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Attitude Shayari

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जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकि चलने लगा है नाम हमारा !

क्या कहाँ मेरा खौफ नहीं
नशे में हो या जीने का शौक नहीं !

खानदानी घमड़ है कोई Show Off नही
खुदा के अलावा किसी का खौफ नहीं !

ऊपर वाला भी हमारा आशिक है
तभी तो किसी और का होनें नहीं देता मुझे !

अखरी बार अपनी सफाई देता हूं
मैं वो नही जो दिखाई देता हूं !

किसी से जलना हमारी आदत नहीं
हम खुद की काबिलियत से लोगो को जलाते है !

समन्दर में तैरने वाले कुओं और तालाबों में
डुबकियाँ नहीं लगाया करते !

ज़िन्दगी अगर एक जंग है
तो अपना Attitude भी दबंग है !

जिन लड़कियों के कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं है
वो सब मेरी फेवरेट हे सबको मेरा प्यार !

पसंद आया तो Dil में रखता हूँ
नहीं तो दिमाग में भी नहीं !

मैं बात नही करता ऐसे वैसो से
खरीद लूंगा सालो को पैसों से !

जितना बदल सकते थे बदल लिया खुद को
अब जिसको तकलीफ है वो अपना रास्ता बदले !

हमारे कारनामे देखो       
हैसियत समझ जाओगे अपनी !

दुनिया की भीड़ हो तुम्हे मुबारक
हम अपना रास्ता खुद बनाते है !

धन भी रखते है, गन भी रखते है
और सुन बेटा, थोड़ा हटके रहना  
वरना ठोकने का ज़िगर भी रखते हैं !

आवाज़ की बात मत कर मेरे सामने,
लोग हमारे ख़ामोशी से ही डर जाते है!

तेरा घमंड ही तुझे हरायेगा
मैं क्‍या हूँ ये तुझे वक्‍त बताएगा!

अभी उड़ने दो इन कबूतरों को जब हम आएंगे
पूरा आसमान अपने आप खाली हो जायेगा!

दहशत आँखों में होनी चाहिए
हथियार तो चौकीदार के पास भी होता है!

कोई बात नही तू जो मेरे साथ नहीं
मैं रो पडू तेरे जाने के बाद
इतनी भी तेरी औकात नहीं!

जितना मासूम चेहरा है जनाब
उतनी ही खाराब खोपड़ी भी है!

लड़की चक्कर हो या Fight का मैटर
हम हमेशा सब मैं आगे रहते हैं!

वो जिगर जिगर नहीं जिसमे दम नही
अगर बेटा बदमाश तू है तो शरीफ हम नहीं!

शरीफ है हम किसी से लड़ते नहीं
पर जमाना जानता है किसी के बाप से डरते नहीं!

खून में उबाल आज भी खानदानी है
दुनिया हमारे शौक की नहीं Attitude की दीवानी है!

वैसे तो बहुत बड़ा दिल है मेरा
पर हर किसी की औकात नहीं वहां रहने की!

सुनो मुझे अब सुकून चाहिए
मतलब दफा हो जाओ मेरी जिंदगी से!

अभी तो हम मैदान में उतरे ही नहीं
और लोगों ने हमारे चर्चे शुरू कर दिये!

अब ज़रा संभल के बात करना मुझसे
क्योंकि जो में था मै रहा नहीं
और जो मैं हूँ वो तुम्हे पता नहीं!

बेमतलब की दुनिया का किस्सा खतम
अब जैसी दुनिया वैसे हम !

दिमाग कहता है मारा जायेगा
लेकिन दिल कहता है देखा जाएगा!

Attitude तो बच्चे दिखाते है
हम तो लोगो को उनकी औकात दिखाते है!

मैने खेल हमेशा खुद के दम पर खेले है
इसलिए तेरे जैसे आज मेरे चेले है!

मै आदत नहीं शौक रखता हूँ
अच्छे अच्छे को ब्लोक रखता हूँ!

किस्मत भी Badshah उसी को बनाती है
जो खुद कुछ करने का हुनर रखता है!

तुमने पूछा था ना की कैसा हूँ मैं
तुम कभी भूल न पाओगे ऐसा हूं मैं!

आज तक एसी कोई रानी नही बनी
जो इस बादशाह को अपना गुलाम बना सके!

हम Single लोग हैं साहब
हम Date पर नहीं भंडारे में जाते हैं!

कुछ सही तो कुछ खराब कहते है
लोग हमें बिगड़ा हुआ Attitude king कहते है!

दुश्मन को जलाना और दोस्तों के लिए
जान की बाज़ी लगाना हमारी फितरत है!

Dushman हो कितने भी ‎पापी
उसके लिए Sirf हम अकेले‬ ही ‪काफी!

चाहने वाले हज़ार हैं मेरे
ये दो चार दुश्मनों से फर्क नहीं पड़ता मुझे!

मशहूर होने का शोक नही मुझे
बस कुछ लोगो का गुरुर तोड़ना है!

दो कौड़ी के लोग एक कौड़ी की औकात
अब ये लेंगे पंगा अपने बाप के साथ!

अगर भौकने से दम दिखाया ज़ाता
तो आज कुत्ते भी शेर होते!

लोग दिखावे के दीवाने है
और हम है की सच्चाई मुहँ पर बोल देते है!

हम थोडे से चुप क्या हुए
बच्चे शोर मचाने लग गये!

बादशाह की गली में आके उसका पता नहीं पूछते
ग़ुलामो के झुके हुए सर खुद बा खुद रास्ता बता देते है!

हमारी ताकत का अंदाजा हमारे ज़ोर से नहीं
दुश्मन के शोर से पता चलता है.!

इंसान सिर्फ आग से नहीं जलता
कुछ लोग तो मेरे अंदाज से भी जल जाते हैं!

दौलत तो विरासत में मिलती है
लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है!

काली जिंदगी काला काम है
एक नाम है वो भी बदनाम है!

छोटी से ज़िन्दगी है
घमंड  नहीं शौक़ रखता हूँ.!

सिरफिरा लड़का हूँ मै जरुरत पड़ने
पर हर किसी से भीड़ सकता हूँ!

एक बार वक्‍त को बदलने दो
तुने सिर्फ बाजी पलटी है मैं जिंदगी ही पलट दुँगा!

बुरे हम कल भी नहीं थे
और अच्छे आज भी नहीं हैं!

इतना गुमान मत रखो गोरे रंग का
हम दूध से ज़ादा चाय के दीवाने हैं!

जो लड़कियां मुझे Bad Boy कहती है
शायद उन्हें ये नहीं पता की शाहजादे कभी सुधरे हुए नहीं होते!

मेरे चेहरे को लोगो की नजर लग जाती है
तभी तो मेरी मां काला टीका लगाती है!

हम रॉयल attitude रखते हैं
और लोगों को लगता है हमारी आदतें खराब हैं.!

हमारी हँसी मिटाने की कोशिस में
ना जाने कितनो का वजूद मिट गया!

हुकुमत वो ही करता है
जिसका दिलो पर राज हो!

मत कोशिश करो हमारे जैसा बनने की
शेर पैदा होते हैं बनाये नहीं जाते!

कमियाँ तो बहुत है मुझमे
पर कोई निकाल कर तो देखे!

पगली तुझको बनाना हे अपनी Queen
बस इस King का अब यही हे Dream!

मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है
की तू जल के ख़ाक हो जायेगी!

हमारी अफवाह के धुए वही से उठते है
जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है

जिस तरह हर सवाल का जवाब नहीं होता
उसी तरह हर इंसान हमारी तरह नवाब नहीं होता

उखाड़ लो जो उखाड़ सकते हो
घंटा फर्क नही पड़ता

इज्जत दोगे तो इज्जत पाओगे
अकड़ दिखाओगे तो      
हमारा कुछ नहीं उखाड़ पाओगे

ऐसी वेसी बातो पर ध्यान नही देते
हम बाप है तुम्हरे हमे ज्ञान नही देते

अच्छा हूँ तो अच्छा ही रहने दो
बुरा बन गया तो
झेलने की औकात नहीं तुम्हारी

समुन्दर जब लहरें लेना छोड़ दें
तब समझ लेना अब सुनामी आएगी

किसीकी हैसियत से हमारा क्या ताल्लुक
खुद की दुनिया में मस्त हैं हम

औकात की बात मत कर ऐ दोस्त
लोग तेरी बंदूक से ज्यादा मेरी मूँछ से डरते है

हमारा शौक तो तलवार रखने का है
बन्दुक के लिए तो बच्चे भी जिद करते है

मौका मत दो मुझे मैं वैसे भी
सबको छोड़ने के इरादे में हूँ

खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं
पर दहशत हमेशा शेर की रहती है

अपनी औकात में रहना सीख बेटा
वरना जो हमारी आँखों में खटकते है
वो श्मशान में भटकते है

उतना ही बोलो जुबान से,
जितना फिर सुन सको कान से।   

हम जख्म गहरे देंगे,       
तुम थोड़ा सब्र तो करो।

बहोत शरीफ हु में,
जब तक कोई उंगली ना करे।

“अपनाना भी सीखो,
ठुकराना भी सीखो,
जहा पर इज्जत नहीं,
वहा से उठकर जाना भी  सीखो।”

शरारत करो, साजिशे नहीं,
हम शरीफ है, सीधे नहीं।

गलत को गलत और सही को सही,
कहने की हिम्मत रखता हूँ,
तभी मै रिश्ते आजकल कम रखता हूँ।

माफी पर अपनाना सीखो,
गलती पर ठुकराना सीखो,
जहां पर न हो तुम्हारी जरूरत,
वहा से उठकर जाना सीखो।

माँ ने कहा था कभी किसी का  दिल मत तोडना,
इसलिए हमने दिल को छोड के बाक़ी सब तोड़ा।

“जिसको जो कहना है कहने दो,
अपना क्या जाता है, ये वक्त वक्त की बात है,
और  वक्त सबका आता है।”

तुम अगर सोचते हो कि मैं बुरा हूँ,
तो तुम गलत सोचते हो, मैं बहुत बुरा हूँ।

हम कुछ दिन खामोश क्या हुए,
कुत्तों ने भौकना शुरू कर दिया।

लहजे में बत्तमीजी और चेहरे पर नकाब लिए फिरते है,
जिनके खुद के खाते ख़राब है, वो मेरा हिसाब लिए फिरते है।

जो धूल तक नहीं उड़ा सकते,
वह हमें उड़ाने की बात कर रहे हैं।

बात बात पर बिगड़ा मत करो,
हम बिगड़े तो तुम्हारा नक्शा बिगाड़ देंगे।

रिश्तों से आजाद मैं, नखरे की गुलामी नही करता,
मुंह पर सच बोलता हूं, पीठ पीछे बदनामी नही करता।

मैं जिंदगी के हर फैसले खुद लेता हूं,
जिन रिश्तों में इज्ज़त ना हो वो रिश्ता तोड़ देता हूं।

हम बोलते भी कुछ नही,
और भूलते भी कुछ नही।

कोशिश इतनी है कोई रूठे ना हमसे,
नजर अंदाज़ करने वालों से नजरें हम भी नही मिलाते।

गलतफहमी निकाल दो अपनी,    
शरीफ़ सिर्फ चेहरा है हम नही।

अगर हमसे मिलना हो तो ज़्यादा गहरे पानी मे आना,
बेशकीमती ख़ज़ाने कभी किनारे पर नहीं मिला करते।

राज तो हमारा हर जगह पे है,
पसंद करने वालों के “दिल” में और,
नापसंद करने वालों के “दिमाग” मे।

मुझे समझना इतना आसान नहीं,
गहरा समुंदर हूं खुला आसमान नहीं। 

परख ना सकोगे ऐसी शख्शियत है मेरी,
मैं उन्ही के लिए हूं जो जाने कद्र मेरी।

शेरों से सीखा है खामोश रह कर शिकार करना,
क्यूंकि दहाड़ मार कर शेर कभी शिकार नहीं करता। 

सबसे बड़ा नादान वही, जो समझे नादान हमें,
कौन है कितने पानी में सबकी है पहचान मुझे।

सुना है समुंदर को बहूँत गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कसती जिधर तूफान आया है।

मै वो खेल नही खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,
क्योंकि जीतने का मज़ा तभी है जब हारने का रिस्क हो।

सही वक्त पर करवा देंगे हदों का अहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं।

माँ ने सिखाया चीजो को सही जगह पर रखना,          
और बाप ने सिखाया लोगो को उनकी औकात में रखना।        

जो भी चाहो सरे आम हो जाएगा,
मेरा नाम ले देना तुम्हारा काम हो जायेगा।  

संस्कारों ने झुकना सिखाया है,
पर किसी की अकड़ के सामने नहीं।

बेटा, माहौल का क्या है,  
साला.. जब चाहे तब बदल देंगे।    

शेर के पाव में अगर काटा चुभ जाये,
इसका ये मतलब नही की कुत्ते राज्य करेंगे।

मैं माफ़ कर देता हूँ पर भूलता नही हूँ।

कुछ लोग मिलके कर रहे है मेरी बुराई,
तुम बेटे इतने सारे और मै अकेला मचा रहा हूँ तबाही।

खुदा सलामत रखे उन आँखो को
जिन में हम काँटो की तरह चुभते हैं।

तसल्ली से पढ़े होते तो समझ में आते हम,
ज़रूर कुछ पन्ने बिना पढ़े ही पलट दिए होंगे।

ये मत सोचना की भूल गया होगा,
नाम, चेहरे और औकात सबकी याद रखता हूँ।

शेर को जगाना और हमे सुलाना,
किसी के बस की बात नहीं।

अकड़ तोड़नी है उन मंजिलों की,
जिनको अपनी ऊंचाई पर गरूर है।

जी भर गया है तो बता दो हमें,
इनकार पसंद है इंतजार नहीं।

दिखती हूं Sweet, Innocent and Swami Type की,
But Actual में हूं, मै बहुत बड़े हरामी Type की।

आप नखरों की बात करते हैं,
जनाब हमारे तो झुमके भी भारी हैं।

Attitude तो अपना भी खतरनाक है,
जिसे भुला दिया उसे भुला दिया,
फिर एक ही शब्द याद रहता है
Who are U

जो सोच लिया वही करती हूं,
मै वो लड़की नही जो हर किसी पे मरती हूं।

घमंड नही है बस जहां दिल,
नही करता वहां बात नही करती।

जितनी इज्जत करती हूं, उतनी उतार भी सकती हूं,
इसलिए  कायदे में रहो.. फायदे में रहोगे।   

सफाइयाँ देना छोड़ दिया मैने,
सीधी सी बात बहुत बुरी हूं मैं।

अपनी नजरों में काफी अच्छी हूं मैं,
सबकी नजरों का मैने ठेका नही ले रखा।

मै दिल नही तोड़ती सीधा,
मुँह तोड़ देती हूँ।

जहर हूं परखने की, कोशिश मत करना। 

क्या फर्क पड़ता है असल में कैसे हैं हम,
जिसने जैसी सोच बना ली उसके लिए वैसे हैं हम।

वो हमारी गिनती में भी नहीं हैं
जो आजकल खुद को हमारा मुखालिफ समझते हैं 

और हम तुम्हें वहीं खड़े नज़र आएंगे,
जहां तुम्हारे बड़े भागते हुए नज़र आएंगे 

झूठी शान के परिंदे ही फड़फड़ाते हैं
खानदानी बाज़ुओं की उड़ान में कभी आवाज़ नहीं होती

बुरे नहीं थे हम पर सबको बुरे लगे
अगर सच में बुरे होते तू सोचो कितने फ़साद होते

हमारी तर्बियत में नहीं
किसी मुनाफ़िक़ का एहतराम करना

हमें गिराने वाले लिफ़ाफ़े ताहयात
उठने के क़ाबिल नहीं रहेंगे

किसी की क्या मज़ाल जो मुझसे तलख़ कलाम करे_
“मैं तो खुद को भी ‘जी मुहतरम’ कह कर मुख़ातिब करता हूँ_

ज़मीर बेच कर शोहरत पाने वालों
तुम्हारे उरूज से हमारा ज़वाल अच्छा है

लोग बातें बनाते रह जाएंगे
और हम कहानी बना कर छोड़ जाएंगे!!

जब हम इज़्ज़त देते हैं तो हिसाब नहीं करते
और जब लेते हैं तब लिहाज़ नहीं करते 

हम हंस कर टाल देते हैं…
तुम जैसे बड़े कलाकारों को… 

बात कीजिए ज़रा सलीके से वरना हम खींच खाल लेते हैं
क्या फँसाए कोई हमें, हम खुद इक नया रोज़ जाल लेते हैं

बदमाशी की बात मत कर बेटा
लोग तेरी बंदूक से ज़्यादा हमारी आँखों से डरते हैं

जो गुज़र गया माज़ी ‘कमाल का था दोस्त
हाल जो चल रहा है ‘ ज़माना जल रहा है

हमारी पहचान अपनी है
हमारी बनती ही नहीं तख्त नशीनू से

अपना मुकाम हमेशा अलग बना कर चलता हूँ
नजर हमेशा नीचे पर सर उठा कर चलता हूँ

अकेला ज़रूर चलता हूँ
पर किसी के पीछे नहीं

हम तो अपने हुनर में आज भी दम रखते हैं
उड़ जाते हैं रंग दुश्मनों के जब हम कदम रखते हैं

किसी की हैसियत से कोई ताल्लुक नहीं
ख़ुद की दुनिया के बादशाह हैं हम……

अब हम हर ख़ास को आम करेंगे
यूंही किस्सा तमाम करेंगे 

जो पानी पर लिख दूं तारीफ अपनी..
तो समुंदर भी हमारे हुस्न का गुलाम हो जाए

खूबसूरत है चाँद भी मगर
माँ के शहज़ादे अलग मायने रखते हैं

हमें मत मिलाइए किसी और में⁦
हम सा नहीं कोई इस दौर में

नहीं कोई ऐसा अहले जिगर जो खरीद पाया मेरा मिज़ाज
मोहब्बत और नफ़रत दोनों में बेमिसाल हूँ मैं.

अब वो ताल्लुक़ नहीं रहा कि,
तुम शिकवा करो और हम वज़ाहतें दें।

तअल्लुकात का जोर हमें न दिखाओ,
हमें ज़माने की हर सरकार जानती है।

इतने बी मोहतरम नहीं आप
आज्ज़ी मेरी तरबियत में है

किरदार का मजबूत होना भी ज़रूरी है
हर कोई इज़्ज़त के काबिल नहीं होता !

अहतराम तू हम सब का करते हैं
पर डरते हम किसी के बाप से भी नहीं !

मैं वाहा तक अच्छा हूं
जहां तक ​​आपके अनुसार हूं !

दरख्तों से गिर जाने वाले पत्ते नहीं हम
तूफानों से कह दो कि अपनी औकात में रहें

मर मिटे होंगे तेरी अदाओं पर बद ज़ात कई
हम अना ज़ाद तेरी मुनाफ़िक़त पर थू करते हैं 

अहंकार झलकता है हमारी आदतों से
बहुत से सीनों का सिर दर्द हैं हम

हमारी सफों में मुनाफ़िक़ों का नहीं
दोस्तों का सम्मान किया जाता है

वफ़ादारियाँ ज़वाल पर निभाई जाती हैं
उरूज पर तो खुसरे भी नाचने आजाते हैं

हम वक्त-ए-ज़रूरत तलवार तेज़ भी पकड़ लेते हैं
बे-ज़रूरत हम किसी को हाथ भी नहीं मिलाते

हमेशा ही नहीं रहते कभी चेहरे नकाबों में”
सभी किरदार खुलते हैं कहानी खत्म होने पर”

टूटा दिल … बुरा वक्त … मतलबी लोग … और मुनाफिक मोहब्बत
एक सीधे-साधे इंसान को दुनियादार बना देते हैं …….!!!

मेरे दुश्मन तेरा इहसान है मुझ पर वरना
अपने ख़ताओं पे मेरा ध्यान कहाँ था पहले 

”न दौलत की तलब न शोहरत की हसरत हम सादगी में अपना मियार रखते हैं”

”जब तक तुम डरते रहोगे, तुम्हारी जिंदगी के फैसले कोई और करता रहेगा।”

”जब दुश्मन हर राज़ से वाकिफ हो तो समझ लेना दोस्त ग़द्दार ही हैं”


”हम अपने से जलने वालों को भी दुआ दिया करते हैं ताकि उनकी ज़िन्दगी लम्बी हो हमारी कामयाबियाँ देखने के लिए”

”अपनी गति ऐसी रखो,
दुश्मन आगे निकलता है तो निकल जाए पर ध्यान रहे,कोई दोस्त पीछे न रह जाए ”


”मुखलिस तरीन लगने वालों को मुनाफिक़ बनते देखा है मैंने”


”तुम्हारे लश्करों का क्या डर हमको हम तो अपने इरादों से खुद डरते हैं”

 

दोस्त मुखलिस हों तो इंसान को कोई ताक़त नहीं तोड़ सकती !


मतलब वाले दोस्त वफ़ा की कीमत क्या जानें.
जो बेवफ़ा हों वो मोहब्बत क्या जानें
जिसको हर मोड़ पे मिलता हो नया साथी
वो हम जैसे दोस्तों की कदर क्या जानें..

नसली दोस्त जितना भी नाराज़ हो
वो दुश्मन की सफ में खड़ा नहीं होता

किसी का दोस्त किसी से जुदा न हो
ये वो दर्द जो दुश्मन को अता न हो,

जो कि  लाज़मी न हो  वो हक भी अदा करते हैं
दोस्त कुछ भाई से बढ़ कर भी हुआ करते हैं

मेरी चुप भी जिसको सुनाई दे
वही तो मेरा हमदम मेरा दोस्त है

मुझे यारों की लम्बी कतारों से मतलब नहीं है
अगर तुम दिल से मुखलिस हो तो बस एक तुम ही काफी हो

समुंदर न हो तो कश्ती किस काम की
मज़ाक न हो तो मस्ती किस काम की
ये ज़िन्दगी क़ुर्बान हो मुख़लिस दोस्तों पे
दोस्त न हो तो ये ज़िन्दगी किस काम की

नसीब अच्छा हो तो नफरत का दरिया भी रुक जाता है.
तेरे जैसा दोस्त साथ हो तो दिल का हर दुख छुप जाता है.

कुछ दोस्त दोस्त नहीं
बल्कि दिल का सुकून होते हैं

आदतें मुख़्तलिफ हैं हमारी दुनिया वालों से साहब
हम मोहब्बत पर नहीं दोस्ती पर शायरी लाजवाब करते हैं

नाराज़ न होना हमारी शरारतों से आ दोस्त
यही तो वो पल हैं जो कल को याद आएंगे

अपना मियार…अपना अख़लाक…अच्छा रखो
मगर उन लोगों के साथ जो इस काबिल हों

यूँ लगे दोस्त तेरा मुझसे ख़फ़ा हो जाना
जिस तरह फूल से खुशबू का जुदा हो जाना

तुम “दोस्त” हो मेरे “सदा” के लिए,
मैं “ज़िंदा” हूँ तेरी “वफ़ा” के लिए,
कर लेना लाखों “शिकवे” मुझसे
मगर कभी खफ़ा न होना “ख़ुदा” के लिए.

रिवायतें… की इस जंग में
दिल यार तक न पहुँचे, बुज़दिल निकले
शाम होते ही डाल दी गईं ज़ंजीरें
दोस्त भी क्या दोस्त, संगदिल निकले

हम तो दुश्मन को भी पाकीज़ा सज़ा देते हैं।
हाथ उठाते नहीं बस नजरों से गिरा देते हैं।।
हम दो चीज़ें कभी नहीं देते…
अपनों को धोखा दुश्मन को मौका

अपनी शख़्सियत की तुझे क्या मिसाल दूँ
लोग जलते हैं जहाँ हमारा ज़िक्र आता है

हक़ीक़तों की चादर में लिपटे हैं अफ़साने अपने
दोस्त तो दोस्त दुश्मन भी दीवाने हैं अपने

शख्सियत दमदार हो तो दुश्मन भी बनते हैं
वरना कमजोरों को यहाँ कौन पूछता है..

वार करते हैं तो हम___होश उड़ा देते हैं
हमने सीखा ही नहीं दुश्मन को संभलने देना

हमारे दुश्मन जलते हैं हमसे
हमारे नवाबी अंदाज़ से
क्योंकि हम दोस्ती भी करते हैं
मोहब्बत के अंदाज़ से

शर्म आती है कि दुश्मन किसे समझें,
दुश्मनी के भी तो मियार हुआ करते हैं

ये ज़माना जलेगा हमसे हम और जलाएंगे
हमारे पहले भी दुश्मन बहुत थे हम और बनाएंगे

ज़ालिम दुनिया में ऊँचा नाम है
जलती है दुनिया हमसे जलाना हमारा काम है

चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये,
बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये…..!!!

जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,
मै खुद को नही देखता औरो की नजर से….!!!

बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है,
हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है………..!!!

ये मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम,
तड़प रहे हैं वो जिसे हासिल नहीं हैं हम…..!!!

आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर……!!!

लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं,
मेरी शोहरत किसी के नाम की मोहताज नहीं……!!!

लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ,
सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे………!!!

हम तो इतने रोमान्टिक है की हम अगर थोड़ी देर,
मोबाइल हाथ मै लेले.. तो वो भी गरम हो जाता है……!!!

सर झुकाने की आदत नहीं है,
आँसू बहाने की आदत नहीं है,
हम खो गए तो पछताओगे बहुत,
क्युकी हमारी लौट के आने की आदत नहीं है……!!!

राज तो हमारा हर जगह पे है,
पसंद करने वालों के “दिल” में और,
नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…….!!!

मैं लोगों से मुलाकातों के लम्हें याद रखता हूँ,
बातें भूल भी जाऊं पर लहजे याद रखता हूँ…..!!!

छोड़ दी है अब हमने वो फनकारी वरना,
तुझ जैसे हसीन तो हम कलम से बना देते थे……!!!

समंदर बहा देने का जिगर तो रखते हैं लेकिन​,
हमें आशिकी की नुमाइश की आदत नहीं है दोस्त​……!!!

मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदल के देख​,
मुझसे भी बुरे हैं लोग तू घर से निकल के देख​…..!!!

हम जा रहे हैं वहां जहाँ दिल की हो क़दर,
बैठे रहो तुम अपनी अदायें लिये हुए……..!!!

रहते हैं आस-पास ही लेकिन पास नहीं होते,
कुछ लोग मुझसे जलते हैं बस ख़ाक नहीं होते…..!!!

दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी,
मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ……!!!

बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ,
आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ……..!!!

अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों
ना जाने कितने मशहूर हो गये, मुझे बदनाम करते करते…..!!!

न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे,
पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे……..!!!

जो खानदानी रईस हैं वो, रखते हैं मिजाज़ नर्म अपना,
तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है…….!!!

उसने पुछा, कहाँ रहते हो,
मैने कहा, अपनी औकात मे रहता हुं……!!!

ख़त्म हो भी तो कैसे, ये मंजिलो की आरजू,
ये रास्ते है के रुकते नहीं, और इक हम के झुकते नही……!!!

हथियार तो सिर्फ शौक के लिए रखा करते है,
वरना किसी के मन में खौंफ पैदा करने के लिए तो बस नाम ही काफी है…..!!!

ऐसा नही है कि मुझमे कोई ‘ऐब’ नही है,
पर सच कहता हूँ मुझमें कोई ‘फरेब’ नहीं है……..!!!

नमक स्वाद अनुसार,
अकड औकात अनुसार…….!!!

शब्द पहचान बनें मेरी तो बेहतर है,
चेहरे का क्या है, वो मेरे साथ ही चला जाएगा एक दिन…..!!!

अंदाज़ कुछ अलग ही मेरे सोचने का है,
सब को मंज़िल का है शौख मुझे रास्ते का है…….!!!

तेरी मोहब्बत को कभी खेल नही समजा,
वरना खेल तो इतने खेले है कि कभी हारे नही….!!!

दादागिरी तो हम मरने के बाद भी करेंगे,
लोग पैदल चलेंगे और हम कंधो पर……!!!

मुझे एक ने पूछा “कहा रहते हो”
मैंने कहा “औकात मे”
साले ने फिर पूछा “कब तक”
मैंने कहा “सामने वाला रहे तब तक”……….!!!

नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है,
प्यार तो बहुत दूर की बात है……..!!!

नाम और पहचान चाहे छोटी हो,   
पर अपने दम पर होनी चाहिए !

सब्र कोई कमजोरी नहीं होती
ये वो ताकत है जो सब में नहीं होती।

जो मेरे मुक्कदर में है वो खुद चल कर आएगा,          
जो नहीं है उसे अपना खौफ लाएगा…!!

ना पेशी होगी, न गवाह होगा,
अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा…!!

तीन ही उसूल हैं मेरी जिन्दगी के,
आवेदन, निवेदन और फिर ना माने तो दे दना दन..!!

जितनी इज़्ज़त दे सकता हूँ
उतनी इज़्ज़त उतार भी सकता हूँ

फर्क बहुत है तेरी और मेरी तालीम में         
तूने उस्तादों से सीखा है और मैंने हालातो से

हमे जमाना मिटा सकें इस जवाने में दम नहीं…         
हमसे जमाना हैं जवाने से हम नहीं….

दूसरों को पसंद आना जरुरी नहीं समझता मैं
खुद को पसंद हूँ मेरे लिए बस ये काफी है।

जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिए हूं,
मैं खुद को नही देखता औरों की नजर से…!!

तू जिसे जुर्म कहता है,
मैं बादशा हु उस दुनिया का…!

खुद में काबिलियत लाओगे
तो खुद को वंचित नहीं चर्चित पाओगे..!!

इतनी सी खुवाईश है के एक शहर बनाऊं,
और तूझे उस शहर की रानी…!

ये मत सोचना के आस छोड़ दी है,
बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है !!

ये मौत का डर उसे दिखाना,
जिसे जिंदगी से अपनी प्यार हो…!

अपना अंदाज़ अलग रखते हैं
तभी तो सबसे अलग लगते है

हम कोई शायर नहीं जो किताब लिखेंगे
हम बादशाह है जब भी लिखेंगे इतिहास लिखेंगे

इस दुनिया में आगे बढ़ने के लिए,
ना बोलना बहुत ज़रूरी है..!!

छोङ देता लेकिन जीत मेरी जिद है,
और जिद का मै बादशाह हूँ..!!

जहां इज्जत ना हो वहां रुको मत,
जहां अपनी गलती ना हो वहां झुको मत.!

हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है..!!

समय का इंतजार करो,
तुम मुझे देखते रह जाओगे…!

हथियार तो हम शौक के लिए रखते हैं,
खौफ के लिए तो हमारा नाम ही काफी है…!!

ज़रा सा वक़्त क्या बदला नज़र मिलाने लगे
जिनकी औक़ात नहीं थी वह भी सर उठाने लगे

शातिर लोगों से हमेशा दो कदम
आगे की सोच रखनी चाहिए..!!

हम बंदूक के ट्रिगर पे नहीँ,
बल्कि खुद के जीगर पे जीते हैं..!!

लौट कर आया हूँ हिसाब करके जाऊंगा,
सबको उनकी औकात दिखा कर जाऊंगा।

अंदाज़ा लगाना छोड़ दो
हमारे बारे में तुम सिर्फ उतना ही जानते हो

भीड़ में खड़ा होना मकसद नहीं है मेरा,
भीड़ जिसके लिए खड़ी हो वो बनना है मुझे।

तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा,
वरना खेल तो इतने खेले हैं कि कभी हारे नहीं।

जानता हूँ मै कहाँ तक है उड़ान इनकी
आखिर मेरे ही हाथ से निकले परिंदे है ये

ऐसा कोई शहर नहीं, जहा अपना कहर नहीं,
ऐसी कोई गली नहीं जहा अपनी चली नहीं…!!

अपनी एक अलग पहचान है
ऊपर से खामोश और अंदर से तूफान है

जो खोया है उससे बेहतरीन पाएंगे,
सब्र रख मेरी जान, दिन हमारे भी आयेंगे !

रिश्तो को वक़्त और हालत बदल देते है
अब तेरा ज़िकर होने पर हम बात बदल देते है

वक़्त का खास होना ज़रुरी नहीं,
खास लोगों के लिये वक़्त होना ज़रुरी हैं…!!

जो हमारे सामने ज्यादा भोंकते हैं
उसे हम सारे आम ठोकते हैं..!!

नफरत भी हम हैसियत देख कर करते हैं
प्यार तो बहुत दूर की बात है!

प्यार वो गुनाह है जो करते तो सभी हैं,
मगर सज़ा सिर्फ़ वफ़ा करने वाले को मिलती है।

किसी के पैरो में गिरकर कामयाबी पाने के बदले,
अपने पैरो पर चलकर कुछ बनने की ठान लो..!!

बड़े बनो,
पर उनके सामने नहीं जिन्होंने तुम्हे बड़ा बनाया…!

पहचान तो सबसे है हमारी,
लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है !!

घाव ठीक हो जाने से,
हादसे भूले नहीं जाते मेरी जान!

जो नहीं हो सकता,
वही तो करना है..!!

बादशाह हो या मालिक सलामी हम नही करते
पैसे हो या कोई राजकुमारी गुलामी हम नही करते

हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं
जिगर मुरादाबादी

कैसे कहें कि तुझ को भी हम से है वास्ता कोई
तू ने तो हम से आज तक कोई गिला नहीं किया
जौन एलिया

सूरज हूँ ज़िंदगी की रमक़ छोड़ जाऊँगा
मैं डूब भी गया तो शफ़क़ छोड़ जाऊँगा
इक़बाल साजिद

नहीं दुनिया को जब पर्वा हमारी
तो फिर दुनिया की पर्वा क्यूँ करें हम

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मिरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मिरे आगे
मिर्ज़ा ग़ालिब

हम-सफ़र चाहिए हुजूम नहीं
इक मुसाफ़िर भी क़ाफ़िला है मुझे
अहमद फ़राज़

क्या है जो हो गया हूँ मैं थोड़ा बहुत ख़राब
थोड़ा बहुत ख़राब तो होना भी चाहिए
जव्वाद शैख़

रास आने लगी दुनिया तो कहा दिल ने कि जा
अब तुझे दर्द की दौलत नहीं मिलने वाली
इफ़्तिख़ार आरिफ़

काश वो रास्ते में मिल जाए
मुझ को मुँह फेर कर गुज़रना है
फ़हमी बदायूनी

क्या कहें कितने मरासिम थे हमारे उस से
वो जो इक शख़्स है मुँह फेर के जाने वाला

इंक़लाब एक ख़्वाब है सो है
दिल की दुनिया ख़राब है सो है

चाहिए है मुझे इंकार-ए-मोहब्बत मिरे दोस्त
लेकिन इसमें तिरा इंकार नहीं चाहिए है
अहमद कामरान

वक्त वक्त की बात है पगली !!
आज ना सही कल तो भी मेरे नाम की दीवानी होगी !!

किसी का दिमाग चलता है किसी का सिक्का चलता है
हमारा तो ऐटिटूड चलता है

देख मेरी जान दूसरों से जलने वाले हम नहीं
और हम पर मरने वाले कम नहीं…!!!!

हम वो है जो बातो से जात,
और हरकतों से औकात नाप लेते है…!

बहुत कर लिया शेरों ने राज़,
अब आई है मेरी बारी,
अब मैं करूँगा आज शिकार..!!

ज़िन्दगी अपने हिसाब से जीनी चाहिए,
औरो के कहने पर तो सर्कस में शेर नाचते हैं।

अपने ख्वाब कुछ बड़े है साहब,
उड़ान भरने से पहले बजट नही देखते…!

“गूलाम हूँ अपने घर के संस्कारों का,
वरनातेरी औकात दिखाने का हूनर मैं भी रखता हूँ।”

तू चालाकी से कोई चाल तो चल जितने का हुनर मुझमे आज भी है

शांत बैठे है हम,कमजोर समझने कीगलती मत करना !! 

शरीफ रहोगे तोदुनिया बदनाम करेगी
और बदनाम रहोगे तोदुनिया सलाम करेगी।

“स्टाइल तो सिर्फ शौक के लिए है,
वरना जमाने के लिए मेरी नशीलीआँखों के इशारे ही  काफी है.”

“अब मैं कुछ नहीं हूँ मैंने माना,
कल को मशहूर हो जाऊ तोकोई रिश्ता मत निकाल लेना..!!”

तुम जलन बरकरार रखना,
हम अपने जलवे बरकरार रखेंगे।

कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं,
लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं !

ताश का जोकर और अपनों की ठोकर !!
अक्सर बाज़ी घुमा देते है !!

बेमतलब की दुनिया का किस्सा ही खतम,
अब जिस तरह की दुनिया, उस तरह के हम।

सुधरी हे तो बस मेरी आदते वरना मेरे शौक,
वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं।

“कुछ लोग खुद को शेर समझते हैं,
मगर हम वो इंसान हैं जोशेरो को भी कुत्ते जैसे  घुमाते हैं।”

जिस दिन मैंने मर्यादा को छोड़ दिया
समझ लो उस दिन तुमको तोड़ दिया..!!

यूँ तो खुली किताब हूँ मैं
फिर भी हर किसी की औकात नहीं है मुझे पढ़ने कि। 

माचिस तो यूँ ही बदनाम है हुजुर !!
हमारे तेवर तो आज भी आग लगाते है !!

सीधे साधे रहते है, अब रोल बदल देंगे !!
शटका मत अपनी, महोल बदल देंगे !!

अगर जिंदगी में कुछ पाना है तो,
तरीका बदलो इरादा नहीं !

ये तो अच्छा है कि दिल सिर्फ सुनता है,
अगर कहीं बोलता होता तो कयामत आ जाती !

खिलाफ कोई भी हो फर्क नहीं पड़ता जिनका साथ है वो सबके बाप है !

कुछ लोग ऐसे होते है,जिनकी खुजली दुसरो को मिटानी पड़ती है…!

अदा तो अपनी फुल कातिल है और attitude में तो डिग्री हासिल है.

मत छेड़ मुझे तेरा वजूद तक बिखर जाएगा,
मैं हाथ लगाऊंगा तुझे और तू मर जाएगा। 

लोगो को दिल मे नही मुट्ठी में रखो।

सर और किरदार हमेशा ऊँचा रखो अच्छे बुरे दिन आते रहेंगे।

अपने Attitude का ऐसा अंदाज रखो
जो तुम्हे ना समझे,  उसे नजर अंदाज रखो…

“देख भाई रुतबा इतना है कि शेर तू चाहे कहीं का भी हो ढेर करने में वक्त नहीं  लगेगा..!!”

“जब से मुझे पता चला है कि मेरा आत्मविश्वास मेरे साथ है तब से मैने ये सोचना  बंद कर दिया कि कौन मेरे खिलाफ है”

मेरे जैसा ढूंढ रहे हो,मुझमें क्या कमी है…!

जो हमसे अकड़ता है उसे हम बातों से नहींलातों से समझाते हैं..!!

जाना है तो जाओ आखिर रोका किसने है,
मैं तो अलग खड़ा हु तुमको टोका किसने है…!

बदनाम वही होते हैं,जिनके काम सही होते हैं…..

हम अपनी रियासत के राजा हैं किसी की हैसियत देख कर सिर नही झुकाते.

हम दुनिया से अलग नहीं,
हमारी दुनिया ही अलग है।

“वाक़िये तो अनगिनत हैं ज़िंदगी के समझ नहीं आता,
कि किताब लिखूँया हिसाब  लिखूँ..!!”

मुझे मत देखो हजारो में,
हम बिका नहीं करते बजारो में !

बदहवासी का दौर है साहेब,
पता नही बारूद किसको छल्ली करदे…!

मुझे मेरी औकात बताने का शुक्रिया !!
तुम्हें तुम्हारी औकात वक़्त बताएगा !!

भीख माँगने से अच्छा है अपना हक झीन लो!

किताबो पे धूल जम जाने से इतिहास कभी खत्म नही होते !

“अकड़ दिखाने वालों को, उनकी औकात दिखाने में हमें देर नही लगती,
वही लोग उठाते  हैं हम पर उंगलियां, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।”

जब से लोगों की परवाह करनी छोडी है,
तब से जिंदगी खूबसूरत हो गई है।

तुझे सिर्फ अपना गम दिखता है !!
पर अफसोस तुझे कितना कम दिखता है !!

तूफान की तरह है हमारी एंट्री,
जब आते है तो झिंझोड़ देते है…!

” कुछ चीजें पैसो से नहीं मिलती
और मुझे उन्ही चीजो का शौक है”

 जिस चीज का तुम्हे खौफ है
उस चीज का हमें शौक है 

 हम अपनी बराबरी  किसी से नही  करते जैसे भी हैं लाजवाब हैं 

 लोगो को जलाने के लिए हमारी एंट्री ही काफी है 

” हरा कर कोई जान  भी ले जाए तो मंजूर है मुझको
मगर मेरी जान धोका  देने वालो को फिर मैं मोका नही देता “

 तेरा सिर्फ दिमाग खराब है
काका मैं बंदा ही खराब हूं 

“कुछ लोग हमारे शोक से भी जल जाते है वो जितना कमाते है
हम उससे  ज्यादा उड़ाते है “

“फरक नही पड़ता दुनिया क्या सोचती है
मैं अच्छा हूं ये मेरी मां कहती  है “

“शांत  हम समन्दर जैसे  गुस्सा हमारा सुनामी है
इसी तेवर  के चक्कर में  दुनिया हमारी दीवानी है”

” अंदाज़ कुछ अलग है मेरा
सब को #attitude का शौक है  और मुझे #attitude  तोड़ने का “

 अब वही होगा जो दिल  चाहेगा
आगे जो होगा देखा जाएगा

” मेरी औकात से ज्यादा बेटा मेरे नाम के चर्चे है
और तेरी उकात से  ज्यादा तो मेरे सिगरेट  के खर्चे है “

“जिगर वाले  का डर से कोई वास्ता नहीं होता
हम वहां भी कदम रखते है  जहां रास्ता नहीं होता “

हम हम हैं  जनाब फिर आप कोई भी हो हमे घंटा फर्क नही पड़ता !

” इज्ज़त बहुत महँगी  चीज है इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिलकुल भी ना  करें “

 हम बोलते भी नही और कुछ भूलते भी नही !

इतनी औकात नही है तेरी जो बराबरी  कर सके तू मेरी !

“हम अपना वक्त बर्बाद नही करते
जो हमें भूल गए हम  उन्हें याद नही करते”

” जमाना कुछ यूं मेरे अंदाज से जल  गया
मैं अपने किरदार से जरा आगे  निकल गया “

” बात बात पर बिगड़ा मत करो
जब हम बिगड़े ना तुम्हारा नक्शा बिगाड़  देंगे “

 बहोत शरीफ हूँ  मै जब तक कोई ऊँगली ना करे 

“हमारी ख़ामोशी की वजह मेरे मां बाप है
वरना जिगरा  तो हम तुझे तेरे  घर से उठने का रखते है “

” दुश्मन तो बहुत हैं पर वो कहतें हैं ना
शेर का शिकार कुत्तों से नही होता”

” Attitude जो कल था वो आज है
जिंदगी ऐसे जियों जैसे बाप का राज है “

बेटा झूले पर झूलो 
लेकिन हम बाप  हैं तुम्हारे हमे ना भूलो !

” हमारी शराफत का फायदा उठाना बंद कर दो
जिस दिन हम बदमाश बन गए क़यामत आ जायेगी “

 अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद
इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ 

” पढ़ते क्या हो  आंखों में मेरी कहानी?
  Attitude  में रहना तो  आदत है मेरी पुरानी “

“में  Aadat नही  सौंक रखता हूँ
अच्छे-अच्छे को  Block रखता हूँ “

“मेरा style और attitude ही कुछ अलग है
बराबरी करने  जाओगे तो बरबाद हो जाओगे”

” हम जंगल  के वो शेर है
जिसके दहाड़ने से ही  हवा बदल जाती है “

“हाथ में खंजर  ही नही  आंखों में  पानी  भी चाहिए
हमें दुश्मन  भी थोड़ा खानदानी चाहिए ‍”

जान वरना तेरा भी दिल  है जो मेरे Pass है “

” अपनी अच्छाई पर  इतना भरोसा रखो की जो तुम्हें खोएगा  यकीनन  रोएगा ‍”

शौक की कीमत  और जिद  के अंजाम नहीं  देखे जाते !

“अपुन का  Style  भी साला Amazon  जैसा है
लोग कहते है  और दिखाओ  और दिखाओ “

” कुछ सही तो कुछ खराब  कहते हैं
लोग हमें बिगड़ा  हुआ Khalnayak   कहते हैं”

 इंसान के कपड़े  ही नही  की सोच  भी ब्रेंडेड होनी चाहिए ‍‍!

” एक बुरी Aadat है  आज भी मेरे अंदर मैं किसी को  माफ करके भी Maaf  नही करता “

” ये जो अभी  हालात है मेरे  एक दिन  सुधर जाएगे
मगर काफी लोग  इस  दिल से उतर जाएगे “

” वो जिगर ही नहीं  जिसमे दम न हो
बेटा अगर  तू बदमाश है  तो हम भी  सरीफ नहीं “

” मुकाम वो चाहिए  की जिस दिन भी हारु उस दिन  जीतने वाले से ज्यादा  मेरे चर्चे हो “

” दहशत  बनाओ तो  tiger जैसी वरना ख़ाली डराना तो  कुत्ते भी जानते है “

” हम दुश्मनों  को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं
हात नहीं  उठाते बस   नजरों से गिरा देते हैं “

” मेरी हस्ती को  तुम क्या पहचानोगे
हजारो मशहूर हो गए ‍ मुझे  बदनाम करते करते “

” जीने वाले जी ‍ लेते है  ज़िन्दगी शान से
और जलने  वाले जलकर राख  होते है श्मशान में “

उनकी भी क्या इज्जत  करना जिनकी  हरकत ही कुत्ते जैसी हो !

अकेले  चलना किसी के  पीछे चलने से  बेहतर है !

” घायल करने के  लिए लोग हथियार  चलते है
मेरी तो मूछे  ही काफी है ‍‍”

“राहें बदले  या बदलेवक्त  हम  तो अपनी मँजिल पायेंगे
जो समझते है खुद  को बादशाह,
एक दिन उसे अपने दरबार  में  जरूर नचायेगे “

आप करेंगे हमारी ज़ात पर तब्सिरा
आप कब इस काबिल हो गए !

“मेरा किरदार ही मेरी पहचान है
“वरना मेरे नाम के तो लाखों इंसान हैं !

हम वहाँ काम आते हैं
जहाँ सब हाथ खड़े कर जाते हैं !

औरों ने भी चाहा तो है मुझ सा होना
ये बात अलग है के मुमकिन नहीं मुझ सा होना !

मंज़िल अगर आसमान पर है तो उसे मुझे उतारना होगा . .
अगर सब मेरे खिलाफ हैं तो सब को हारना होगा . .!

उसे गुमान था मैं उसके साथ फिर से संपर्क करूँगा
हाय मैंने उसके गुमान की धज्जियाँ उड़ा दीं …..!

मैदान में उतरना सीखो
तालियाँ बजाने वालों की कोई औकात नहीं होती !

जंग वही क़ाबिल-ए-क़बूल होती है जिसमें . . .
दुश्मन अपने पाँव पर चलकर वापस न जाए . . .!

उसने हमें ठुकरा दिया कोई ग़म नहीं
बदनसीब तो वो है जिसकी किस्मत में हम नहीं !

वो मुझे पढ़ पाए….
इतनी उसकी तालीम नहीं !

मुनाफ़िक लोगों से वो कुत्ता बेहतर है
जो सामने भोंकता, पीठ पीछे नहीं !

हमारा_ तो रुतबा ही अलग है
हमें _दुनिया नहीं _तारीख _याद रखेगी !

हमारा #अंदाज़ कुछ ऐसा है ” देखने वालों को  𝐂𝐔𝐓𝐄
और जलने वालों को 𝐀𝐓𝐓𝐈𝐓𝐔𝐃𝐄 “ लगता है !

तेरी शोहरत से अलग शान रखते हैं”
हम वो हैं जो अपनी पहचान आप रखते हैं” !

डार्लिंग ये मेरा 𝘼𝙩𝙩𝙞𝙩𝙪𝙙𝙚 है
तुम्हारे बाप का पैसा नहीं जो खत्म हो जाए !

शरारती अंदाज़ तबीयत पे न जाइए
दिल ज़हर से भी कड़वा है हमारा !

अपना ज़मीर मुतमइन है
भाड़ में जाए मुनाफ़िक लोग !

खामोशी का मतलब लिहाज़ होता है
लोग इसे कमजोरी समझ लेते हैं।

मुझे परवा नहीं लोगों की बातों की
मुझे मुझ से बेहतर कोई नहीं जानता !

‍लोगों का तो पता नहीं पर
अपने लिए बहुत खास हैं हम ‍!

मज़ा  ही नहीं आता साहब जीने  में
जब तक आग  न लगे शरीकों के सीने में !

 कुछ मुनाफ़िकों की आंख में
हम बड़ी शिद्दत से चुभते हैं !

 मुझसे मेरा Ãttitûdê संभलता नहीं 
लोग अपना दिखाने लग जाते हैं !

नखरे वो बर्दाश्त करते हैं जिनको कोई लालच हो 
हम लोगों के नखरे उनके मुंह पर दे मारते हैं !

कुछ लोगों का Attitude बिल्कुल मेरी जूती की तरह है
महंगा बहुत लेकिन फिर भी मेरे पैरों में !

हमारे नाम से जलने वाले लोग
हमारा नाम लेकर ताल्लुक बनाते हैं !

नहीं कोई अहल जिगर ऐसा जो खरीद पाए मिजाज मेरा
मोहब्बत हो या नफरत दोनों में बेमिसाल हूँ !

कोई हम से अच्छा होगा  कोई हम से बुरा होगा
हाय मगर कोई हम सा कहाँ होगा !

 जिंदगी अपनी है
तो राज भी अपना होगा !

और तुम्हारी अना से बेहतर
मेरी सादगी है!! 

हो जाए हर किसी पे फिदा
इतने कम ज़र्फ नहीं हैं हम !

खुद को अच्छे लोगों में शुमार करते हैं वो
मुनाफ़िकों में आला मकाम है जिनका !

हम अदाएं ज़रा कातिलाना रखते हैं
आप का बच पाना न मुमकिन है !

तू मेरे ज़ब्त को इतना न आज़मा कि तुझे
आस्तीन से निकालूं ज़मीं पे दे मारूं !

करीब दिल के कोई दर्द आ भी जाए तो हम
सजा के लब पे हंसी उसको टाल देते हैं__!!!

यूं भी इल्ज़ाम सर तो आने हैं
फिर खताएं क्यों न करें


मेरे मरने के बाद जो होगी
उस कदर पे लानत !

ताल्लुकात निभाने में अब माहिर नहीं रहा मैं
तुम सोच समझ कर किनारा कशी करना…! 

हम आम दिमागों का असासा ही नहीं थे
याकूत तबीयत थे, तुझे रास न आए !

कोई और दिल दुखाता उसका मुंह नोच लेता
यार तूने दिल दुखाया बड़ा दुख हुआ मुझे ! 

हम पूरी तवज्जोह के तलबगार हैं तुझ से
औरों से ताल्लुक है तो दूर रहा कर !

आसीब-ए-जुफ्त से हुआ मानूस यूं कि खुद
हर दिल से उतर जाता हूं मैं चार दिन के बाद !

अब मेरे हाल पे क्यों तुम्हें परेशानी है
तुम अपने घर की फिक्र करो तुम्हारी मेहरबानी है !

जल उठी है दुनिया सारी
क्योंकि अब पहचान हमारी छा रही है !

खानदानी शान है दिखावा नहीं
खुदा के सिवा किसी से खौफ नही !

ऊपर वाला भी हमारा दीवाना है
इसलिए मुझे किसी और का होने नहीं देता !

घमंड तो बिलकुल नहीं है मुझमें
मगर तोड़ने का हुनर अच्छी तरह जानता हूँ !

आखिरी बार अपनी सफाई दे रहा हूँ
मैं वो नहीं जो सामने नज़र आता हूँ !

हम जलते नहीं किसी से
अपनी काबिलियत से दूसरों को जलाते हैं !

मैं सिर्फ एक नियम मानता हूँ
कोई आए तो स्वागत है और जाए तो भीड़ कम…!

अगर ज़िन्दगी एक जंग है
तो अपना Attitude भी दबंग है !

हम भी गहरे घाव देंगे
बस थोड़ा इंतजार तो करो !

जुबान से उतना ही कहो
जितना खुद के कान सुन सकें !

मुझसे पंगा सोच-समझकर लेना
क्योंकि मैं Cute हूँ पर Mute नहीं हूँ !

दिल जीतना सीख लो पगले
वरना जंग जीतने में भी हम माहिर हैं !

हम उन लोगों को कुछ नहीं समझते
जो खुद को बहुत कुछ समझते हैं !

नाम नहीं लूँगी
पर याद रखना बदला जरूर लूँगी !

जितनी इज्जत देती हूँ उतनी उतार भी सकती हूँ
इसलिए कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे !

हमारा स्टाइल और एटीट्यूड कुछ खास है
बराबरी करोगे तो खुद बिक जाओगे !

में शायर समझ कर नजरअंदाज मत करना
हमारी नजर हट गई तो हुस्न का बाजार गिर जाएगा !

हमको मिटा सके ये दुनिया में दम नहीं
हमसे ये दुनिया है दुनिया से हम नहीं !

मेरी दोस्ती इतनी सस्ती नहीं है
कि कोई भी मेरा दोस्त बन जाए !

नाम और पहचान चाहे छोटी हो
लेकिन अपने दम पर होनी चाहिए !

मैं हमदर्दी की खैरातों को ठुकरा देती हूँ
जिस पर बोझ बनूँ उसे मैं खुद ही छोड़ देती हूँ !

इंसान केवल आग से नहीं जलता
कुछ लोग तो मेरे अंदाज से भी जल जाते हैं !

दौलत विरासत में मिलती है
लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है !

काली जिंदगी में काले काम हैं
एक नाम है वो भी बदनाम है !

सिरफिरा लड़का हूँ मैं जरूरत पड़ने पर
हर किसी से भिड़ सकता हूँ !

एक बार वक्त को बदलने दो
तूने सिर्फ बाजी पलटी है मैं जिंदगी पलट दूँगा !

बुरे हम कल भी नहीं थे
और अच्छे आज भी नहीं हैं !

इतना गुमान मत रखो गोरे रंग पर
हम दूध से ज्यादा चाय के दीवाने हैं !

जो लड़कियाँ मुझे बुरे लड़के कहती हैं
शायद उन्हें पता नहीं कि राजकुमार कभी सुधरते नहीं !

हम दुनिया से अलग नहीं हैं
हमारी दुनिया ही अलग है|

तुम जलन बरकरार रखना
हम अपने जलवे बरकरार रखेंगे|

तेरी ईगो तो दो दिन की कहानी है
लेकिन मेरी अकड़ तो खानदानी है|

क्या पढ़ते हो मेरी आंखों में कहानी
एटीट्यूड में रहना तो मेरी पुरानी आदत है|

देख मेरी जान हम दूसरों से जलने वाले नहीं हैं
और हम पर मरने वाले भी कम नहीं हैं|

अगर सुधर गई हो तो मेरी आदतें भी
वरना मेरे शौक आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं|

हम वो हैं जो बातों से जात
और हरकतों से औकात नाप लेते हैं|

बड़ा फर्क है तुम्हारी और हमारी तालीम में
तुमने उस्तादों से सीखा और हमने हालातों से|

इंसान शरीफ हो तो दुनिया उसे बदनाम करती है
लेकिन बदनाम रहो तो वही दुनिया सलाम करती है|

काश कोई ऐसा हो जो गले लग कर कहे
तेरे दर्द में मैं भी साथ हूँ मुझे भी दर्द होता है|

माँ ने सिखाया था कि किसी का दिल मत तोड़ना
इसलिए हमने दिल को छोड़ा और सब कुछ तोड़ा|

समझ नहीं आता इस तकदीर में ऐसा क्या लिखा है
जिसे भी चाहो वही सबसे दूर हो जाता है|

अगर दुनिया बन जाए दुश्मन तो इतना याद रखना
तेरा यार जिंदा है तो तेरी ताकत जिंदा है|

जिसे जो कहना है कहने दो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता
वक्त की बात है और वक्त सबका आता है|

क्या ढूंढ रहे हो मेरी आंखों में कहानी?
अंदाज में रहना तो मेरी पुरानी पहचान है|

पहले भी कह चुका हूँ फिर से सुन ले
उम्र छोटी है पर सम्मान सारा जहाँ देता है!

अच्छा नहीं थोड़ा अजीब हूँ मैं
बच्चा नहीं पर थोड़ा बद्तमीज हूँ मैं|

अब खामोश रहने का वक्त गुजर गया
अब समय है मेरी दहाड़ सुनने का|

सोने के जेवर और मेरे तेवर
इनकी कीमत लोगों को भारी पड़ जाती है|

मुझे समझने के लिए
आपका समझदार होना भी जरूरी है|

दोस्ती बड़ी नहीं होती
निभाने वाले बड़े होते हैं|

तेरी ख़ामोशी भी मैं पढ़ लेता हूँ
यही तो है दोस्ती का असली आनंद|

हम शौक बदलते हैं वक़्त के साथ
पर दोस्त नहीं बदलते|

मेरे पास यारों की टोली है
इसीलिए ज़िन्दगी में हमेशा मौज है|

ज़िन्दगी में दोस्ती नहीं
दोस्ती में ज़िन्दगी होती है|

ज़िंदगी का मोल दोस्तों से आँका जाता है
और तरक्की दुश्मनों से|

दोस्तों के दिलों में और दुश्मनों के दिमाग में रहना
मेरी आदत है|

दोस्ती सच्ची होनी चाहिए
पक्की तो सड़क भी होती है|

इन हंसी के पलों को जी लो जनाब
फिर दोस्ती के वो पुराने दिन लौटकर नहीं आते|

वो चाय क्या जिसमें उबाल न हो
और वो दोस्त क्या जिसमें बवाल न हो|

हम एक-दूसरे की जूठी सिगरेट भी पी लेते हैं
क्योंकि दोस्ती किसी मज़हब की मोहताज नहीं होती|

दुनिया अगर दुश्मन बने तो इतना याद रखना
तेरा यार जिंदा है तो तेरा हथियार जिंदा है|

मिज़ाज ठंडा रखिए साहब
हमें तो बस चाय की गर्मी भाती है|

प्रेम का मतलब किसी को पाना नहीं
बल्कि उसमें खो जाना है|

इश्क़ अनमोल था
पर लोग ही बाजारू निकले|

तेरे इश्क़ में इतना खो गया हूँ
खुद को ढूंढना भी बेकार लगता है|

तेरी आँखों में बसना चाहता हूँ
बाकी दुनिया देखने का शौक नहीं|

नज़रें झुकाना तेरी मजबूरी है
ये मेरी मोहब्बत का असर है|

दिल की किताब का वो पन्ना हूँ मैं
जिसे सिर्फ तेरी नज़रें पढ़ सकती हैं|

तेरी तस्वीर से बातें कर लेता हूँ
तेरे आने से ही दिल धड़कता है|

जंगल का शेर हूँ
पर तेरे लिए एक गुलाब बन जाऊंगा|

इश्क़ का समंदर हूँ मैं
तेरी मोहब्बत ही मेरी लहरें हैं|

तेरे इश्क़ का जुनून है
सारी हदें पार कर दूंगा|

कद्र हमारी भी करेंगे एक दिन ये ज़माने वाले देख लेना
बस जरा ये भलाई की आदत छूट जाने दो|

प्यार वो गुनाह है जिसे सभी करते हैं
मगर सज़ा सिर्फ वफ़ादारों को मिलती है|

जब आवारापन छोड़ा तो लोग हमें भुलाने लगे
कभी शोहरत कदम चूमती थी जब बदनाम हुआ करते थे|

अब बस एक आखिरी रस्म बाकी है हमारे बीच
याद तो करते हैं मगर बात नहीं करते|

शायद कोई और पूरी कर रहा है मेरी कमी
तभी तो अब तुम्हें मेरी याद नहीं आती|

जिनका दिल बहुत अच्छा होता है
अक्सर उनकी किस्मत ही खराब होती है|

वक़्त ही तो है बदल जाएगा
आज तेरा है कल मेरा होगा|

सिगरेट जलाई थी तेरी यादें भुलाने को
मगर धुएं ने तेरी तस्वीर बना डाली|

आंखें न फाड़ पगली दिल को थोड़ा आराम दे
मुझे क्या देख रही है अपने वाले पर ध्यान दे|

जो मेरी बुराई करते हैं उनसे बस इतना कहूंगा
शेर कुत्तों के भौंकने का जवाब नहीं देता|

अजीब नहीं हूँ मेरी जान
बस थोड़ा सा गरम दिमाग का हूँ|

अच्छे-अच्छे मुझे अच्छे नहीं लगते
मुझे परखने का अंदाज़ थोड़ा अलग है|

वो मेरी है यारों जो अभी चमकी है
इसे रिक्वेस्ट मत समझना ये मेरी धमकी है!

जो जलते हैं वो जलते रहेंगे आग की तरह
और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह|

अगर तुम सोचते हो कि मैं बुरा हूँ
तो ये गलत है क्योंकि मैं बहुत ज्यादा बुरा हूँ|

खुदा दुश्मनों को लंबी उम्र दे
ताकि वो हमारी कामयाबी देख सकें|

मुझे बस वही रंग पसंद है
जो मुझे देखकर तुम्हारा उड़ जाता है|

हमारी दुश्मनों से कोई बातचीत नहीं होती
क्योंकि शेर के आगे कुत्तों की कोई औकात नहीं होती|

कुछ लोग मुझसे इस तरह जलते हैं
जैसे कुंवारी लड़कियों से रोटियां जल जाती हैं|

बस मेरा वक्त आने दो पूरी दुनिया हिला दूँगा
और जो मुझसे जलते हैं उन्हें फौरन बुझा दूँगा|

कुछ सही बोलते हैं कुछ खराब
लोग हमें बिगड़ा हुआ बदमाश बताते हैं|

शेर के पाँव में अगर काँटा लग जाए
तो इसका ये मतलब नहीं कि अब कुत्ते राज करेंगे|

हमारी जिद थोड़ी अलग है
हम इस पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं|

चलो आज फिर मुस्कुराया जाए
और बिना माचिस के कुछ लोगों को जलाया जाए|

मुझमें कमियां ढूंढने वालों से कहता हूँ
मेरे लिए लड़की क्यों नहीं ढूंढ लेते?

लोग सभी देवताओं को देव कहते हैं
पर मेरे गुरुदेव को महादेव कहते हैं|

दोस्तों फना होने की इजाजत नहीं ली जाती
ये महादेव की मोहब्बत है पूछ कर नहीं की जाती!

खौफ फैला देना नाम का कोई पूछे तो कह देना
भक्त लौट आया है महाकाल का!

ना जीने की खुशी ना मौत का गम
जब तक है दम महादेव के भक्त हम!

श्मशान की शांति में दबा एक शोर हूँ
महाकाल का भक्त मैं तो एक अघोर हूँ!

महाकाल की भक्ति में खो कर देखो
कोई दुःख तुम्हारे पास नहीं आएगा!

जो समय की चाल हैं अपने भक्तों की ढाल हैं
पल में बदल दे सृष्टि को वो महाकाल हैं|

गरज उठे गगन सारा समंदर छोड़ दे अपना किनारा
हिल जाए जहान सारा जब गूंजे महाकाल का नारा|

गांजे में गंगा बसी चिलम में चार धाम
कंकर में शंकर बसे और जग में महाकाल|

वह अकेले ही पूरी दुनिया में मुर्दे की भस्म से नहाते हैं
ऐसे ही नहीं वो कालों के काल महाकाल कहलाते हैं|

झुकता नहीं शिव भक्त किसी के आगे
वो काल भी क्या करेगा महाकाल के आगे|

दुश्मनी से मेरा कोई वास्ता नहीं
पर मुझसे करोगे तो बचने का कोई रास्ता नहीं है!

इसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेना
मुझे वो सलाम करते हैं जिन्हें तुम सलाम करते हो!

जुबान मेरी कड़वी है मगर दिल साफ है
कौन कब बदला सबका हिसाब है!

अकेले हैं हमें कोई गम नहीं
जहाँ इज्जत नहीं वहाँ हम नहीं!

हम अकेले ही चलना पसंद करते हैं
ना किसी के आगे ना पीछे!

हमारी औकात उनसे पूछो
जिनकी औकात नहीं हमसे बात करने की!

छलांग तो हम वक्त आने पर लगाएंगे
सारे मोहल्ले तुम खरीद लो हुकूमत हम चलाएंगे!

मेरे ऐटिट्यूड में इतना करंट है
कि तू जल के खाक हो जाएगी!

खौफ तो कुत्ते बनाते हैं
पर दहशत हमेशा शेर की होती है!

सवाल उठ रहे हैं कि हम खामोश क्यों हैं
सब्र रखो उसका भी जवाब मिलेगा!

दुश्मन और सिगरेट को जलाने के बाद
उन्हें कुचलने का मजा ही कुछ और होता है!

पुस्तक का विवरण / Book Details
Book Name एटीट्यूड शायरी ऑनलाइन पढ़े | Attitude Shayari PDF Download
Author
CategoryBest Shayari PDF Books in Hindi
Language
Pages 70
Quality Good
Size 457 KB
Download Status Available
“जब तक हम अपने आप से सुलह नहीं कर लेते तब तक हम दुनिया से भी सुलह नहीं कर सकते।” दलाई लामा
“We can never obtain peace in the outer world until we make peace with ourselves.” Dalai Lama

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