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दोस्ती शायरी ऑनलाइन पढ़े | Friendship Shayari PDF Download

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Friendship Shayari

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मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला,
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला
बशीर बद्र

दोस्ती जब किसी से की जाए,
दुश्मनों की भी राय ली जाए
राहत इंदौरी

हम को यारों ने याद भी न रखा,
जौन’ यारों के यार थे हम तो
जौन एलिया

अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर,
चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए
अहमद फ़राज़

दुश्मनों से प्यार होता जाएगा,
दोस्तों को आज़माते जाइए
ख़ुमार बाराबंकवी

मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे,
मैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जाँ-ब-लब मुझे ज़िंदगी की दुआ न दे
शकील बदायूनी

ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह,
कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार होता
मिर्ज़ा ग़ालिब

दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त,
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से
हफ़ीज़ होशियारपुरी

तुझे कौन जानता था मिरी दोस्ती से पहले,
तिरा हुस्न कुछ नहीं था मिरी शाइरी से पहले
कैफ़ भोपाली

भूल शायद बहुत बड़ी कर ली,
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली

मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे,
ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है

दुश्मनों ने जो दुश्मनी की है,
दोस्तों ने भी क्या कमी की है
हबीब जालिब

पत्थर तो हज़ारों ने मारे थे मुझे लेकिन,
जो दिल पे लगा आ कर इक दोस्त ने मारा है
सुहैल अज़ीमाबादी

अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल है,
दिल ये कहता है फ़रेब-ए-दोस्त खाते जाइए
माहिर-उल क़ादरी

लोग डरते हैं दुश्मनी से तिरी,
हम तिरी दोस्ती से डरते हैं

हटाए थे जो राह से दोस्तों की,
वो पत्थर मिरे घर में आने लगे हैं

ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ,
दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा है
लाला माधव राम जौहर

ख़ुदा के वास्ते मौक़ा न दे शिकायत का,
कि दोस्ती की तरह दुश्मनी निभाया कर
साक़ी फ़ारुक़ी

दोस्ती ख़्वाब है और ख़्वाब की ता’बीर भी है,
रिश्ता-ए-इश्क़ भी है याद की ज़ंजीर भी है
अज्ञात

जो दोस्त हैं वो माँगते हैं सुल्ह की दुआ,
दुश्मन ये चाहते हैं कि आपस में जंग हो

दोस्ती और किसी ग़रज़ के लिए,
वो तिजारत है दोस्ती ही नहीं
इस्माइल मेरठी

दोस्त दो-चार निकलते हैं कहीं लाखों में,
जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं

मैं हैराँ हूँ कि क्यूँ उस से हुई थी दोस्ती अपनी,
मुझे कैसे गवारा हो गई थी दुश्मनी अपनी
एहसान दानिश

मैं अब हर शख़्स से उक्ता चुका हूँ,
फ़क़त कुछ दोस्त हैं और दोस्त भी क्या

दोस्ती को बुरा समझते हैं,
क्या समझ है वो क्या समझते हैं
नूह नारवी

दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या क्या,
रोज़ झूटी ख़बर-ए-वस्ल सुना जाते हैं

निगाह-ए-नाज़ की पहली सी बरहमी भी गई,
मैं दोस्ती को ही रोता था दुश्मनी भी गई
माइल लखनवी

दुश्मनी ने सुना न होवेगा,
जो हमें दोस्ती ने दिखलाया
ख़्वाजा मीर दर्द

सुना है ऐसे भी होते हैं लोग दुनिया में,
कि जिन से मिलिए तो तन्हाई ख़त्म होती है
इफ्तिखार शफ़ी

तोड़ कर आज ग़लत-फ़हमी की दीवारों को,
दोस्तो अपने तअ’ल्लुक़ को सँवारा जाए
संतोष खिरवड़कर

दोस्ती बंदगी वफ़ा-ओ-ख़ुलूस,
हम ये शम्अ’ जलाना भूल गए
अंजुम लुधियानवी

फ़ाएदा क्या सोच आख़िर तू भी दाना है ‘असद’,
दोस्ती नादाँ की है जी का ज़ियाँ हो जाएगा

दोस्ती की तुम ने दुश्मन से अजब तुम दोस्त हो,
मैं तुम्हारी दोस्ती में मेहरबाँ मारा गया
इम्दाद इमाम असर

आ गया ‘जौहर’ अजब उल्टा ज़माना क्या कहें,
दोस्त वो करते हैं बातें जो अदू करते नहीं

शाइर’ उन की दोस्ती का अब भी दम भरते हैं आप,
ठोकरें खा कर तो सुनते हैं सँभल जाते हैं लोग
हिमायत अली शाएर

मुझे जो दोस्ती है उस को दुश्मनी मुझ से,
न इख़्तियार है उस का न मेरा चारा है
ग़मगीन देहलवी

मुझे दुश्मन से अपने इश्क़ सा है,
मैं तन्हा आदमी की दोस्ती हूँ
बाक़र मेहदी

जब दोस्ती होती है तो दोस्ती होती है,
और दोस्ती में कोई एहसान नहीं होता
गुलज़ार

दुश्मन से ऐसे कौन भला जीत पाएगा,
जो दोस्ती के भेस में छुप कर दग़ा करे
सलीम सिद्दीक़ी

गुज़रे जो अपने यारों की सोहबत में चार दिन,
ऐसा लगा बसर हुए जन्नत में चार दिन
ए जी जोश

कुछ समझ कर उस मह-ए-ख़ूबी से की थी दोस्ती,
ये न समझे थे कि दुश्मन आसमाँ हो जाएगा

सौ बार तार तार किया तो भी अब तलक,
साबित वही है दस्त ओ गरेबाँ की दोस्ती
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम

ज़िक्र मेरा आएगा महफ़िल में जब जब दोस्तो,
रो पड़ेंगे याद कर के यार सब यारी मिरी
सदा अम्बालवी

मिरी वहशत मिरे सहरा में उन को ढूँढती है,
जो थे दो-चार चेहरे जाने पहचाने से पहले
अक़ील नोमानी

“तेरे बिना मेरे वजूद की कोई कल्पना तक नहीं
जो तू साथ नहीं तो कोई मेरे पास नहीं
एक अर्से बाद मिली है मुझे आहट तेरी
तेरे बिना अब कोई भी मेरा खास नहीं…”
-मयंक विश्नोई

“दुनिया भर की खुशियां वार दूँ मैं यारी पर हमारी
समय सबको सुना रहा है कहानियां यारी पर हमारी…”

“ज़िंदगी के सफर में मेरा जब-जब बुरा मक़ाम आया
यारों के आँगन में बैठ मुझे तब-तब आराम आया…”

“दोस्ती किसे कहते हैं जानना हो तो मेरे दोस्तों को देखो
जो एक आवाज़ पर मुसीबतों से भिड़ने को तैयार रहते हैं
दोस्ती को महसूस करना है तो यारों की महफ़िल को देखो
जहाँ खुशियों के तराने अक्सर अपनी कहानी कहते हैं…”

“दोस्ती में हदों में कैद रहा नहीं जाता, फक़्त हदें पार की जाती हैं
दोस्ती तो वो पाक देहलीज है, जहाँ से सुकून की बहार आती है…”

“मेरे यार तेरी अतरंगी यारी ने
तेरे लफ़्ज़ों की खुद्दारी ने
मुझे मुसीबतों से लड़ना सीखा दिया
मुझे हंसने के काबिल बना दिया…”
-मयंक विश्नोई

“नहीं है मुझे कोई चिंता कि आगे क्या होगा और क्या नहीं
मैं बस इतना जानता हूँ कि मेरे हक़ में तेरी यारी है
क्यों करूँ मैं फ़िक्र झूठे, फरेबी और मक्कार ज़माने की?
मैं जानता हूँ कि मेरी इकलौती ताक़त तेरी यारी है…”

“कुछ तो मैंने अच्छा किया ही होगा कभी न कभी
जो सन्नाटे में कैद मेरी आहाट को तेरी यारी ने अपनाया
कई नकाब पहने लोगों के तूने नकाब उतारे,
कई मुसीबत बनते क़दमों के तूने निशानों को मिटाया…”

“आसान नहीं होता
इतना बड़ा सफ़र लड़-झगड़कर भी तय कर लेना
मेरे दोस्त यहाँ मैंने
बड़ी-बड़ी बातें करने वालो को नजदीक से दूर जाते देखा है…”

“तेरी आहाट सावन की फुहार सी है
जो तपती हुई जमीं पर बूंदे बरसा कर सुकून देती है
मेरे दोस्त तेरी मौजूदगी एक बड़े पेड़ की छाँव सी है
जिससे घबराकर मुसीबते अपनी राहें बदल लेती हैं….”

“मेरी उड़ानों को खुद पर यकीन है क्योंकि तू मेरा आकाश है
घनघोर अंधियारी में तू यार मेरे, तमस मिटाता प्रकाश है….”

“दोस्त दो-चार निकलते हैं कहीं लाखों में
जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं..”
-लाला माधव राम जौहर

“दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से..”
– हफ़ीज़ होशियारपुरी

“दोस्ती ख़्वाब है और ख़्वाब की ता’बीर भी है
रिश्ता-ए-इश्क़ भी है याद की ज़ंजीर भी है..”
– अज्ञात

“मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे
ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है..”
– शकील बदायुनी

“ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह
कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार होता..”
-मिर्ज़ा ग़ालिब

“आ गया ‘जौहर’ अजब उल्टा ज़माना क्या कहें
दोस्त वो करते हैं बातें जो अदू करते नहीं..”

“ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ
दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा है..”

“अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल है
दिल ये कहता है फ़रेब-ए-दोस्त खाते जाइए..”
-माहिर-उल क़ादरी

“भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली..”
-बशीर बद्र

“दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या किया
रोज़ झूटी ख़बर-ए-वस्ल सुना जाते है..”

दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो !!
एक जान है जबदिल चाहे माँग लेना !!

अगर मुझे कोई दुनिया में सबसे अजीज़ है,
बस वही दोस्त है जो मेरे दिल के करीब है..!!!

होने को तो हर कोई दोस्त हो जाए,
मुसीबत में साथ देने वाला सच्चा दोस्त कहलाए।

ज़िंदगी में दोस्ती नहीं,
दोस्ती में ज़िंदगी होती है।

अगर मुझे कोई दुनिया में सबसे अजीज है,
मुझे परवाह नहीं दुनिया ख़फ़ा रहे,
बस इतनी सी दुआ है दोस्त मेहरबां रहे।

दोस्ती की गहराई में है प्यार की मिठास,
ये रिश्ता बना रहे, हर दर्द की दवा की तरह।

तू जैसा यार कहाँ, कहाँ ऐसा याराना,
याद करेगी दुनियां, तेरा मेरा अफसाना।

दोस्ती करी है तो दिल से निभाएंगे,
तेरी हर मुसीबत में हम सबसे पहले आएंगे!

दोस्तों से बिछड़ कर यह हकीकत खुली,
बेशक कमीने थे पर रौनक उन्हीं से थी।

अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल है,
दिल ये कहता है फ़रेब-ए-दोस्त खाते जाइए।

ज़िक्र मेरा आएगा महफ़िल में जब जब दोस्तों
रो पड़ेंगे याद कर के यार सब यारी मेरी

जिंदगी के उदास लम्हों में,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..!!!

प्यार मोहब्बत तो हम भी करते हैं,
लेकिन अपने जिगरी यार से..!!!

कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी
एक मैं हूँ और एक दोस्ती तेरी !

दोस्ती में ना कोई वार ना कोई दिन होता है
ये तो एहसास है जिसमें बस यार होता है !

फर्क तो अपने अपने सोच का है,
वरना दोस्ती भी मोहब्बत से कम नहीं होती!

कितनी कमाल की होती है ना दोस्ती,
वजन होती है लेकिन बोझ नहीं होती!

मुसीबतें आयें या हंसी हो बीते सारे पल,
तू हमेशा मेरे दिल के करीब है, मेरा सच्चा यार।

जिंदगी के हर पल में तू है मेरे साथ,
तेरी दोस्ती का रंग, बना है मेरी खुशियों का चिराग।

सबके अपने उसूल होते हैं,
दोस्ती के लिए कांटे भी कुबूल होते हैं!

दोस्ती का फर्ज इस तरह निभाया जाए,
अगर रहीम रहे भूखा तो राम से भी न खाया जाए!

बेशक मुझे कुछ भी हो जाये
बस मेरे यार को खरोच भी न आये !

दोस्ती की मिसाल बनी है हमारी कहानी,
तेरे साथ बिताए हर लम्हा मेरे लिए खास है।

ये बात और है कोई भी दावा नही करते,
हम उनसे दोस्ती करते है दिखावा नहीं करते..!!!

हम वक़्त के साथ शौक,
बदलते हैं दोस्त नहीं।

अपनी जिंदगी का एक असूल है
दोस्त की खातिर तो जहर भी कबूल

अगर पैसा न हो तो जीने में क्या मजा,
साथ में अगर यार न हो तो पीने में क्या मजा!

बच्चे वसीयत पूछते हैं, रिश्ते हैशियत पूछते हैं,
वो दोस्त ही है जो मेरी खैरियत पूछते हैं!

हम वक्त गुजारने के लिए दोस्तों को नहीं रखते,
दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते हैं।

दोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता,
और ये सिखाने के लिए कोई स्कूल नहीं होता…!!!

जब दोस्ती होती है तो दोस्ती होती है,
और दोस्ती में कोई एहसान नहीं होता।

एक चाहत होती है दोस्तों के साथ जीने की जनाब,
वरना पता तो हमें भी है कि मरना अकेले ही है!

क्यों मुश्किलों को बांट लेते हैं दोस्त,
ना रिश्ता खून का ना रिवाज से बंधा,
फिर भी जिंदगी भर साथ निभाते हैं दोस्त!

“दोस्ती का ये सिलसिला रहे हमेशा बना,
तू मेरा सच्चा दोस्त, हमारी ये दोस्ती ना हो कभी फना।”

“ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे,
अपने अपने हिस्से की दोस्ती हम निभाएंगे!”

“अगर उसे कुछ कोई कहे दे तो मैं सह नहीं सकता,
एक दोस्त है मेरा जिसके बिना मैं रहे नहीं सकता!”

“तू मेरे साथ है जब सब हैं खामोश,
तू है तो बुराई मुझसे रहती है कोसों दूर।”

“दोस्ती बड़ी नहीं होती,
निभाने वाले बड़े होते हैं।”

“दोस्ती दिल में उतर जाए तो प्यार कहलाती है,
और दिमाग में उतर जाए तो और भी खूबसूरत हो जाती है!”

“गिले शिकवे सभी दिल से निकाले रखिए,
दोस्ती कीमती होती है संभाले रखिए..!!!”

“मेरी जिंदगी पतंग जैसी है,
और मेरे यार इसकी डोर है !”

“छोटी सी मुसीबतों में भी, तूने दिया मेरा साथ,
तेरे बिना ये दुनिया लगती है बिल्कुल सुनसान।”

“अच्छी किताबें और अच्छे लोग,
तुरंत समझ में नहीं आते,
उन्हें पढ़ना पड़ता है।”

“प्यार में अक्सर कम हो जाती है,
दोस्ती पर दोस्ती में प्यार कभी कम नहीं होता!”

“मेरे पास कमीनों की फ़ौज है,
तभी तो ज़िन्दगी में मौज है।”

“खूबियां मिलती हैं तो शादी होती है,
मगर कमियां मिलती हैं तो दोस्ती होती है!”

“सुप्रभात दोस्त, तेरी दोस्ती से सुबहें सुहानी लगती हैं,
तुझसे मिलकर हर दिन नयी शुरुआत सी लगती है।”

“खुश रहो, मुस्कुराओ और नई सुबह का स्वागत करो,
दोस्त, तेरी हर सुबह को ख़ुशियों से भर दो।”

“तेरे साथ बिताए हर पल की मीठी यादें हैं,
सुप्रभात दोस्त, आज की सुबह भी खास है।”

“सुबह की रौशनी में तेरा चेहरा और भी प्यारा लगता है,
दोस्त, सुप्रभात! तेरे साथ हर दिन खास बन जाता है।”

“तेरी ख़ामोशी भी समझ लेता हूँ,
यही तो है दोस्ती का असली मज़ा।”

“बनाए रखना दोस्ती का वादा,
हमेशा मुस्कान बनी रहे तेरा चेहरा।”

“वक्त खराब है तो क्या हुआ,
दोस्त तो साथ है मेरे।”

“तेरी याद ऐसी है मेरे दोस्त,
मैं भीड़ में भी अकेला महसूस करता हूँ..!!!”

“जिंदगी दोस्तों से नापी जाती है,
तरक्की दुश्मनों से।”

“अगर समझनी है दोस्ती, तो करके देखो
अगर देखनी है दोस्ती, तो निभाकर देखो !!”

“वो चाय ही क्या जिसमे उबाल ना हो और,
वो दोस्त ही क्या जिसमे बवाल ना हो।”

“बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती…!”

“दुश्मन से ऐसे कौन भला जीत पाएगा
जो दोस्ती के भेस में छुप कर दग़ा करे
रंग बदला यार ने वो प्यार की बातें गईं
वो मुलाक़ातें गईं वो चाँदनी रातें गईं!”

कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त !!
तूझे याद करने की खता हम बार बार न करते !!

अंदाज़ हमें भी आते हैं नजरअंदाज करने के दोस्त,
मगर तू भी तकलीफ से गुजरे हमें मंजूर नहीं..!!!

मुझे पढ़ने वाले कहीं मेरी राह ही ना चुन ले दोस्त,
आखिरी पन्ने पर लिख देना, हम इश्क हार गए थे..!!!

ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे कभी,
बनी रहे रिश्तों की ये प्यारी निशानी।

बचपन की यादों की तरह,
हमारी दोस्ती भी है बेहद मीठी।

बचपन की दोस्ती में छुपी हैं बेहतरीन यादें,
हर पल हँसी और खेल, वो प्यारी दिन-रातें।

बचपन की दोस्ती का वो बंधन अटूट था,
खेल-कूद और हँसी में बसा हर एक पल अनमोल था।

जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएँ मेरे दोस्त,
तेरी दोस्ती से ही जीवन है रंगीन और खूबसूरत।

जन्मदिन की खुशियों में, दोस्त, तू भी शामिल हो,
तेरी हंसी से ही तो जीवन में रंग भरते हैं।

तेरे जन्मदिन पर, दोस्त, एक वादा है मेरा,
तेरी खुशी की राह में, हमेशा रहूँगा तेरा सहारा।

तेरी दोस्ती है सबसे अनमोल,
दिल से करता हूं हमेशा तेरी सलामती की दुआ।

तेरी मेरी दोस्ती इतनी खास हो,
की दुनिया कहे काश ऐसा
दोस्त मेरे पास हो।

पी लेते हैं एक दूसरे की जूठी सिगरेट भी,
दोस्ती किसी मजहब की मोहताज नहीं होती।

सपनों की दुनिया में तेरे साथ की ख्वाहिश है,
गुड नाइट दोस्त, कल फिर से हंसने की आस है।

रात की चुप्प में तेरी दोस्ती की मिठास है,
गुड नाइट दोस्त, तेरा साथ हमेशा खास है।

दुश्मन बने दुनिया तो इतना याद रखना मेरे दोस्त,
तेरा यार जिंदा है तो तेरा हथियार जिंदा है।

हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है,
अब तो तेरा इश्क मेरी जान ले रहा है।

जो खुश नहीं है हमसे,
उन्हें दूर जाने का पूरा हक है..!!!

मेरे यार को दोस्ती का सलाम,
तू है मेरा सब कुछ, यही है बस मेरा विश्वास।

हम तो बस एक दूजे के लिए बने हैं,
दोस्ती की ये मिठास हमारे दिल में बसी है।

जी लो इन पलों को हंस के जनाब फिर,
लौट के दोस्ती के पुराने दिन नहीं आते।

वो जिंदगी को खूबसूरत बना जाते है,
जो दोस्त बाहर रहकर सालों बाद घर आते है..!!!

जब से मिला हूँ तुझसे, जीवन रंगीन हो गया,
तू है मेरा सच्चा दोस्त, दिल से ये कहूँ तुझसे।

दोस्ती एक नेक तोहफा है खुदा का,
सच्चे दोस्त किस्मत से मिलते हैं!

भूल शायद बहुत बड़ी कर ली,
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली।

ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह,
कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार होता!

किसी ने सच कहा है, दस बेगैरत दोस्तों से अच्छा,
एक समझदार दोस्त है जो तुम्हें बर्बाद नहीं होने देगा!

हमसे खुले आम दुश्मनी कर लेना,
लेकिन दिखावे की दोस्ती मत करना।

आधी रात को उठकर तेरा ख्याल आया दोस्त,
अभी तो आधी रात और कटनी है मुझे..!!!

ना किसी लड़की की चाहत ना ही पढ़ाई का जज़्बा था,
बस चार कमीने दोस्त थे और लास्ट बेंच पे कब्जा था!

किसी के आ रहे हैं पूरे नंबर तो कोई हो रहा है फेल,
मेरे यार ऐसे हैं जो बना देते हैं रेल!

दोस्ती में दोस्त
दोस्त का खुदा होता है,
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है..!!!

कभी-कभी शब्द नहीं होते तकलीफ बताने को,
बस दिल करता है दोस्त, तू समझ ले, संभाल ले, गले से लगा ले..!!!

तू परेशान मत हो दोस्त, मैं करता हूँ कुछ,
ऐसे दोस्त का जिंदगी में होना बहुत जरूरी है..!!!

पैसा जरूरतें पूरी कर सकता है,
पर एक दोस्त की कमी नहीं..!!!

फर्क सिर्फ सोचने का है दोस्त,
वरना दोस्ती भी मोहब्बत से कम नहीं होती..!!!

वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त,
मजा तो तब है जब वक्त बदल जाए पर यार ना बदले..!!!

तुम याद करोगे एक दिन, इस दोस्ती के ज़माने को,
हम चले जाएंगे एक दिन कभी ना वापस आने को..!!!

दावे दोस्ती के मुझे आते ही नहीं यारो,
एक जान है जब दिल चाहे मांग लेना..!!!

दोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता,
और ये सिखाने के लिए कोई स्कूल नहीं होता..!!!

लोग पूछते हैं इतने ग़म में भी खुश क्यों हो,
मैंने कहा दुनिया साथ दे ना दे, मेरा दोस्त तो साथ है..!!!

अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है,
जब तू कबूल है, तो तेरा सब कुछ कबूल है..!!!

गीले शिकवे सभी दिल से निकाले रखिए,
दोस्ती कीमती होती है, संभाले रखिए..!!!

इस शहर में हस्ती हमारी आम ना होगी,
मर जाएंगे यारी मगर बदनाम ना होगी…!!!

ये बात और है कोई भी दावा नहीं करते,
हम उनसे दोस्ती करते हैं, दिखावा नहीं करते..!!!

वो ज़िंदगी को खूबसूरत बना जाते हैं,
जो दोस्त बाहर रहकर सालों बाद घर आते हैं..!!!

नाम छोटा है मगर दिल बड़ा रखता हूँ,
पैसे से इतना अमीर नहीं,
मगर अपने यारों के ग़म खरीदने की औकात रखता हूँ..!!!

वो ऊपर बैठकर मेरी कहानी लिख रहा है ना,
उससे कहो बस खत्म कर दे अब..!!!

अंदाज हमें भी आते हैं नजरअंदाज करने के दोस्त,
मगर तू भी तकलीफ से गुजरे हमें मंजूर नहीं..!!!

ऐसा लगता है सिर्फ नाम के हैं,
ये इश्क मोहब्बत किस काम के हैं,
किसी दिलबर की जरूरत ही नहीं,
मेरे सब दोस्त मेरे काम के हैं..!!!

इस भाग दौड़ भरी जिंदगी ने में अलग कर दिया,
कभी एक ही थाली में खाना खाते थे हम दोनों दोस्त!

ये दोस्ती का बंधन भी कितना प्यारा होता है,
अगर मिल जाए तो बातें लंबी और बिछड़ जाए तो यादें लंबी!

बनाए रखना दोस्ती का वादा,
हमेशा मुस्कान बनी रहे तेरा चेहरा!

दोस्ती में दोस्त, दोस्त का खुदा होता है,
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है!

मैंने तो सिर्फ थोड़ा सा वक्त माँगा था,
पर उन्होंने ने तो पूरी जिंदगी ही दे दी!

दोस्तो दोस्ती की है तो दोस्ती को निभाना,
दोस्ती जिंदा रहती है जमाने में, यह जमाने को दिखाना!

दोस्त वो होते हैं जिनके साथ सारी दुनिया भुला दी जाती है,
आँखों में खुशियों की बरसात लाने वाले पल याद आते हैं!

ऐ दोस्त, अब क्या लिखू तेरी तारीफ में,
बड़ा खास है तू मेरी जिंदगी में!

दावे मुझे दोस्ती के नहीं आते यार,
एक जान है, जब दिल चाहे मांग लेना!

तेरी हंसी मेरी जिंदगी की रौशनी,
तू है मेरी दोस्ती की सबसे खास कहानी!

दुनिया में दोस्त बहुत मिलेंगे, दोस्ती उन सभी से कर लेना,
मगर दो पल तन्हा मिले तो याद हमें भी कर लेना!

दोस्त से ज्यादा ना कोई उलझता है,
ना दोस्त से ज्यादा कोई समझता है!

तेरी मेरी दोस्ती इतनी खास हो,
कि दुनिया कहे काश ऐसा दोस्त मेरे पास हो!

तू परेशान मत हो दोस्त, मैं करता हूँ कुछ,
ऐसे दोस्त का जिंदगी में होना बहुत जरूरी है!

तुझे अपनी कीमत का अंदाजा न होगा,
पर तुझे पाकर इस जहां में सबसे खुशनसीब हम होंगे!

चेहरे पर हंसी, दिल में प्यार,
तेरी दोस्ती बनी है हमारी जिंदगी का अहम भाग!

साथी बनकर चलते हैं हम,
हर मोड़ पर एक दूसरे को संभालते हैं,
खुशियों में बांटते हैं खुशियाँ, गमों में साथ निभाते हैं!

तेरी दोस्ती के लिए अपना दिल तोड़ सकता हूँ,
लेकिन अपने दिल के लिए तेरी दोस्ती नहीं तोड़ सकता!

दोस्ती का ये सिलसिला रहे हमेशा बना,
तू मेरा सच्चा दोस्त, हमारी ये दोस्ती ना हो कभी फना!

दम नहीं किसी में की मिटा सके हमारी दोस्ती को,
जंग तलवारों को लगता है जिगरी यार को नहीं!

बनी रहे रिश्तों की ये प्यारी निशानी!
क्या हुआ याद आती है आनी भी चाहिए,
तभी तो तुम्हें पता चलेगा यादों में तड़पना और मरना क्या होता है!

भाई मेरी हिम्मत है, मेरा वो सहारा है,
वो अपना मुझे मेरी जान से भी प्यारा है!

लोग पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो,
मैंने कहा दुनिया साथ दे या ना दे, मेरा दोस्त मेरे साथ है!

पैसा जरूरतें पूरी कर सकता है,
पर एक दोस्त की कमी नहीं!

कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी,
एक मैं हूँ और एक दोस्ती तेरी!

दोस्तो मुहब्बत का इजहार किसी से हम न करेंगे,
दूर रहूँ या पास रहूँ पर तेरे ही रहेंगे!

दोस्त वही है जो तकलीफों में भी हँसी बिखेरता है,
अपनी खुशियों से कहीं ज्यादा दोस्तों की खुशियों को महत्व देता है!

चेहरे पर मुस्कान हो, दिल में खुशियाँ भरी हों,
दोस्ती का यही असली रंग है, जब भी मिलों हमारी बातें याद करी हों!

चाहे जो भी हो, हम रहेंगे एक साथ,
ये दोस्ती हमारी कभी नहीं होगी फासला!

एक ताबीज़ हमारी गहरी दोस्ती को चाहिए,
जरा सी दिखी नहीं कि नजर लगने लगती है!

दिल से दिल मिला हम बने एक दूजे के लिए,
बिना कहे सब कुछ कहा हम बने सच्चे यारों के लिए!

मेरे रोने पर रोता है और मेरे हँसने पर हँसता है,
वो कोई और नहीं मेरा जिगरी दोस्त होता है!

मेरे दोस्त ने मुझे बचपन में खूब रुलाया,
पर जब मैं मुसीबत में था तो दोस्त ने ही हौसला बढ़ाया!

गुजरते दिनों की यही कहानी है,
शाम नई और यारी पुरानी है!

जब से तूने मेरी जिंदगी में रखा है कदम,
हर मुश्किल को हमने मिलकर झेला है!

हर तरफ़ ख़ामोशी होगी,
जब यारों की बदमाशी होगी!

दोस्ती की राहों में काँटे कम नहीं होते,
हम फिर भी चल पड़े क्योंकि डर कम नहीं होते!

कौन कहता है कि मुझ में कोई कमाल रखा है,
मुझे तो बस कुछ दोस्तों ने संभाल रखा है!

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में,
दगाबाज़ हो सावन तो क्या हम खुद ही बरस लेंगे!

एक झूठा दोस्त रखने से अच्छा है,
एक कुत्ता ही पाल लो वो वफादार होगा!

रंग लाए ये दोस्ती की राहों में,
हमेशा मिले खुशियाँ और मुसीबतों में!

दोस्ती की बुनाई ये खुशबू है दिल की,
सदा साथ रहो ये है हमारी दुआ दिल से!

जब दोस्त होता है साथ,
तो दुख का नहीं होता है एहसास!

जब सुकून नहीं मिलता इश्क की बस्ती में,
तब खो जाता हूँ यारों की मस्ती में!

तुम याद करोगे एक दिन, इस दोस्ती के ज़माने को,
हम चले जाएंगे एक दिन कभी ना वापस आने को!

दोस्ती की मिसाल बनी है हमारी कहानी,
तेरे साथ बिताए हर लम्हा है मेरे लिए ख़ास है!

मेरे दोस्तों की पहचान इतनी मुश्किल नहीं,
वो हँसना भूल जाते हैं मुझे उदास देखकर!

वक्त बदला, जग बदला, बदली सारी तस्वीरें,
मगर नहीं बदले दोस्त, वही पुरानी तकदीरें!

साथ हो हमेशा, राहों में चमकीली रौशनी हो,
दोस्ती बनी रहे ये पल, जीवन की सबसे प्यारी कहानी हो!

दोस्ती का रिश्ता है प्यार का इज़हार,
हमारी ये दोस्ती है सच्ची और प्यारी!

अच्छे दोस्त कभी मतलबी नहीं होते हैं,
मतलबी लोग कभी अच्छे दोस्त नहीं होते हैं!

बादशाह तो मैं कहीं का भी बन सकता हूँ,
पर तेरे दिल की नगरी में हुकूमत करने का मज़ा ही कुछ अलग है!

दोस्ती की वो बातें जो दिल को छू जाती हैं,
वो दोस्त जो रुला देते हैं पर हमें समझाते हैं!

प्यार मोहब्बत का जिससे एक अलग ही रिश्ता होता है,
वो दोस्त बस दोस्त नहीं होता एक फ़रिश्ता होता है!

एक ताबीज़ हमारी गहरी दोस्ती को चाहिए,
ज़रा सी दिखी नहीं कि नज़र लगने लगती है!

दावे दोस्ती के मुझे आते ही नहीं यारों,
एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना!

रात भर चलती रहे ये बातें मिलकर बिताए हमने रातें,
तू मेरे लिए ख़ास है इसे दिल से मानता हूँ मैं!

दोस्ती का हर लम्हा ऐसा होता है,
जो कभी तनहा नहीं रहने देता!

जीवन की हर मुश्किल को छूपा लेती है दोस्ती,
बिना बोले सब कुछ कह देती है एक दूसरे को पहचानती है दोस्ती!

जब से मिला हूँ तुझसे, जीवन रंगीन हो गया,
तू है मेरा सच्चा दोस्त, दिल से ये कहूँ तुझसे!

मेरे बुरे वक्त में मुझे छोड़ कर जाने लगे,
वो मतलबी दोस्त अपनी औकात दिखाने लगे!

मुसीबतें आएं या हंसी हो बीते सारे पल,
तू हमेशा मेरे दिल के करीब है मेरा सच्चा यार!

दोस्ती की राहों में खुशियाँ हो आपकी,
हर कदम पर मिले खुदा से दुआएं हो आपकी!

अच्छे दोस्त और अच्छे भाई,
किस्मत वालों को ही मिलते हैं!

लकीरें तो हमारी भी बहुत खास हैं,
तभी तो तुम जैसा दोस्त हमारे पास है!

दोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता,
और ये सिखाने के लिए कोई स्कूल नहीं होता!

जीवन के सफर में हर कदम पे तेरा साथ है,
तेरी दोस्ती ही मेरे जीने का मतलब है!

दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते दोस्तों,
एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना!

मुश्किलों में साथ है यारी, हर दर्द को करती है हल,
दोस्ती की मिठास में छुपा है जीवन का सबसे खास पल!

हम तो बस एक दूजे के लिए बने हैं,
दोस्ती की ये मिठास हमारे दिल में बसी है!

बच के रहना ऐसे लोगों से ऐ मेरे दोस्त,
जिनके दिल में भी एक दिमाग रहता है!

दोस्ती सिर्फ एक शब्द नहीं, एक आसमान होती है,
जो हमें जिंदगी के हर मौसम में साथ देती है!

मेरी वो हिम्मत है, मेरा वो सहारा है,
दोस्त मेरा मुझे मेरी जान से भी प्यारा है!

प्यार से बड़ा होता है दोस्ती का रिश्ता,
क्योंकि दोस्त कभी बेवफा नहीं होते!

जिंदगी के उदास लम्हों में,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं!

छोटी सी मुसीबत में भी तूने दिया मेरा साथ,
तेरे बिना ये दुनिया लगती है बिल्कुल सुनसान!

बेवजह है, तभी तो दोस्ती है,
अगर वजह होती तो व्यापार होता!

दिल से दिल मिलता है, दोस्ती का राज़ सिर्फ यही,
खुशियों का सफर है, मिलकर हम हर पल जीते हैं!

मुसीबतें आएं या हंसी हो बीते सारे पल,
तू हमेशा मेरे दिल के करीब है, मेरा सच्चा यार!

दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है मुझे,
जैसे-जैसे दोस्तों को आजमाता जा रहा हूँ!

सच्चा दोस्त साथ देता है तब,
जब अपना साया भी साथ छोड़ देता है!

संग रहता है जो हर पल, दूर एक क्षण को भी ना होता है,
वो यार सिर्फ दोस्त नहीं, बल्कि एक भाई होता है!

अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है,
जब तू कबूल है तो तेरा सब कुछ कबूल है!

जिंदगी के हर पल में तू है मेरे साथ,
तेरी दोस्ती का रंग बना है मेरी खुशियों का चिराग!

अपनी जिंदगी का एक असूल है,
दोस्त की खातिर तो जहर भी कबूल है!

चाहे जो भी हो, दुनिया दोस्ती रहे सदा बनी रहे,
एक-दूसरे के साथ हम सभी सपने सजा कर रखें!

दोस्ती का इजहार, खुशियों की बहार है,
सच्चे दोस्त हमेशा पास होते हैं, यार हैं!

जो दिल को अच्छा लगता है उसी को दोस्त कहता हूँ,
मुनाफ़िक बनकर रिश्तों की सियासत मैं नहीं करता!

दोस्ती का रिश्ता है प्यार का इज़हार,
हमारी ये दोस्ती है सच्ची और प्यारी!

दोस्त के जैसा प्यार ना हम किसी से कर सकते हैं,
ना कोई हमें कर सकता है!

मैंने वक्त से दोस्ती कर ली,
सुना है ये अच्छे-अच्छों को बदल देता है!

दोस्ती कीमती होती है, संभाले रखिए!

इस दोस्ती को सलाम मेरा,
दिल से है दुआ सलामत रहे रिश्ता हमारा!

अगर तू बेचे अपनी दोस्ती,
तो पहले खरीदार हम होंगे!

मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला,
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला!

दाग दुनिया ने दिए ज़ख्म ज़माने से मिले,
हमको तोहफे ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले!

दुनिया में जब कोई आपके साथ नहीं होता,
दोस्त तब भी आपके साथ खड़ा होता है!

मेरी चाहत नहीं कि बड़े-बड़े आदमी मेरे दोस्त बने,
मेरी कोशिश है कि मेरे सारे दोस्त बड़े-बड़े आदमी बने!

इस शहर में हस्ती हमारी आम ना होगी,
मर जाएंगे यारी मगर बदनाम ना होगी!

तेरे बिना ये जहाँ सूना,
तू मेरी जिंदगी तू ही है मेरा सच्चा दोस्त!

ऐसा नहीं कि शख्स अच्छा नहीं था वो,
जैसा मेरे ख्याल में था बस वैसा नहीं था वो!

ज़िंदगी में कुछ दोस्त खास बन गए,
मिले तो मुलाकात और बिछड़े तो याद बन गए!

दुआ है रब से वह शाम कभी ना आये,
जब दोस्त दूर मुझसे हो जाए!

खुद से दोस्ती कर लिया करो,
तुम कभी भी अकेले नहीं रहोगे!

ये बात और है कोई भी दावा नहीं करते,
हम उनसे दोस्ती करते हैं, दिखावा नहीं करते!

देखो तो हर एक रंग से मिलता है मेरा रंग,
सोचो तो हर एक बात है औरों से जुदा भी!

दोस्ती जब किसी से की जाए,
दुश्मनों की भी राय ली जाए!

तेरी हंसी मेरी जिंदगी की रोशनी,
तू है मेरी दोस्ती की सबसे खास कहानी!

रब से मैं एक ही फरियाद करता हूँ,
तेरी यारी को मैं दिल से याद करता हूँ!
बिना बात के ही समझ लेता है तू मेरी बातें,
ये दोस्ती है सच्ची, है अपनापन से भरी!

देखकर हमें सारी दुनिया हम पर जले,
हम दोनों दोस्त जब साथ मिलकर चले!

नफरतों की महफ़िल में ये मुमकिन नहीं,
दोस्त हो या दुश्मन जो ज़िक्र मेरा ना करे!

वो जिंदगी को खूबसूरत बना जाते हैं,
जो दोस्त बाहर रहकर सालों बाद घर आते हैं!

किसी भी झूठे दोस्त से कभी प्रेम मत करना,
और एक सच्चे दोस्त से कभी ग़म मत करना!

अपनी स्टाइल को देखकर सबकी जलती हैं,
क्योंकि इस शहर में सिर्फ तेरे भाई की चलती हैं!

नैनों की तो बात नैना जानें हैं,
पर मेरे दिल की बात साले दोस्त कैसे जान जाते हैं!

प्यार मोहब्बत तो हम भी करते हैं,
लेकिन अपने जिगरी यार से!

एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेगी ये जिंदगी,
बता मैं क्या करूं सारे ज़माने की मोहब्बत लेकर!

बहुत थे मेरे भी दोस्त इस दुनिया में,
फिर हुआ इश्क़ और मैं लावारिस हो गया!

रिश्ते हैसियत पूछते हैं, लोग पैसे देखते हैं,
वो दोस्त ही हैं जो मेरी तबियत पूछते हैं!

पास नहीं तो क्या हुआ,
मेरा दोस्त मेरे दिल के करीब है!

दोस्तों से कभी दूर मत जाना,
दोस्ती का रिश्ता उम्र भर निभाना!

आधी रात को उठकर तेरा ख़्याल आया दोस्त,
अभी तो आधी रात और कटनी है मुझे!

अगर पैसा न हो तो जीने में क्या मज़ा,
साथ में अगर यार ना हो तो पीने में क्या मज़ा!

जब सब तेरी मर्जी से होता है,
तो ऐ खुदा, ये बंदा गुनहगार कैसे हो गया!

सुना है सब कुछ मिल जाता है गूगल पर,
अगर वफ़ा मिले तो मुझे भी बताना!

“दो जिस्मों में थी एक ही जान,
आज तन अलग, दोस्ती दूर विरान।”

दोस्त के बगैर घर ही नहीं पूरी दुनिया ही सुनी लगती है।

“जिन से पहली मुलाकात अच्छी नहीं होती,
उनके साथ दोस्ती कमाल की होती है।”

दोस्तों से साथ कल की फ़िक्र नहीं होती।

दोस्त रिश्तेदार नहीं होते पर उन से बढ़ के जरूर होते हैं।

“मेरी दोस्ती प्यार का स्वरूप है,
जिसमें भावनाएं गहरी और पवित्र हैं।”

“दोस्ती के अलावा ज़िंदगी ने कुछ और सिखाया नहीं,
इसीलिए अपने आप से करता हूँ।”

“गुजरते दिनों की यही कहानी है,
शाम नयी, और यारी पुरानी है।”

“तेरी मेरी दोस्ती इतनी खास हो,
की दुनिया कहे काश ऐसा दोस्त मेरे पास हो।”

“हमारी दोस्ती एक प्यार भरा रिश्ता है,
जिसमें विश्वास और समर्पण है।”

“पल-पल में साथ निभाने की कसम थी,
क्या हुआ वो दोस्ती टूट गई अचानक।”

“तन्हाई में भीगते हैं मेरे आँसू,
जब याद आते हैं दोस्त के वो पल सुनहरे।”

“मायूस हूँ मैं हर पल यादों से,
मुश्किल है जीना अब बेदर्द संगठियों से।”

“दोस्ती बिना प्यार के अधूरी है,
और प्यार दोस्ती के बिना बेमानी है।”

“खामोशी दर्द से भरी है मेरे दिल की,
क्योंकि दोस्त का दर्द कभी नहीं मिटता।”

“दोस्त बस मेरे दोस्त नहीं,
दुनिया है मेरी।”

“जिन्दगी में बहुत दोस्त आएंगे और बहुत दोस्त चले भी जाएंगे,
लेकिन वह स्कूल वाले दोस्त हमेशा याद आएंगे।”

“हमें दोस्तों की सिर्फ दोस्ती नहीं,
उनकी दुश्मनी भी चाहिए।”

“दोस्ती से बड़ी कोई चाहत नहीं है,
दोस्ती से बड़ी कोई इबादत नहीं है,
जीवन में एक सच्चा दोस्त मिल जाए,
फिर हमें जिंदगी से कोई शिकायत नहीं है।”

“जिनकी ज़िंदगी में दोस्त नहीं है,
वो ज़िंदगी खाली नहीं खोखली है।”

“अगर तुम अपने दोस्त को भुला सकते हो,
तो दुनिया में कुछ भी कर सकते हो।”

“जब भी याद आती है वो मुस्कान,
मन टूटता है उस ख़ुशी की आन।”

“मेरी दोस्ती का रंग प्यार का रंग है,
दोनों को अलग नहीं किया जा सकता।”

“दोस्त इकलौता ऐसा रिश्ता होता है,
जिसे हम खुद चलाते हैं।”

“हैराँ मैं भी हूँ दोस्त यूँ बालों में गजरा देखकर,
ये फूल आख़िर कबसे फूलों को पहनने लग गया।”

“जब दोस्तों में मोहब्बत हो जाती है,
तो दोस्ती भी ख़त्म हो जाती है।”

“दोस्त बढ़ते हैं,
और दोस्ती घटती जाती है।”

“दुनिया में दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता है,
जिसे हम खुद चुनते हैं,
लेकिन दोस्त चुनने से पहले आँख खुली रखें और चुनने के बाद बंद।”

“लोग पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो,
मैंने कहा दुनिया साथ दे या ना दे मेरा दोस्त मेरे साथ है।”

“पहचान बनी रिश्ता तो टूटा,
दोस्ती का सफर अधूरा सा छूटा।”

“मैं सबसे पहले अपने आप का दोस्त हूँ,
फिर किसी और का।”

“प्यारी दोस्ती ही जीवन की असली खुशियां हैं,
जिनके बिना जीवन बेरंग है।”

“कोई आपकी ज़िंदगी बनाता है,
कोई आपकी ज़िंदगी बिगाड़ता है,
जो दोनों करता है वही बेस्ट फ्रेंड होता है।”

“प्यार से बंधी दोस्ती ही सबसे मजबूत होती है,
जो कभी टूटती नहीं,
सिर्फ और गहरी होती जाती है।”

“प्यार ही वह बंधन है जिससे हमारी दोस्ती बंधी है,
इसीलिए यह अटूट है।”

“अपनी ज़िन्दगी को अपना दोस्त बना लिया,
क्या कमाल का मैं ये फैसला लिया।”

“कम जरूर हैं मेरे दोस्त,
पर सबसे खास हैं मेरे दोस्त।”

“जुदाई की यादें मन पर भारी पड़ीं,
दोस्त के बिना अब सफर कठिन अधिक हो गया।”

“हमारी दोस्ती में प्यार की गहराई है,
इसलिए यह दुनिया की किसी शक्ति से नहीं टूटती।”

“कभी न बिछड़ेंगे ऐसा वादा किया था,
पर दोस्त बिछड़ गया,
सिर्फ यादें ही बचीं।”

“हर जगह तुम्हारी कमी महसूस होती है,
जब एक दोस्त मिला फिर सब कुछ गिरा धरती पर।”

“जीवन में आई हर मुसीबत को हम मिलकर झेलते हैं,
क्योंकि हमारी दोस्ती प्यार से भरी है।”

“प्यार और दोस्ती एक ही सिक्के के दो पहलू हैं,
एक दूसरे के बिना अधूरे हैं।”

“हर रास्ता संग तय करना था,
रिश्ता दोस्ती का अब टूटा पत्थर।”

“ये जो दोस्ती का रिश्ता होता है बहुत अजीब होता है,
पता नहीं क्यों वो घर वालों से भी ज्यादा करीब होता है।”

“हमारी वजह से हमारे दोस्त रोएं हैं,
फिर मैं अपने आप को कैसे छोड़ दूँ।”

“दोस्ती लफ्ज़ ही में दो है,
सिर्फ तेरी नहीं चलेगी दोस्त।”

“हम हर हदें पार कर सकते हैं,
पर दोस्ती की लकीरें नहीं।”

“दोस्त था मेरी किस्मत का हिस्सा,
फिर भी खो गया मुझसे किस्सा।”

“अगर उस दोस्त को मेरा साथ न पसंद आया तो क्या करूं,
मेरा दिल तो बस उसी के साथ जुड़ा था।”

“दोस्ती बड़ी नहीं होती,
निभाने वाले बड़े होते हैं।”

“हम वक़्त के साथ शौक,
बदलते हैं दोस्त नहीं।”

“मेरे पास कमीनो की फ़ौज है,
तभी तो ज़िन्दगी में मौज है।”

“ज़िंदगी में दोस्ती नहीं,
दोस्ती में ज़िंदगी होती है।”

“लोग प्यार में पागल हैं,
और हम दोस्ती में।”

“वक्त ख़राब है तो क्या हुआ,
एक वफादार दोस्त हजारों,
रिश्तेदारों से बेहतर है।”

“दोस्ती ज़िन्दगी का बोझ बाँट लेती है।”

“जिंदगी दोस्तों से नापी जाती है,
दोस्तों के दिल में और दुश्मनों की,
खोपड़ी में रहना आदत है मेरी।”

“दोस्ती सच्ची होनी चाहिए पक्की तो,
सड़क भी होती है।”

हाथों की लकीरें हमारी भी कुछ ख़ास हैं,
क्योंकि आप जैसा दोस्त हमारे पास है।

तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो ‘फ़राज़’
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला

इस से पहले कि बे-वफ़ा हो जाएँ
क्यूँ न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ

ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी
नासिर काज़मी

वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का
जो पिछली रात से याद आ रहा है

कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया
साहिर लुधियानवी

दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं
दोस्तों की मेहरबानी चाहिए
अब्दुल हमीद अदम

शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ
कीजे मुझे क़ुबूल मिरी हर कमी के साथ
वसीम बरेलवी

दोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत या रब
मेरा अपना ही भला हो मुझे मंज़ूर नहीं
हफ़ीज़ जालंधरी

मिरा ज़मीर बहुत है मुझे सज़ा के लिए
तू दोस्त है तो नसीहत न कर ख़ुदा के लिए
शाज़ तमकनत

आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं
जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं
जिगर मुरादाबादी

इसी शहर में कई साल से मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उन का कोई पता नहीं

दुश्मनों की जफ़ा का ख़ौफ़ नहीं
दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं
हफ़ीज़ बनारसी

ज़िद हर इक बात पर नहीं अच्छी
दोस्त की दोस्त मान लेते हैं
दाग़ देहलवी

ज़िंदगी के उदास लम्हों में
बेवफ़ा दोस्त याद आते हैं

ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है
हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो

इज़हार-ए-इश्क़ उस से न करना था ‘शेफ़्ता’
ये क्या किया कि दोस्त को दुश्मन बना दिया
मुस्तफ़ा ख़ाँ शेफ़्ता

हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया
हरी चंद अख़्तर

पुस्तक का विवरण / Book Details
Book Name दोस्ती शायरी ऑनलाइन पढ़े | Friendship Shayari PDF Download
CategoryBest Shayari PDF Books in Hindi
Language
Pages 48
Quality Good
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“जीवन वैसा ही बनता है जैसा हम इसे बनाते हैं, हमेशा ऐसा ही बनता था, और हमेशा बनता रहेगा।” ‐ ऐन मैरी रॉबर्टसन
“Life is what we make it, always has been, always will be.” ‐ Anna Mary Robertson

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