मैं तुम्हें जितना प्यार करता हूँ
उससे ज्यादा प्यार नहीं कर सकता
और फिर भी मुझे पता है कि मैं कल करूंगा

पति पत्नी में कोई रूठे तो इक दूजे को मना लो,
दिल उठे मोहब्बत के अरमान तो खुलकर बता दो।

चेहरे पर हंसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।

तुम चाय जैसी मोहब्बत करो,
मैं बिस्किट जैसे डूब न जाऊं तो कहना।
सब मिल गया आपको पाकर,
हमारा हर गम मिट गया आपको पाकर।
सवर गई है ज़िन्दगी हमारी,
हर लम्हे के साथ आपको अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाकर।

कौन सी खुशबू मुझमें बसा गई हो तुम,
ज़िन्दगी है क्या तेरी चाहत के सिवा।

ये कैसा ख्वाब आंखों में दिखा गई हो तुम,
तेरे चेहरे की हसीं मेरे दिल का सुकून है।

जिसे तुम समझ सको वो बात है हम जो नहीं,
सुबह लाये वो रात है हम।

तोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर,
जो कभी छूटे ना वो साथ है हम।

जैसा मांगा ऊपरवाले से वैसा तेरे जैसा यार मिला,
कुछ और नहीं ख्वाहिश मेरी तेरा जो इतना प्यार मिला।

हर खुशी मिली है मुझे आपसे,
मेरे सपनों का राजा मिला है मुझे आपमें।

जिस प्यार का सपना हर लड़की देखती है,
वो प्यार मिला है मुझे आपसे।

आप मेरा ख्वाब, मेरी ख्वाहिश हैं पर कहीं न कहीं आप अंजान हैं,
कभी रूठ न जाना हमसे, क्योंकि आपके बिना मेरी ज़िन्दगी सुनसान है।

तुम हसीन हो गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो।
होंठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हें,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।

न कोई शिकवा तुझसे है न ही गिला कोई खुद से है,
संवर गई ये मेरी दुनिया जब से मिला हूँ मुझसे है।

पति का नाम भले ही शंकर हो,
लेकिन तांडव हमेशा पत्नी ही करती है।

मेरी हर खुशी हर बात तेरी है
साँसों में छुपी ये साँस तेरी है
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिन
धड़कनों की धड़कती हर आवाज तेरी है।

मैं कैसे समझाऊं की आप मेरे क्या हो
आप ही मेरी जमीन हो और आप ही मेरा आसमान हो।

तुम्हारे माथे पे लगी बिंदी तुम्हारी रौनक बड़ा देती है
उफ ये काजल की लपटें मुझे फिर से इश्क करा देती हैं।

सुबह की चाय तभी अच्छी लगती है
जब उस पल में आपका साथ हो।

तेरे इश्क का ऐसा चढ़ा सुमार है
हम नींद में उठ कर चले जाते हैं पता तेरा पूछने
घर पर लोग हमें दीवाना समझ छोड़ जाते हैं।

सुनो जी तुम्हें दिल में बसाया है
अब तुम धड़कों या भड़कों तुम्हारी मर्जी।

सब कहते हैं की बीवी केवल तकलीफ देती है
कभी किसी ने ये नहीं कहाकी तकलीफ में हमारा साथ भी सिर्फ वही देती है।

खुशबू बनकर तेरी सांसों में समा जाएँगे
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जाएँगे
महसूस करने की कोशिश तो कीजिए
दूर रहते हुए भी पास नज़र आएँगे।

मेरी जिंदगी की कहानी तेरी हकीकत बन गई है
साथ मिला जबसे तेरा मेरी किस्मत बदल गई है।

एक तू तेरी आवाज याद आएगी
तेरी कही हुई हर बात याद आएगी
दिन ढल जाएगा रात याद आएगी
हर लम्हा पहली मुलाकात याद आएगी।

मेरी दुनिया तुझ से है
मेरी हर साँस तुझ से है
तेरे लिए लड़ जाऊँ
दुनिया से इतना इश्क तुझसे है।

आप इतने प्यारे हैं
इसलिए हमारे हैं

जिसे तुम समझ सको वो बात हैं हम
जो नही सुबह लाये वो रात हैं हम
तोड़ देते है लोग रिश्ते बनाकर
जो कभी न टूटे वो हम हैं हम

तू हर चीज मांग ले मुझसे तुझपर सब कुर्बान है
बस एक जान मत माँगना क्यूंकि तू ही तो मेरी जान है

आपसे ही हर सुबह हो मेरी,
आपसे ही हो हर शाम है
ऐसा कुछ रिश्ता बन गया आपसे
कि हर सांस में सिर्फ तेरा ही नाम है

“दिल थाम के करवट पे लिए जाऊँ हूँ करवट
वो आग लगी है कि बुझाए न बने है”
कलीम आजिज़

हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा’द ये मा’लूम
कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी
अहमद फ़राज़

आप के बा’द हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
गुलज़ार

“अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें”
अहमद फ़राज़

“जब तुम से मोहब्बत की हम ने तब जा के कहीं ये राज़ खुला
मरने का सलीक़ा आते ही जीने का शुऊर आ जाता है”
साहिर लुधियानवी

ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया
साहिर लुधियानवी

आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें
हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं

चंद कलियाँ नशात की चुन कर मुद्दतों महव-ए-यास रहता हूँ
तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ
साहिर लुधियानवी

इस तरह निगाहें मत फेरो, ऐसा न हो धड़कन रुक जाए
सीने में कोई पत्थर तो नहीं एहसास का मारा, दिल ही तो है
साहिर लुधियानवी

मोहब्बत में ये क्या मक़ाम आ रहे हैं
कि मंज़िल पे हैं और चले जा रहे हैं
जिगर मुरादाबादी

इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है
सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है
जिगर मुरादाबादी

दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद
अब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद
जिगर मुरादाबादी

दिल पे आए हुए इल्ज़ाम से पहचानते हैं लोग
अब मुझ को तिरे नाम से पहचानते हैं
क़तील शिफ़ाई

न जाने कौन सी मंज़िल पे आ पहुँचा है प्यार अपना
न हम को ए’तिबार अपना न उन को ए’तिबार अपना
क़तील शिफ़ाई

किसी सबब से अगर बोलता नहीं हूँ मैं
तो यूँ नहीं कि तुझे सोचता नहीं हूँ मैं
इफ़्तिख़ार मुग़ल

बस एक ही बला है मोहब्बत कहें जिसे
वो पानियों में आग लगाती है आज भी
अजीत सिंह हसरत

“इलाज अपना कराते फिर रहे हो जाने किस किस से
मोहब्बत कर के देखो ना मोहब्बत क्यूँ नहीं करते”
फ़रहत एहसास

मिरे सारे बदन पर दूरियों की ख़ाक बिखरी है
तुम्हारे साथ मिल कर ख़ुद को धोना चाहता हूँ मैं
फ़रहत एहसास

“होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है”
निदा फ़ाज़ली

उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न था
सारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वाला
निदा फ़ाज़ली

इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद
अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता
अकबर इलाहाबादी

आरज़ू है कि तू यहाँ आए
और फिर उम्र भर न जाए कहीं
नासिर काज़मी

“इब्तिदा वो थी कि जीने के लिए मरता था मैं
इंतिहा ये है कि मरने की भी हसरत न रही”
माहिर-उल क़ादरी

तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही
तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ
साहिर लुधियानवी

बदन में जैसे लहू ताज़ियाना हो गया है
उसे गले से लगाए ज़माना हो गया है
इरफ़ान सिद्दीक़ी

इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ‘ग़ालिब’
कि लगाए न लगे और बुझाए न बने
मिर्ज़ा ग़ालिब

इश्क़ से तबीअत ने ज़ीस्त का मज़ा पाया
दर्द की दवा पाई दर्द-ए-बे-दवा पाया
मिर्ज़ा ग़ालिब

कू-ब-कू फैल गई बात शनासाई की
उस ने ख़ुश्बू की तरह मेरी पज़ीराई की
परवीन शाकिर

ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी
नासिर काज़मी

गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं
हम चराग़ों की तरह शाम से जल जाते हैं
क़तील शिफ़ाई

जब से तू ने मुझे दीवाना बना रक्खा है
संग हर शख़्स ने हाथों में उठा रक्खा है
हकीम नासिर

अब तो मिलिए बस लड़ाई हो चुकी
अब तो चलिए प्यार की बातें करें
अख़्तर शीरानी

दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
नासिर काज़मी

आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होते तक
मिर्ज़ा ग़ालिब

आज देखा है तुझ को देर के बअ’द
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं
नासिर काज़मी

“मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले”
मिर्ज़ा ग़ालिब

इश्क़ मुझ को नहीं वहशत ही सही
मेरी वहशत तिरी शोहरत ही सही
मिर्ज़ा ग़ालिब

जिस की आँखों में कटी थीं सदियाँ
उस ने सदियों की जुदाई दी है
गुलज़ार

लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ
उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की
गुलज़ार

आख़री हिचकी तिरे ज़ानूँ पे आए
मौत भी मैं शाइराना चाहता हूँ
क़तील शिफ़ाई

“सिर्फ़ उस के होंट काग़ज़ पर बना देता हूँ
मैं ख़ुद बना लेती है होंटों पर हँसी अपनी जगह”
अनवर शऊर

“लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से जाँ”
निसार अख़्तर

पूछ लेते वो बस मिज़ाज मिरा
कितना आसान था इलाज मिरा
फ़हमी बदायूनी

चलो अच्छा हुआ काम आ गई दीवानगी अपनी
वगरना हम ज़माने भर को समझाने कहाँ जाते
क़तील शिफ़ाई

जब भी आता है मिरा नाम तिरे नाम के साथ
जाने क्यूँ लोग मिरे नाम से जल जाते हैं
क़तील शिफ़ाई

“कभी यूँ भी आ मिरी आँख में कि मिरी नज़र को ख़बर न
हो मुझे एक रात नवाज़ दे मगर इस के बाद सहर न हो”
बशीर बद्र

मोहब्बत एक ख़ुशबू है हमेशा साथ चलती है
कोई इंसान तन्हाई में भी तन्हा नहीं रहता
बशीर बद्र

वफ़ा तुझ से ऐ बेवफ़ा चाहता हूँ
मिरी सादगी देख क्या चाहता हूँ
हसरत मोहानी

चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है
हसरत मोहानी

एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं
फ़िराक़ गोरखपुरी

कोई समझे तो एक बात कहूँ
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं

“ज़ालिम था वो और ज़ुल्म की आदत भी बहुत थी
मजबूर थे हम उस से मोहब्बत भी बहुत थी”
कलीम आजिज़

“तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं”
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
जिगर मुरादाबादी

दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं
जिगर मुरादाबादी

“उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए”
बशीर बद्र

“मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे
मैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जाँ-ब-लब मुझे ज़िंदगी की दुआ न दे”
शकील बदायूनी

कोई ऐ ‘शकील’ पूछे ये जुनूँ नहीं तो क्या है
कि उसी के हो गए हम जो न हो सका हमारा
शकील बदायूनी

दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया
जब चली सर्द हवा मैं ने तुझे याद किया
जोश मलीहाबादी

याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है
जमाल एहसानी

इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के
फ़रहत एहसास

“माँग लूँ तुझ से तुझी को कि सभी कुछ मिल जाए
सौ सवालों से यही एक सवाल अच्छा है”
अमीर मीनाई

मुद्दत में शाम-ए-वस्ल हुई है मुझे नसीब
दो-चार साल तक तो इलाही सहर न हो
अमीर मीनाई

तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा
मुझ को ग़ुस्से पे प्यार आता है
अमीर मीनाई

हँस के फ़रमाते हैं वो देख के हालत मेरी
क्यूँ तुम आसान समझते थे मोहब्बत मेरी
अमीर मीनाई

फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था
सामने बैठा था मेरे और वो मेरा न था
अदीम हाशमी

“बुलबुल के कारोबार पे हैं ख़ंदा-हा-ए-गुल
कहते हैं जिस को इश्क़ ख़लल है दिमाग़ का”
मिर्ज़ा ग़ालिब

इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया
वर्ना हम भी आदमी थे काम के
मिर्ज़ा ग़ालिब

ऐ दिल तमाम नफ़अ’ है सौदा-ए-इश्क़ में
इक जान का ज़ियाँ है सो ऐसा ज़ियाँ नहीं मुफ़्ती
सदरुद्दीन आज़ुर्दा

तेरे आने की जब ख़बर महके
तेरी ख़ुशबू से सारा घर महके
नवाज़ देवबंदी

इस तअल्लुक़ में नहीं मुमकिन तलाक़
ये मोहब्बत है कोई शादी नहीं

मेरे घर के तमाम दरवाज़े
तुम से करते हैं प्यार आ जाओ
अनवर शऊर

अच्छा ख़ासा बैठे बैठे गुम हो जाता हूँ
अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूँ
अनवर शऊर

इश्क़ सुनते थे जिसे हम वो यही है शायद
ख़ुद-बख़ुद दिल में है इक शख़्स समाया जाता
अल्ताफ़ हुसैन हाली

रोने वालों से कहो उन का भी रोना रो लें
जिन को मजबूरी-ए-हालात ने रोने न दिया
सुदर्शन फ़ाकिर

एक चेहरा है जो आँखों में बसा रहता है
इक तसव्वुर है जो तन्हा नहीं होने देता
जावेद नसीमी

“क़तील’ अब दिल की धड़कन बन गई है चाप क़दमों की
कोई मेरी तरफ़ आता हुआ महसूस होता है”
क़तील शिफ़ाई

वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगा
मसअला फूल का है फूल किधर जाएगा
परवीन शाकिर

उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ
अब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ
अहमद फ़राज़

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ
अहमद फ़राज़

किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम
तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ
अहमद फ़राज़

आशिक़ी में ‘मीर’ जैसे ख़्वाब मत देखा करो
बावले हो जाओगे महताब मत देखा करो
अहमद फ़राज़

अब तक दिल-ए-ख़ुश-फ़हम को तुझ से हैं उमीदें
ये आख़िरी शमएँ भी बुझाने के लिए आ
अहमद फ़राज़

सिलसिले तोड़ गया वो सभी जाते जाते
वर्ना इतने तो मरासिम थे कि आते जाते
अहमद फ़राज़

उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है
राहत इंदौरी

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ
मिरी सादगी देख क्या चाहता हूँ
अल्लामा इक़बाल

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो
मुनव्वर राना

वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो
वही यानी वादा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद हो
मोमिन ख़ाँ मोमिन

ज़िंदगी भर के लिए रूठ के जाने वाले
मैं अभी तक तिरी तस्वीर लिए बैठा हूँ
क़ैसर-उल जाफ़री

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
क़ैसर-उल जाफ़री

ये मज़ा था दिल-लगी का कि बराबर आग लगती
न तुझे क़रार होता न मुझे क़रार होता
दाग़ देहलवी

हम को किस के ग़म ने मारा ये कहानी फिर सही
किस ने तोड़ा दिल हमारा ये कहानी फिर सही
मसरूर अनवर

जब उन्हें देखो प्यार आता है
और बे-इख़्तियार आता है
जलील मानिकपूरी

ख़ुद-कुशी जुर्म भी है सब्र की तौहीन भी है
इस लिए इश्क़ में मर मर के जिया जाता है
इबरत सिद्दीक़ी

मोहब्बत को छुपाए लाख कोई छुप नहीं सकती
ये वो अफ़्साना है जो बे-कहे मशहूर होता है
लाला माधव राम जौहर

मिरी जानिब न अब बढ़ना मोहब्बत
मैं अब पहले से मुश्किल रास्ता हूँ
लियाक़त अली आसिम

मोहब्बत का उन को यक़ीं आ चला है
हक़ीक़त बने जा रहे हैं फ़साने
महेश चंद्र नक़्श

दिल की धड़कन को सुना ग़ौर से कल रात ‘अदील’
जिस को मैं ढूँढता रहता हूँ बसा है मुझ में
अदील ज़ैदी

मेरे ता’वीज़ में जो काग़ज़ है
उस पे लिक्खा है मोहब्बत करना
स्वप्निल तिवारी

समझ में आए तो समझो कभी हमारा दुख
फिर उस के बाद हमारे हुओं का दुख समझो
शिवेंद्र सिंह

मिस्ल-ए-मजनूँ जो परेशाँ है बयाबान में आज
क्यूँ दिला कौन समाया है तिरे ध्यान में आज
जुरअत क़लंदर बख़्श

मुस्कान बन जाता है कोई,
दिल की धड़कन बन जाता है कोई,
कैसे जिएँ एक पल भी उनके बिन,
जब ज़िंदगी जीने की वजह बन जाता है कोई।

तुम मिले हर खुशी मिल गई है हमें,
लगता है कि दूसरी जिंदगी मिल गई है हमें।
ज़िंदगी में जिसका था सालों से इंतजार हमें,
जीवन का साथी बिना मांगे मिल गया हमें।

दिल की धड़कन, तेरे नाम की गुनगुनाहट,
मेरी ज़िन्दगी का सबसे प्यारा गीत।

दुख में खुशी की वजह बनती है मोहब्बत, दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत।
जब कुछ भी अच्छा नहीं लगता हमें दुनिया में, तब हमारे जीने की वजह बनती है मोहब्बत।

शिद्दत से चाहा है जिसे, उसकी मोहब्बत की तमन्ना की है।
ऐ काश हर लम्हे पे कोई आमीन कहे, क्योंकि हर सांस ने उसे पाने की दुआ की है।

किसी इंसान का पहला प्यार बनना कोई बड़ी बात नहीं,
बनना है तो किसी का आखिरी प्यार बनो।
इसलिए कभी यह मत सोचो कि तुमसे पहले वह किसी और से प्यार करता था,
कोशिश यह करो कि तुम्हारे बाद उसे किसी के प्यार की जरूरत ना पड़े।

मेरी पागल सी मोहब्बत तुम्हें बहुत याद आएगी,
जब हंसाने वाले कम और रुलाने वाले ज्यादा होंगे।

प्यार वह हवा है जो मेरे फेफड़ों को भरती है,
मेरे दिल की धड़कन है, मेरी आत्मा की आग है।

हर रोज़ तुझसे मिलने की दुआ करेंगे,
तेरी आरज़ू में हस्ती फ़ना करेंगे।
तू चाहे लाखों दर्द दे हमें,
हम मरते दम तक तुझसे वफ़ा करेंगे।

प्यार ना दिल से होता है, ना दिमाग से होता है
यह प्यार तो इत्तेफ़ाक से होता है
पर प्यार करके प्यार ही मिले,
ये इत्तेफ़ाक किसी किसी के साथ होता है।

तेरे प्यार में खोकर, मैंने अपने आप को पाया
जैसे समुद्र अपना आप खो देता है समुंदर में।

मेरी नजर की तलाश हो तुम
मैंने जो चाहा वो प्यार हो तुम
तू है तो दुनिया है मेरी कैसे कहूं
कि सिर्फ प्यार नहीं, मेरी जान हो तुम।

हमसे ज्यादा कोई बेचैन क्या होगा
हमसे ज्यादा कोई बेताब क्या होगा
यादों को बाहों में लेकर सोए रहे
इससे ज्यादा उनके प्यार का जवाब क्या होगा।

मरने की बात न करना, ज़िन्दगी है जीने के लिए
ख़ुदा ने मोहब्बत बनाई, ज़िन्दगी पाने के लिए…

तू शक न कर मेरे जज़्बातों पे,
तेरे साथ ही ज़िन्दगी मेरी खूबसूरत है।
जितनी अहमियत है पानी की मरते इंसान के लिए,
बस उतनी ही मुझे तेरी ज़रूरत है।

तेरी आँखें, जैसे रात के आसमान में तारे,
उनकी रोशनी से अंधेरे को पार कराती हैं।

आपकी याद ही मेरी जान है, शायद इस हकीकत से आप अंजान हैं।
मुझे खुद नहीं पता कि मैं कौन हूँ, आपका प्यार ही मेरी पहचान है।

ख़ुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा,
तो ख़ुद आज़माया होगा।
हमारी तो औकात ही क्या है,
इस इश्क़ ने ख़ुदा को भी रुलाया होगा।

कौन कहता है ताज महल बनाने के लिए दौलत नहीं मिलती।
ताज महल बनाने के लिए दौलत तो मिलती है,
मगर मोहब्बत करने के लिए मुमताज नहीं मिलती।

कितनी खूबसूरत हो तुम,
कितना हसीन चेहरा है तुम्हारा।
लोग कहते हैं तुम्हें चाँद का टुकड़ा,
मैं कहता हूँ चाँद टुकड़ा है तुम्हारा।

तेरा प्यार, एक गरम सर्दी के दिन में हल्की हवा,
उसकी लहर में राहत और आराम लाता है।

ज़िन्दगी में बार-बार सहारा नहीं मिलता,
बार-बार कोई प्यार से प्यारा नहीं मिलता।
है जो पास उसे संभाल के रखना,
खोया हुआ प्यार फिर कभी दोबारा नहीं मिलता।

कभी उदास हो जाओ तो बताना मुझे,
फिर से अपना दिल देंगे तुम्हें खेलने के लिए।

जब से तुम्हें देखा, मेरा दिल धड़कना ना जाने,
तेरे प्यार में ही उसकी सारी ज़िन्दगी का अर्थ पाया।

तेरी बाहों में मिली है मुझे ज़िन्दगी की राहत,
जैसे फूलों को मिलता है सुबह की सुगंध।

प्यार के पन्नों से भरी किताब हो तुम,
रिश्तों के फूलों में गुलाब हो तुम।
कुछ लोग कहते हैं कि प्यार सच्चा नहीं होता,
उन लोगों के हर सवाल का जवाब हो तुम।

ज़िन्दगी बहुत कुछ सिखाती है,
कभी हंसाती है कभी रुलाती है।
खुद से भी ज्यादा किसी पर विश्वास मत करना,
क्योंकि अंधेरे में तो परछाई भी साथ छोड़ जाती है।

नज़र चाहती है दीदार करना,
दिल चाहता है प्यार करना।
क्या बताऊं इस दिल का आलम,
नसीब में लिखा है इंतज़ार करना।

हंसते दिलों में ग़म भी है,
मुस्कुराती आंखें कभी नम भी हैं।
दुआ करते हैं आपकी हंसी कभी न रुके,
क्योंकि आपकी मुस्कुराहट के दीवाने हम भी हैं।
जब तुम मेरे पास होते हो, तो सब कुछ ठीक है,
मेरी दुनिया में तुम्हारे बिना कुछ भी नहीं।

कितना खूबसूरत बनाया है खुदा ने तुझे,
ये सोच कर मैं हैरान हूँ,
क्या दिमाग लगाया होगा तुझे बनाने में,
पर जब बनाया होगा तो बड़ी फुर्सत से बनाया होगा तुझे खुदा ने।

तेरी हंसी, मेरे कानों के लिए संगीत की तरह,
मेरी आत्मा को खुशी और उत्साह से भर देती है।

सोच मिलनी चाहिए
दिल तो अपने आप ही मिल जाते हैं।

जब तुम मुस्काते हो, तो पूरा आसमान खिल जाता है,
तेरी मुस्कान, मेरे दिल का सबसे प्यारा राज़।

भले ही मुझे देख कर वह कुछ बोलती नहीं,
पर सोचती ज़रूर होगी कि मेरा आशिक़ आ गया।

पुस्तक का विवरण / Book Details
Book Name लव शायरी ऑनलाइन पढ़े | Love Shayari PDF Download
CategoryBest Shayari PDF Books in Hindi Ghazals and Nazms Books in Hindi PDF Romantic Book in Hindi PDF Urdu Poetry Books in Hindi PDF
Language
Pages 60
Quality Good
Size 358 KB
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“अगर आप किसी चीज़ का सपना देख सकते हैं तो उसे पा भी सकते हैं।” ज़िग ज़िग्लर
“If you can dream it, you can achieve it.” Zig Ziglar

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