पानी पर शायरी ऑनलाइन पढ़ें | Paani par Shayari PDF Download
Paani par Shayari
यह शायरी भी पढ़ें :- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के शेर – Faiz Ahmad Faiz Sher | Allama Iqbal Ki Shayari – अल्लामा इक़बाल की शायरी | Love Shayari – लव शायरी | Ghalib Ki Shayari – ग़ालिब की शायरी | Sad Shayari – सैड शायरी | Birthday Shayari – जन्मदिन शायरी | दोस्ती शायरी – Friendship Shayari | बेवफ़ा शायरी – Bewafa Shayari | महादेव शायरी – Mahadev Shayari | प्रेरक शायरी – Motivational Shayari | रोमांटिक शायरी – Romantic Shayari | जौन-एलिया शेर – Jaun Elia Sher | Muskurahat Par Shayari – मुस्कुराहट पर शायरी
जल का कोई मूल्य नहीं होता है,
कभी प्यासे से पूछना ये तो अमूल्य होता है।जब सारी नदियाँ और कुएँ सूख जाएँगे,
तब शायद इंसान पानी की कीमत समझ पाएँगे।हर कोई जल बचा सकता है,
बूँद-बूँद से सागर बना सकता है।पानी की कीमत अब लोग समझने लगे हैं,
जबसे पानी बंद बोतलों में बिकने लगे हैं।प्यास इंसान के सामने आईने रखती है,
पानी की हर एक बूँद मायने रखती है।अपने बच्चों को पानी बचाना सिखाओ,
या तो पानी बिना जीने की तरकीब बताओ।शुष्क नहर, झीलें, नदी, इनकी गुहार सुनो,
जल के बिन जल जाएगा ये सारा संसार।जानों क्या है असली सोना,
इंसान की मूर्खता है पानी को खोना।यदि आज पानी नहीं बचाओगे,
तो कल प्यासे ही मर जाओगे।जरूरत अनुसार पानी का कीजिए उपयोग,
जल बचाव में आपका होगा सहयोग।इस दुनिया के हैं देवता तीन,
बचा लो जल, जंगल और जमीन।जख्म सूखा और धरा को हरा होना चाहिए,
पानी आँखों से नहीं, नदियों में बहना चाहिए।सूखे दरिया का पानी हूँ साहब,
मैं रोता हूँ, फिर भी नहीं बहता।जो गुजर गया है उसे याद न कर,
बेवजह पानी को तू यूँ बर्बाद न कर।जल जीवन का निर्माण करने वाला अनमोल तत्व है,
जल संसाधनों को बचाना, जीवन को बचाना है।यदि आप शिक्षित हैं और जागरूक हैं,
पानी को बर्बाद न करें और सभी को जागरूक करें।मुझे शहर से अच्छा गाँव दिखता है,
जहाँ आज भी शुद्ध पानी मिलता है।शहर में जमीनों के दाम क्यों बढ़ रहे हैं,
ना तो शुद्ध हवा ना तो शुद्ध जल मिल रहे हैं।तुम उस के पास हो जिस को तुम्हारी चाह न थी
कहाँ पे प्यास थी दरिया कहाँ बनाया गया
~ यासिर ख़ान इनामवो जो प्यासा लगता था सैलाब-ज़दा था
पानी पानी कहते कहते डूब गया है
~ आनिस मुईनवो मजबूरी मौत है जिस में कासे को बुनियाद मिले
प्यास की शिद्दत जब बढ़ती है डर लगता है पानी से
~ मोहसिन असरारउस से कहना कि धुआँ देखने लाएक़ होगा
आग पहने हुए जाउँगा मैं पानी की तरफ़
~ अभिषेक शुक्लाउबलते वक़्त पानी सोचता होगा ज़रूर
अगर बर्तन न होता तो बताता आग को
~ अश्वनी मित्तल ‘ऐश’हँसता पानी रोता पानी
मुझ को आवाज़ें देता था
~ नासिर काज़मीदोस्तो ढूँड के हम सा कोई प्यासा लाओ
हम तो आँसू भी जो पीते हैं तो पानी की तरह
~ वाली आसीहैरान मत हो तैरती मछली को देख कर
पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख
~ मोहम्मद अल्वीक़िस्से से तिरे मेरी कहानी से ज़ियादा
पानी में है क्या और भी पानी से ज़ियादा
~ अबरार अहमदवो धूप थी कि ज़मीं जल के राख हो जाती
बरस के अब के बड़ा काम कर गया पानी
~ लईक़ आजिज़अनगिनत सफ़ीनों में दीप जगमगाते हैं
रात ने लुटाया है रंग-ओ-नूर पानी पर
~ अक़ील नोमानीपानी ने जिसे धूप की मिट्टी से बनाया
वो दाएरा-ए-रब्त बिगड़ने के लिए था
~ हनीफ़ तरीनख़ाक हूँ उड़ता हूँ सच है कि मैं आवारा-मिज़ाज
पानी होता भी तो सैलाब में देखा जाता
~ मुकेश आलमजिन्हें हम बुलबुला पानी का दिखते हैं कहो उन से
नज़र हो देखने वाली तो बहर-ए-बे-कराँ हम हैं
~ सदा अम्बालवीअगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना
हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है
– बशीर बद्रऐसी प्यास और ऐसा सब्र
दरिया पानी पानी है
– विकास शर्मा राज़दूर तक फैला हुआ पानी ही पानी हर तरफ़
अब के बादल ने बहुत की मेहरबानी हर तरफ़
– शबाब ललितअगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है
इधर कश्ती न ले आना यहाँ पानी बहुत कम है
– दिवाकर राहीकिस ने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी
– आरज़ू लखनवीहम इंतिज़ार करें हम को इतनी ताब नहीं
पिला दो तुम हमें पानी अगर शराब नहीं
– नूह नारवी
अंदर अंदर खोखले हो जाते हैं घर
जब दीवारों में पानी भर जाता है
– ज़ेब ग़ौरीहर्फ़ अपने ही मआनी की तरह होता है
प्यास का ज़ाइक़ा पानी की तरह होता है
– फ़ैसल अजमीमैंने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया
इक समुंदर कह रहा था मुझ को पानी चाहिए
– राहत इंदौरीबदन के दोनों किनारों से जल रहा हूँ मैं
कि छू रहा हूँ तुझे और पिघल रहा हूँ मैं
– इरफ़ान सिद्दीक़ीमेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगा
तेरा वादा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगा
– साहिर लुधियानवीउस से कहना की धुआँ देखने लाएक़ होगा
आग पहने हुए मैं जाऊँगा पानी की तरफ़
– अभिषेक शुक्ल
क्या कहा दोस्त समझना है तुम्हें प्यार नहीं
यानी बस देखना है पानी को पीना नहीं है
– नीरज नीरये पानी ख़ामुशी से बह रहा है
इसे देखें कि इस में डूब जाएँ
– अहमद मुश्ताक़कतराते हैं बल खाते हैं घबराते हैं क्यूँ लोग
सर्दी है तो पानी में उतर क्यूँ नहीं जाते
– महबूब खिज़ानपेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था
जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा
– कैफ़ी आज़मीतेरे चुप रहने से हर पौधा सूख गया है
तुझको मालूम नहीं पौधों का पानी है तू
– कबीर अल्तमाशतुमसे बिछड़े फिर भी साँसे चलती हैं
मछली पानी के बाहर भी जिंदा है
– तनोज दधिचगुजर चुकी जुल्मते शब-ए-हिज्र, पर बदन में वो तीरगी है
मैं जल मरुंगा मगर चिरागों के लो को मध्यम नहीं करूंगायाह अहद लेकर ही तुझ को सौंपी थी मैंने कलबौ नज़र की सरहद
जो तेरे हाथों से कत्ल होगा मैं उस का मातम नहीं करूंगाजो यहाँ ख़ुद ही लगा रक्खी है चारों जानिब
एक दिन हम ने इसी आग में जल जाना है
– ज़फ़र इक़बालगिले शिकवे ज़रूरी हैं अगर सच्ची मुहब्बत है
जहाँ पानी बहुत गहरा हो थोड़ी काई रहती है
– मुनव्वर रानाआँख वो इक शहर जिसमें दम घुटेगा
दिल में रहना घर में रहने की तरह है
– नीरज नीरये नदी वर्ना तो कब की पार थी
मेरे रस्ते में अना दीवार थीआप को क्या इल्म है इस बात का
ज़िंदगी मुश्किल नहीं दुश्वार थीतीन कमाने दुश्मनों के हाथ में
और मेरे हाथ में तलवार थीजल गए एक रोज़ सूरज से चराग़
रौशनी को रौशनी दरकार थीआज दुनिया के लबों पर मुहर है
कल तलक हाँ साहिब-ए-गुफ़्तार थी
– अज्ञातपत्थर के जिगर वालों ग़म में वो रवानी है
ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है
– बशीर बद्रउलटे सीधे सपने पाले बैठे हैं
सब पानी में काँटा डाले बैठे हैं
– शकील जमालीभूके बच्चों की तसल्ली के लिए
माँ ने फिर पानी पकाया देर तक
– नवाज़ देओबंदीजल चुका है जिस्म मेरा राख हूँ मैं
पर मुझे अब भी मिली राहत नहीं है
– शशांक शेखर पाठकतुम्हें लहू से तो ख़त लिख नहीं सके लेकिन
लिखी है आँख के पानी से शायरी तुम पर
– मन्मौजीरोते बच्चे पूछ रहे हैं मम्मी से
कितना पानी और मिलाया जाएगा
– दिव्य कमलध्वजकिस तरह यह आपकी आँखों में पानी आ गया
याद जस्सर आपको भी कोई यानी आ गया
– अवतार सिंह जस्सरउस ने फेंका मुझ पे पत्थर और मैं पानी की तरह
और ऊँचा और ऊँचा और ऊँचा हो गया
– कुँवर बेचैनतुम मेरे वो लगते हो जो कोई नइँ
हो गई मैं अमृता सी प्यार में
– नीरज नीरचूमने की रस्म बाक़ी है अभी भी
डर है पहले देह को उबटन न चूमे
– नीरज नीरदरिया के किनारे पे मिरी लाश पड़ी थी
और पानी की तह में वो मुझे ढूँड रहा था
– आदिल मंसूरीपानी आँख में भरकर लाया जा सकता है
अब भी जलता शहर बचाया जा सकता है
– अब्बास ताबिशहमने अच्छी धाँक जमा रक्खी थी अपनी
फिर उसने छोड़ा और सब पानी कर डाला
– प्रशांत शर्मा दराज़ख़मोश झील के पानी में वो उदासी थी
कि दिल भी डूब गया रात माहताब के साथ
– रहमान फारिसतुझे बहुत शौक़ था मोहब्बत की गर्म लपटों से खेलने का
ले जल गई न हथेली अब ख़ुश कहा था मैं ने चराग़ रख दे
– चराग़ शर्मापिघलती बर्फ़ की ये दास्ताँ हम को बताती है
जुदा होना ही पड़ता है यहाँ पानी को पानी से
– राज तिवारीन हारा है इश्क़ और न दुनिया थकी है
दिया जल रहा है हवा चल रही है
– ख़ुमार बाराबंकवीमुझसे मिलने ही आती है नुक्कड़ पर
पानी पूरी केवल एक बहाना है
– दिव्य कमलध्वजमुहब्बत में बहाया खून औ पानी कहा हमने
तेरी हर ख़ामियों को हँस के नादानी कहा हमने
– अलंक्रत श्रीवास्तवहमीं को क़ातिल कहेगी दुनिया हमारा ही क़त्ल-ए-आम होगा
हमीं कुएँ खोदते फिरेंगे हमीं पे पानी हराम होगाअगर यही ज़हनियत रही तो मुझे ये डर है कि इस सदी में
ना कोई अब्दुल हमीद होगा ना कोई अब्दुल कलाम होगा
– अज्ञातइक प्यासे की मौत हुई है
अब पानी को दुख होगा
– शादाब जावेदरंग की अपनी बात है वर्ना
आख़िरश ख़ून भी तो पानी है
– जौन एलियानहीं तो बर्फ़ सा पानी तुम्हें जला देगा
गिलास लेते हुए उँगलियाँ न छू लेना
– इरफ़ान सिद्दीक़ीन पूछो मुझसे कैसी लगती हूँ मैं ‘नीर’ साड़ी में
किसे अच्छे नहीं लगते मिरी जाँ गाने नुसरत के
– नीरज नीरग़म बयाँ करने का कोई और ढंग ईजाद कर
तेरी आँखों का ये पानी तो पुराना हो गया
– वसीम बरेलवीहो गए राम जो तुम ग़ैर से ए जान-ए-जहाँ
जल रही है दिल-ए-पुर-नूर की लंका देखो
– क़ल्ब-ए-हुसैन नादिरचाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है
अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है
– फ़रहत एहसासअगर साए से जल जाने का इतना ख़ौफ़ था तो फिर
सहर होते ही सूरज की निगहबानी में आ जाते
– अज़्म शाकरीमिट्टी और पानी भी हमें नाप कर मिलते हैं
तुम गमले में पालने को आसान समझते हो
– विशाल बाग़
| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | पानी पर शायरी ऑनलाइन पढ़ें | Paani par Shayari PDF Download |
| Category | Best Shayari PDF Books in Hindi |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 15 |
| Quality | Good |
| Size | 232 KB |
| Download Status | Available |
“बेटी तो इस संसार में मिल सकने वाली सबसे खूबसूरत सौगातों में से है।” – लॉरेल एथर्टन
“A daughter is one of the most beautiful gifts this world has to give.” – Laurel Atherton
हमारे टेलीग्राम चैनल से यहाँ क्लिक करके जुड़ें












