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Funny Shayari
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अकबर दबे नहीं किसी सुल्ताँ की फ़ौज से
लेकिन शहीद हो गए बीवी की नौज से
अकबर इलाहाबादीहम ऐसी कुल किताबें क़ाबिल-ए-ज़ब्ती समझते हैं
कि जिन को पढ़ के लड़के बाप को ख़ब्ती समझते हैं
अकबर इलाहाबादीलिपट भी जा न रुक ‘अकबर’ ग़ज़ब की ब्यूटी है
नहीं नहीं पे न जा ये हया की ड्यूटी है
अकबर इलाहाबादीहम क्या कहें अहबाब क्या कार-ए-नुमायाँ कर गए
बी-ए हुए नौकर हुए पेंशन मिली फिर मर गए
अकबर इलाहाबादीग़ज़ब है वो ज़िद्दी बड़े हो गए
मैं लेटा तो उठ के खड़े हो गए
अकबर इलाहाबादीहक़ीक़ी और मजाज़ी शायरी में फ़र्क़ ये पाया
कि वो जामे से बाहर है ये पाजामे से बाहर है
अकबर इलाहाबादीजो वक़्त-ए-ख़त्ना मैं चीख़ा तो नाई ने कहा हँस कर
मुसलमानी में ताक़त ख़ून ही बहने से आती है
अकबर इलाहाबादीइस क़दर था खटमलों का चारपाई में हुजूम
वस्ल का दिल से मिरे अरमान रुख़्सत हो गया
अकबर इलाहाबादीबताऊँ आप को मरने के बाद क्या होगा
पोलाओ खाएँगे अहबाब फ़ातिहा होगा
अकबर इलाहाबादीधमका के बोसे लूँगा रुख़-ए-रश्क-ए-माह का
चंदा वसूल होता है साहब दबाव से
अकबर इलाहाबादीकोट और पतलून जब पहना तो मिस्टर बन गया
जब कोई तक़रीर की जलसे में लीडर बन गया
अकबर इलाहाबादीमय भी होटल में पियो चंदा भी दो मस्जिद में
शैख़ भी ख़ुश रहें शैतान भी बे-ज़ार न हो
अकबर इलाहाबादीरक़ीबों ने रपट लिखवाई है जा जा के थाने में
कि ‘अकबर’ नाम लेता है ख़ुदा का इस ज़माने में
अकबर इलाहाबादीक़ौम के ग़म में डिनर खाते हैं हुक्काम के साथ
रंज लीडर को बहुत है मगर आराम के साथ
अकबर इलाहाबादीबर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था
हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा
शौक़ बहराइचीलीडरों की धूम है और फॉलोवर कोई नहीं
सब तो जेनरेल हैं यहाँ आख़िर सिपाही कौन है
अकबर इलाहाबादीजब ग़म हुआ चढ़ा लीं दो बोतलें इकट्ठी
मुल्ला की दौड़ मस्जिद ‘अकबर’ की दौड़ भट्टी
अकबर इलाहाबादीबाल अपने बढ़ाते हैं किस वास्ते दीवाने
क्या शहर-ए-मोहब्बत में हज्जाम नहीं होता
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानीशैख़ अपनी रग को क्या करें रेशे को क्या करें
मज़हब के झगड़े छोड़ें तो पेशे को क्या करें
अकबर इलाहाबादीबोसे अपने आरिज़-ए-गुलफ़ाम के
ला मुझे दे दे तिरे किस काम के
मुज़्तर ख़ैराबादीजब भी वालिद की जफ़ा याद आई
अपने दादा की ख़ता याद आई
मोहम्मद यूसुफ़ पापाआशिक़ी का हो बुरा उस ने बिगाड़े सारे काम
हम तो ए.बी में रहे अग़्यार बी.ए हो गए
अकबर इलाहाबादीहुए इस क़दर मोहज़्ज़ब कभी घर का मुँह न देखा
कटी उम्र होटलों में मरे अस्पताल जा कर
अकबर इलाहाबादीबोले कि तुझ को दीन की इस्लाह फ़र्ज़ है
मैं चल दिया ये कह के कि आदाब अर्ज़ है
अकबर इलाहाबादीमरऊब हो गए हैं विलायत से शैख़-जी
अब सिर्फ़ मनअ करते हैं देसी शराब को
अकबर इलाहाबादीइल्म में झींगुर से बढ़ कर कामराँ कोई नहीं
चाट जाता है किताबें इम्तिहाँ कोई नहीं
ज़रीफ़ लखनवीइन को क्या काम है मुरव्वत से अपनी रुख़ से ये मुँह न मोड़ेंगे
जान शायद फ़रिश्ते छोड़ भी दें डॉक्टर फ़ीस को न छोड़ेंगे
अकबर इलाहाबादीकॉलेज से आ रही है सदा पास पास की
ओहदों से आ रही है सदा दूर दूर की
अकबर इलाहाबादीअगर मज़हब ख़लल-अंदाज़ है मुल्की मक़ासिद में
तो शैख़ ओ बरहमन पिन्हाँ रहें दैर ओ मसाजिद में
अकबर इलाहाबादीबुत-कदे में शोर है ‘अकबर’ मुसलमाँ हो गया
बे-वफ़ाओं से कोई कह दे कि हाँ हाँ हो गया
अकबर इलाहाबादीएक काफ़िर पर तबीअत आ गई
पारसाई पर भी आफ़त आ गई
अकबर इलाहाबादीहक़ीक़त को छुपाया हम से क्या क्या उस के मेक-अप ने
जिसे लैला समझ बैठे थे वो लैला की माँ निकली
राग़िब मुरादाबादीबेगम भी हैं खड़ी हुई मैदान-ए-हश्र में
मुझ से मिरे गुनह का हिसाब ऐ ख़ुदा न माँग
हाशिम अज़ीमाबादीपब्लिक में ज़रा हाथ मिला लीजिए मुझ से
साहब मिरे ईमान की क़ीमत है तो ये है
अकबर इलाहाबादीख़िलाफ़-ए-शरअ कभी शैख़ थूकता भी नहीं
मगर अंधेरे उजाले में चूकता भी नहीं
अकबर इलाहाबादीबुतों के पहले बंदे थे मिसों के अब हुए ख़ादिम
हमें हर अहद में मुश्किल रहा है बा-ख़ुदा होना
अकबर इलाहाबादीहोंट की शीरीनियाँ कॉलेज में जब बटने लगीं
चार दिन के छोकरे करने लगे फ़रहादियाँ
हाशिम अज़ीमाबादीबेटे को चैक समझ लिया स्टेट-बैंक का
सम्धी तलाश करने लगे हाई रैंक का
मुस्तफ़ा अली बेगचीन ओ अरब हमारा हिन्दोस्ताँ हमारा
रहने को घर नहीं है सारा जहाँ हमारा
मजीद लाहौरीकहो तो क्यूँ है ये बनना-सँवरना
मिरी जाँ जान लोगे क्या किसी की
अज्ञातगुज़री सियाहकारी में या रब तमाम उम्र
आधी शबाब में कटी आधी ख़िज़ाब में
अज्ञातबूट डासन ने बनाया मैं ने इक मज़मूँ लिखा
मुल्क में मज़मूँ न फैला और जूता चल गया
अकबर इलाहाबादीगोग्गल लगा के आँख पर चलने लगे हसीन
वो लुत्फ़ अब कहाँ निगह-ए-नीम-बाज़ का
हाशिम अज़ीमाबादीशैख़ की दावत में मय का काम क्या
एहतियातन कुछ मँगा ली जाएगी
अकबर इलाहाबादीतअल्लुक़ आशिक़ ओ माशूक़ का तो लुत्फ़ रखता था
मज़े अब वो कहाँ बाक़ी रहे बीवी मियाँ हो कर
अकबर इलाहाबादीतुम्हारे वाज़ में तासीर तो है हज़रत-ए-वाइज़
असर लेकिन निगाह-ए-नाज़ का भी कम नहीं होता
अकबर इलाहाबादीउक़ूबत-हा-ए-फ़र्दा से डराता क्या है ऐ वाइज़
ये दुनिया रफ़्ता रफ़्ता ख़ुद जहन्नम होती जाती है
अज्ञातउस की बेटी ने उठा रक्खी है दुनिया सर पर
ख़ैरियत गुज़री कि अँगूर के बेटा न हुआ
आगाह देहलवीवाक़िफ़ नहीं कि पाँव में पड़ती हैं बेड़ियाँ
दूल्हे को ये ख़ुशी है कि मेरी बरात है
लाला माधव राम जौहरवस्ल हो या फ़िराक़ हो ‘अकबर’
जागना रात भर मुसीबत है
अकबर इलाहाबादीजब हम उनके घर गए…
कहने दिल से दिल लगा लो,
उनकी मां ने खोला दरवाजा,
हम घबरा कर बोले..
आंटी बच्चों को पोलियो ड्राप पिलवा लो.रात को चुकंदर खाए थे बेहिसाब,
सुबह उठे तो हो गया पेट खराब!लड़के का पेट और घर का गेट,
हमेशा बड़ा होना चाहिए!नहीं बनना चाहते अब्बू,
तो प्यार में बेकाबू होने से बचें!नशा है शराब का,
लेकिन कटेगा आपका,!आग से बनती है राख,
मेरे दोस्तों के पास नहीं है दिमाग!नहीं आता मुझ पर प्यार, अक्ल से पैदल हो क्या,
हर बात पर मुंह बनाती हो छोटी बच्ची हो क्या !मिल्क को कहते हैं दूध, कर्ड को कहते है दही,
मेरे सिवा तुम्हारे दिल में कोई और तो नहीं!लड़कियों से रखो दूरी,
नहीं तो बना देगी तुमको दिल-दिमाग का रोगी!इश्क में कह रही थी फन्नाह होने को,
मैंने भी कह दिया अपना गंदा मुंह लेकर दफा हो जाने को!नहीं हैं हम किसी के बेबी शोना,
हम तो हैं अपने मां बाप की बिगड़ी हुई संतान!खा रहा है बहुत भाव, तो लात मारकर दफा करो,
मोहब्बत का अंजाम है बहुत बुरा, नहीं आये यकीन तो सुन लो सौदा खरा खरा!लोग हंसते और रोते हैं,
लेकिन सुखी वहीं हैं जो दो पैग लगाकर सोते हैं!मैंने उसे कहा दिलरुबा,
उसने कहा पहले तू अपना बैंक बैलेंस बता!ना तलवार की धार से ना गोलियों की बौछार से,
लड़का डरता है बस बाप की मार से!तरस रहा हूं तेरी सूरत देखने के लिए,
नहीं करनी बात तो कम से कम मिसकॉल तो दे!एग्जाम से पहले खेल में लगाते हैं दिमाग,
पेपर लिखते वक्त स्टूडेंट्स का होता है बुरा हाल!लोगों के दोस्त होते हैं कमाल,
मेरे दोस्त तो हैं कंगाल!तेरे जाने के बाद से हो गई है बुरी हालत,
भूख भी नहीं लगती खाने के बाद!तूने ली अंगड़ाई निकली मेरी जान,
बता नहाने में तेरा क्यों निकलता है दम!खुशियों में खा लो मिठाई,
गम में चुपचाप ले लो दवाई!मेरे दोस्त हैं नले,
इनके हाथों में थमा दो मोमोज के ठेले!प्यार में टूटे हाथ पैर,
हॉस्पिटल में नर्स बोली बरसाओ फूल आया है किसी का महबूब!जानेमन तुम मुस्कुराती बहुत हो,
बुलाना चाहता हूं दावत पर,
लेकिन सुना है तुम खाती बहुत हो!गिले शिकवे दिल से ना लगा लेना,
कभी रुठ जाऊं तो मना लेना,
कभी मिलूं तो समोसा, पानीपुरी खिला देना!तेरी जिंदगी में कोई गम ना हो,
तेरी आंखे कभी नम ना हो,
दुआ है मेरी तुझे मिले ऐसी दुल्हान जो डेढ़ सौ किलो से कम ना हो!तुझे पाने के लिए कुछ भी कर सकता हूं,
फिर भी तू नहीं मिली तो, कोई गम नहीं किसी और पर ट्राई करुंगा!
अपनी स्माइल को कंट्रोल में रखा करो,
कहीं नादान से दिल मेरा शहीद ना हो जाए!मुस्कुराना तो हर लड़की की अदा है,
जो उसे मोहब्बत समझ ले वो सबसे बड़ा गधा है!जहां देखो इश्क के मरीज बैठे हैं,
लाखों मर गए हजारों तैयार बैठे हैं!छूट गए पीसने प्यार का इजहार करते हुए,
बाद में पता चला वो तो दोनों कानों से बहरा है!सज-धज कर घूम रही थी बहुत,
मैंने कहा ज्यादा बन मत क्या आज नहाकर आई है!बुला रही है मिलने बारिश में,
डर लग रहा है कहीं बुखार ना हो जाए!उसकी गली के चक्कर काटते हुए कुत्ते बन गए दोस्त,
वो तो मिली नहीं और हम बन गए उस गैंग के बॉस!मेरी बंदी को देख जलते हैं मेरे दोस्त,
कैसे बताऊं मार-मारकर उसके बाप ने चूस लिया मेरा खून!गंजे को कहते हैं टकला,
अपना तो क्या अपने बाप का भी लूंगा तुझसे बदला!स्मार्ट तो मैं हूं तेरी आंख में ही खोट है,
पान खाकर आई है जो लाल तेरे होंठ हैं!नफरत छोड़ करो मुझे प्यार,
नहीं तो हम ही करवा देंगे अच्छी जगह तुम्हारी शादी!इंतजार करने में जवानी के दिन खो गए,
उधर उनके हाथ पीले हो गए!आंसू आए तो पोंछ लेना,
हमसे मिले अच्छा दोस्त, तो लात मारकर भागा देना!हमारे अलावा किसी ओर के साथ हंसना मत,
वरना ना जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाएं!ताजमहल ना बना पाओ तो कोई नहीं,
मगर मुमताज हर जगह बनाते रहना!ये कहकर उसने तोड़ दिया मेरा दिल,
मूंगफली में दाना नहीं और हम तुम्हारे बाबू-शोना नहीं!मैंने तुझे समझा कमाल समझकर,
तेरे बाप ने पीट दिया पगली मुझे तबला समझकर!मेरी हंसी का हिसाब कौन करेगा,
रखना मेरे दोस्तों को सलामत प्रभु, वरना मेरी शादी में डांस कौन करेगा!जब ना हो शादी, यारों तब तक बनाते रहो नई बंदी!
इश्क करने के बाद भी वो खाए भाव,
तो उसे अपनी जिंदगी से निकालकर कह दो बाय-बाय!मोहब्बत के रास्ते में मिलेंगे गम,
सोच रहा हूं रास्ते में ही खोल दूं एक बोतल रम!मैंने तो लगाया था दिल,
उसने तो लगा ही दिया चुना!जिसका होता है मोबाइल उसका कोई नहीं होता,
जिसका होता है मोबाइल वो किसी का नहीं होता!ऐसे बस गई है तुम्हारी सूरत नजरों में,
जैसे भैंस गई हो दरवाजे में!इश्क के चर्चे बहुत सारे हैं,
प्यार करने से पहले सब जान लेना, इसमें खर्चे भी बहुत सारे हैं!ब्लॉक करने में वो मजा कहां,
जो मैसेज पढ़कर अनदेखा करने में है!भीड़ को कहते हैं रश,
आ जाए पसंद तो उसे कहते हैं क्रश!पढ़ाई छोड़ बच्चे खेल रहे हैं पब्जी,
नहीं मिली नौकरी तो बेचेंगे सब्जी!जिंदगी में भर-भर कर मिले गम,
जितनी लड़कियों ने भी दिया नंबर सबके-सबके निकले बंद!धोखा मिला प्यार में, सोचा दुनिया में आग लगा दें,
वैसे ही कॉलोनी में दूसरी आ गई!नहीं तोड़ सकता चांद-तारे,
लेकिन धो सकता हूं बर्तन सारे!हम पूछते हैं आसमान में तारे कितने हैं,
लेकिन देखिए धरती पर कुंवारे कितने हैं!लोग तो कहते ही रहेंगे,
वरना वो जिंदा कैसे रहेंगे!तिरछी नजर से उसने हमें देखा, हम तो मदहोश हो गए,
उसकी आंखों में है कमी ये सुनकर हम बेहोश हो गए!काम करो ऐसे जो टीवी पर आओ,
ना कि सीसीटीवी पर आओ!दूध मांगोगे तो देंगे खीर,
फट गया दूध तो देंगे पनीर!तेरे बिन दुनिया में है सन्नाटा,
तू मेरी चाय और तू ही मेरा परांठा!लाइफ में मिले हैं बहुत सारे धोखे,
लेकिन कोई बात नहीं इट्स ओके!अच्छा लाइफ पार्टनर और जनरल डिब्बे की सीटें,
सिर्फ किस्मत वालों को ही मिलते हैं!मेरी किस्मत मेरी तकदीर बन गई,
उनकी यादों में लिखें खत, वही रद्दी बेचकर वो करोड़पति बन गई!उसको आना होगा तो खुद ही चली आएगी,
यूं बैठकर शौचालय में जोर लगाने से क्या फायदा!गुलाबी होंठ बाल बिखरे,
इन्हीं लड़कियों की वजह से हम खा रहे हैं दर बदर की ठोकरें!दोस्तों को याद ना करने की बुरी सजा देते हैं,
जूतों से मारना छोड़ दिया है बस मोजे सुंघा देते हैं!बहस करने से टूट जाते हैं रिश्ते,
इसलिए सीधा मुंह पर थप्पड़ मार देना चाहिए!भगवान थोड़ी महिमा दिखा दो,
जो ना करें रिप्लाई उसकी डिसप्ले उड़ा दो!दिमाग-दिल एक ही जिद पर अड़े हैं,
सबकुछ छोड़कर दोनों एक ही लड़की के पीछे पड़े हैं!गलत नजर से देखोगे तो खराबी नजर आएगी,
सही नजर से देखो हर तरफ तुम्हारी भाभी नजर आएगी!हर मुश्किल वक्त में मुस्कुराना,
सांतवे दिन भी ना जाए खुजली, तो प्लीज नहा लेना!बेहद कमजोर हुए तेरी जुदाई में,
चींटी भी खींच ले जाती है चारपाई से!फूल है गुलाब का नशा है शराब का,
हमारा तो कट गया अब कटेगा आपका!उस बेवफा की याद में जाम हाथ में उठा लिया,
फिर उसकी याद में ब्रेड पर लगाकर खा लिया!कतरा-कतरा गुलाब होता है,
अपने हाथों से पीला दे शराब तो वो भी मिनरल वॉटर होता है!दिल का दर्द बयां करते नहीं,
आंखों से आंसू बहाते नहीं, चोट पर हम डिटॉल के अलावा कुछ लगाते नहीं!उस बेवफा को मत कहो बुरा,
मुझसे सेट हो जाओ उसे करो दफा!मुस्कुराते रहो जिंदगी में,
जो दर्द मिले उस पर बाम लगाते रहो!परदेशी से मत करो प्यार रोते-रोते थक जाओगे,
करो पड़ोसी से प्यार, खिड़की से भी दर्शन हो जाएंगे!चलते-चलते अपने आप रास्ते बदल जाते हैं,
जब रास्ते में कुत्ते-बिल्ली मिल जाते हैं!चम-चम करती चांदनी, टिम-टिम करते तारे,
आजकल कोई मैसेज नहीं करता अनपढ़ हो गए सारे!इश्क करो ना झूठा ना फर्जी,
आगे नहीं बताऊंगा मेरी शायरी मेरी मर्जी!हम अपनी मम्मी को पसंद आए नहीं,
उसकी मम्मी का क्या खाक पसंद आएंगे!मुझे शादी से डर नहीं लगता,
बस अपनी जैसी होने वाली औलाद से लगता है!ये भी क्या जिंदगी है?
वो मेरे ससुराल में जलील हो रहा है और मैं उसके!ये जो हर बात पर कहते हैं और सुनाओ,
अभी सुना दिया तो मुंह बन जाएगा!शक्ल इतनी मासूम बनाकर घूमो कि,
चार लोग आपके कमीनेपन का अंदाजा ही नहीं लगा सके!काश मोबाइल में होता ऑनलाइन थप्पड़ मारने का फिचर,
अब तक सबका मुंह लाल हो चुका होता!इस दुनिया में अच्छे लोग बहुत कम हैं,
मैं तो हैरान हूं कि तुम लोगों ने मुझे कैसे ढूंढ लिया!काश हमारा घर तुम्हारे घर के सामने होता,
कभी हम मुंह उठाकर चले आते कभी तुम!कुछ लोगों को देखकर गालियां खुद पूछती हैं,
मालिक मैं बाहर आऊं?दुख, दर्द, धोखा सब मिल चुका है जिंदगी में,
बस अब सिर्फ शोहरत की कमी है!अभी जिंदा हूं बात कर लिया करो,
अगर मरने के बाद मैंने बात करनी शुरू की तो ताबीज बनवाते फिरोगे!जब होगी मेरी दोस्त शादी की,
लोग देखने आएंगे की आखिर किसकी होने जा रही है बर्बादी!बर्बाद होने के हैं बहुत सारे रास्ते
और मैं सब पर चल आई हूं!सब मर्द एक जैसे नहीं होते हैं,
कुछ औरतों जैसे भी होते हैं!समझ नहीं आता क्या छोटी बच्ची हो,
करवा लिए गोल्डन बाल, देसी मुर्गी हो!एक मतलबी डे भी होना चाहिए,
मेरे पास विश करने के लिए बहुत से लोग हैं!ना शर्म आ रही है ना मोटिवेशन आ रही है,
बस गलत टाइम पर हंसी और रोना आ रही है!लोग कहते हैं कि जोड़ियां आसमान में बनती हैं,
लगता है मेरी सहेली वाला आसमान से नीचे गिरकर मार गया है!अगर उसका गुस्सा आग जैसा है,
तो मेरी जुबान पेट्रोल जैसी है!कुत्ता-बिल्ली पाल लो,
लेकिन वो सिर्फ तुमसे बात करता है ये वहम मत पालो!जिनको हम चुनते हैं, वो ही हमें धुनते हैं,
चाहे बीवी हो या नेता, दोनों कहाँ सुनते हैं!प्यार मोहब्बत तो सब धोखा है,
पढ़ाई कर लो बेटा अभी मौका है!मेरा दोस्त मुझसे यह कह कर दूर चला गया फ़राज़,
कि दोस्ती दूर की अच्छी, रोटी तंदूर की अच्छी!मुझसे वो कहती है कि तुम्हारी जिन्दगी को जन्नत बना दूंगी,
जब की बनाना उसे दाल-चावल भी नहीं आती थी!हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी, कि हर ख्वाहिश पे Rum निकले,
जी भर के कभी ना पी पाया, क्योंकि जेब में पैसे कम निकले!जरा सी देर के लिए चारपाई पे लेटे थे फ़राज़,
मगर किसी उल्लू के पट्ठे ने जनाजा पढ़ दिया!तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को,
ना कोई काम करता है, ना कोई बात सुनता है!हम ने तुम्हारी याद में रो-रो के टब भर दिए,
तुम इतने बेवफा निकले कि नहाकर चल दिए!कौन करेगा मुझसे शादी,
मुझे तो सिर्फ मैग्गी बनाना ही आता है!चुड़ैलों को तो हमने यूँही बदनाम कर रखा है,
वरना रातों की नींद तो पापा की परियॉ उड़ा रखी हैं!मोहब्बत न सही मुकदमा ही कर दे,
तारीख-दर-तारीख मुलाकात तो होगी!काश तुझे लग जाये मोहब्बत की ठंड,
और तू माँगे मुझे कम्बल की तरह!मय्यत पे मेरी आए हैं कुछ इस अदा से वो,
सब उन पे मर मिटे हैं मुझे तन्हा छोड़ के!रोया है फ़ुर्सत से कोई सारी रात यकीनन,
वर्ना रुख़सत-ए-मार्च में यहाँ बरसात नहीं होती!हम पूछते हैं कि आसमान में तारे कितने हैं,
मगर ये नहीं पूछते कि धरती में कुँवारे कितने हैं!इस सर्दी की ठंडक मेरे दिल में उतर गई है,
इसी वजह से मेरी शायरी जम सी गयी है!मैं तेरे लिए चाँद तारे तो नहीं तोड़ सकता,
मगर रात के बर्तन जरूर धो सकता हूँ!मित्र हमेशा काले रखों,
क्योंकि काले लोग रंग नहीं बदलते!आपकी सूरत कुछ इस तरह बस गई हैं,
जैसे घर के दरवाजे में भैस फस गई हैं!हाय उसकी ये होठों की लाली,
पर बाद में चला गुटखा खाती थी साली!बियर और पेट्रोल में काटे की टक्कर हैं,
हमें समझ में नहीं आ रहा झूमें या घूमें!आऊंगा तेरी गली गधे को लेकर,
अब तेरे नखरों का बोझ मुझसे उठाया नहीं जाता!लोग तो कहते ही रहेंगे,
वरना हम ज़िंदा कैसे रहेंगे!वो ज़हर देकर मारते तो दुनिया की नज़र में आ जाते,
अंदाजे कत्ल तो देखो मोहब्बत करके हमसे शादी ही कर ली!ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डाला होता,
अब कैसे पता करूँ कि कौनसी वाली याद कर रही है!ये कह कर उन्होंने हमसे रिस्ता तोड़ दिया फ़राज़,
के मूंगफली में दाना नहीं और हम तुम्हारे नाना नहीं!ख़त लिखता हूँ खून से स्याही ना समझना,
किसी मरीज़ का सैंपल आया था मेरा न समझना!खुद की गलतियों पर हँसना सही हो सकता हैं,
पर बीवी की गलतियों पर हँसना बुरा हो सकता हैं!यारो मेरे मरने के बाद आँसू मत बहाना,
ज़्यादा याद आए तो सीधे उपर ही चले आना!किसी का झूठा खाने से मोहब्बत बढ़ती है फ़राज़,
ये कह कर वो मेरा सारा हलवा खा गया!न तू छत पे आती न मैं दीवाना होता,
न तू पत्थर मारती न मैं काना होता!लैला की शादी में एक लफड़ा हो गया,
मजनू इतना नाचा कि लँगड़ा हो गया!कैसे मुमकिन था किसी दवा से इलाज़ ग़ालिब,
इश्क का रोग था माँ की चप्पल से ही आराम आया!तुझसे कैसे नजर मिलाएं दिलबर जानी,
तेरी दाई आँख कानी मेरी बाईं आँख कानी!किस किस का नाम लें अपनी बरबादी में,
बहुत लोग आये थे दुआएं देने शादी में!उनकी मुस्कान तो एक अदा है,
जो उसे प्यार समझे वो सबसे बड़ा गधा है!मत ढूँढ़ो मुझे दुनिया की तन्हाई में,
ठंड बहुत है मैं यही हूँ अपनी रज़ाई में!जब होता है तुम्हारा दीदार, दिल धड़कता है बार-बार,
आदत से मजबूर हो तुम, न जाने कब मांग लो उधार!समुन्दर से कह दो अपनी लहरों को समेट के रखे,
ज़िन्दगी में तूफान लाने के लिए घरवाली ही काफी है!दिल और दिमाग एक ही जिद पर अड़े हैं,
सबकुछ छोड़कर दोनों लड़की के पीछे पड़े हैं!लड़कियों ने जिंदगी भर हमे गम ही दिए,
जितने चाहे नंबर दिए वो सारे के सारे बंद दिए हैं!हैं भगवान थोड़ी महिमा तो दिखा दे,
जो रिप्लाई न करें उसके मोबाइल का डिस्प्ले उड़ा दे!उसने कहा कि मुझे मोहब्बत की सजा दो,
मैंने जाके सब कुछ उसकी मम्मी को बता दिया!मोहब्बत हो गई है डाकू सुल्ताना के बेटी से,
न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये!दो बातें हमेशा याद रखना,
मुश्किल से घबराना नहीं, सर्दियों में नहाना नहीं!आपकी स्माइल ने सारा सिस्टम हिला दिया,
कोमा से जागे मरीज को परमानेंट सुला दिया!जिस तरह से पेड़ काटे जा रहे हैं वो दिन ज्यादा दूर नही,
जब हरियाली के नाम पर सिर्फ लड़कियां रह जायेगीं!वह बेवफा है तो क्या हुआ मत बुरा कहो उसको,
तुम मुझसे सेट हो जाओ दफा करो उसको!जिनके घर शीशे के होते हैं,
वो तो कहीं पर भी बैठ कर दाढ़ी बना लेते हैं!पलट दूँगा सारी दुनिया मैं ऐ खुदा,
बस रजाई से निकलने की ताकत दे दे!माना जल्दबाजी में शादी करके जीवन बिगाड़ लोगे,
सोच समझ कर करोगे तो कौन सा तीर मार लोगे!हमारी किस्मत ही कुछ ऐसी निकली ग़ालिब,
ज़मीन मिली तो बंजर और एडमिन मिला तो कंजर!न छेड़ा करो बात-बात पे एडमिन को यारो,
पूरे ग्रुप में उसकी बेइज्जती खराब होती है!अर्ज किया है, वो तुम्हें Dp दिखाकर गुमराह करेगी,
मगर तुम आधार कार्ड पर अड़े रहना!मैंने पूछा उनसे, भुला दिया मुझको कैसे,
चुटकियाँ बजा के वो बोली, ऐसे, ऐसे, ऐसे!तेरे बिन मेरी ज़िंदगी पूरी तरह सन्नाटा,
तू मेरी चाय और तू ही मेरी पराठा!ब्लॉक करने से वो मजा कहा,
जो मैसेज देख अनदेखा करने में मिलती हैं!मैंने तो दिल लगाया था,
उसने तो चुना ही लगा दिया!जिस किसी का भी शुगर है,
कृपया वो सब्र न करें,
क्योंकि सब्र का फल मीठा होता है!अगर आपकी इच्छा है,
सब आपको अच्छा कहे,
तो अपना नाम ही अच्छा रख ले!ये कैसा अफवाह है भाई,
बीएफ मतलब बारवी फैल,
और जीएफ मतलब ग्यारविह फैल!पढ़ाई को छोड़ छाडकर,
आजकल के बच्चे खेल रहे हैं पब्जी,
नौकरी नहीं मिलेगी तो बेचेंगे भज्जी!आजकल 40-50 की लड़कियां भी,
अपने आपको डॉल समझती हैं,
बहन तुम डॉल नहीं ढोल बन गए हो!मैंने कहा दिलरुबा उसने कहा पैसे दिखा,
मैं बोला पैसा नहीं है उसने कहा कैसे नहीं है,
में कहा बहुत महंगाई है उसने कहा जा फिर तू मेरा भाई है!मेरा दिल भी ले गयी मेरा चैन भी ले गयी,
हद हो गयी तब जब मैंने देखा,
वो मेरा पाँच रूपये का पेन भी ले गयी!अगर कोई लड़की आपको घास नहीं डालती तो निराश न हों,
आप इंसान हैं गधे नहीं!काम ऐसा करो कि,
टीवी पर आओ,
न कि सीसीटीवी पर!जब घी सीधी उंगली से न निकले,
तो घी का डिब्बा गरम करलें,
हर चीज़ में ऊँगली डालना ज़रूरी नहीं होता!कैसे मुमकिन था किसी डॉक्टर से इलाज करना,
अरे दोस्त इश्क का रोग था,
मम्मी के चप्पल से ही आराम आया!मेरी किस्मत भी कुछ ऐसी है साहब,
जमीन हाथ आया तो बंजर,
और एडमिन हाथ आया तो कंजर!एक पत्नी के सुविचार,
काश तुम अदरक होते,
कसम से, जी भर के कूटती!दिल की तमन्ना है कि तुझे पलकों पे बिठाऊँ,
पर तु 72 किलो की है,
दिल को कैसे समझाऊं!सुबह सुबह घरवाले ऐसे उठाते हैं,
जैसे कि तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो गया है,
और मैं आखरी सैनिक बचा हुआ हूँ!वक़्त के साथ सब बदल जाता है,
किसी जमाने में जिसे ठेंगा कहते थे,
आज उसे लाइक कहते हैं!हमारी किस्मत भी कुछ ऐसी है,
ज़मीन मिलती है बंजर और,
एडमिन मिलती है खंजर!जिसका कोई नहीं होता,
उसका मोबाइल होता है,
और जिसका मोबाइल होता,
वो किसी इंसान का नहीं होता!ऐसा कुछ था उसके होठों पर,
इसलिए तो शर्माती थी,
हँसने के बाद पता चला,
कमबख्त तम्बाकू खाती थी!ट्विंकल ट्विंकल मेरे यार,
तेरी गर्लफ्रैंड गई है बाज़ार,
उसको मिल गया दूसरा यार,
और तू हो गया फालतू यार!क्रश हो या ब्रश,
वक़्त रहते बदल लेना चाहिए,
क्योंकि दिल हो या दांत,
समय आने पर टूट ही जाते हैं!हम उसके इश्क में इस कदर चोट खाए हुए हैं,
कल उसके बाप ने मारा था, आज भाई आये हुए हैं!बहुत खूबसूरत हो तुम फूल की तरह,
खुद को दुनिया की नजर से बचाया करो,
सिर्फ आँखों में काजल ही काफी नहीं,
गले में नीम्बू-मिर्ची भी लटकाया करो!हवा का झोंका आया,
तेरी खुशबू साथ लाया,
मैं समझ गया कि तू,
आज फिर नहीं नहाया!जब तू होती थी मेरी ज़िन्दगी में,
तो तेरे मेरे इश्क के चर्चे बहुत थे,
ये भी अच्छा हुआ कि तू चली गयी,
क्योंकि तेरे खर्चे ही बहुत थे!ये आज का दौर है मेरे दोस्त,
यहाँ भीड़ को रश कहा जाता है,
और जो इस भीड़ में पसंद आता है,
उस पसंद को क्रश कहते हैं!हमारे तो सपनों ने मुझें लूटा,
अपनों में ये दम कहा था,
हमारी तो कश्ती भी वहाँ डूबी,
जहाँ मेरा मोटिवेशन कम था!माफ करो मेरे ईश्वर,
ये गलती हमारी है,
हमने शादी किया जिससे,
वो एक निर्धन नारी है!न प्यार कर झूठा,
न इश्क़ कर फर्जी,
मैं नहीं बताऊंगा,
मेरी शेर मेरी मर्जी!तेरे एक प्यार पाने के लिए,
जाने कितना इंतज़ार किया,
और इस इंतज़ार में न जाने,
कितनों से प्यार किया!मर्दों की ज़िंदगी बेकार है,
टीचर्स हर टाइम मुर्गा बनाती हैं,
बीवी हर समय गधा बनाती है,
और गर्लफ्रैंड हर समय उल्लू बनाती है!इश्क करते हैं लोग बड़े शोर के साथ,
हमने भी किया था बड़े जोर के साथ,
मगर अब करेंगे जरा गौर के साथ,
क्यूँकि कल देखा था उसे किसी और के साथ!अजब सी हालत है तेरे जाने के बाद,
मुझे भूख लगती नहीं खाना खाने के बाद,
मेरे पास दो ही समोसे थे जो मैंने खा लिए,
एक तेरे आने से पहले, एक तेरे जाने के बाद!अगर हसीन तुम हो तो बुरे हम भी नहीं,
महलों की तुम हो तो सड़कों पर हम भी नहीं,
प्यार करके कहते हो कि शादी-शुदा हैं हम,
तो कान खोल के सुन लो कुआँरे हम भी नहीं!अपनी राह खुद चुनो दिल जो कहे वही करो,
अपने पीछे वालों को आगे मत जाने दो,
और जो आगे हैं उनसे भी आगे निकलो,
तभी एक अच्छे रिक्शा वाले बन पाओगे!
कोई तोह बेवफाओं पे भी tax लगा दो यारों,
हम आशिको का भी थोड़ा मुनाफा बढा दो यारों,
किसी की तो चार चार हैं और किसी की एक भी नहीं,
इश्क को भी अब आधार कार्ड से लिंक करा दो य़ारो!हमने तो चारो तरफ पढ़ाई का माहौल बनाया है,
लेकिन फिर भी एग्जाम में अंडा ही आया है,
हम तो यूँ ही चल देते हैं बिना मुंह धोये ही एग्जाम में,
साले दोस्त कहते हैं ये तो बहुत पढ़के आया है!ए गुलाब अपनी खुशबू को,
मेरे दोस्तों पर न्योछावर कर दे,
यह सर्दी के मौसम में, अक्सर नहाया नहीं करते!आज कुछ शर्माए से लगते हो,
सर्दी के कारण कपकपए से लगते हो,
चेहरा आपका खिलखिलाये सा लगता है,
हफ्ते के बाद नहाए से लगते हो!कुछ बोलूं तो इतराते बहुत हो,
जानेमन तुम मुस्कुराते बहुत हो,
मन करता है तुम्हे दावत पर बुलाऊँ,
लेकिन जानेमन तुम खाते बहुत हो!क्या मस्त मौसम आया है,
हर तरफ पानी ही पानी लाया है,
तुम घर से बाहर मत निकलना,
वर्ना लोग कहेंगे बरसात हुई नहीं,
और मेंढक निकल आया है!दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो,
अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो,
और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो,
उसे चैन की नींद सोने मत दो!प्यार-मोहब्बत की भी अजीब सी कहानी है,
इक टूटी हुई कश्ती, ठहरा हुआ पानी है,
इक फूल जो किताबों में दम तोड़ चुका है,
साला याद नहीं आता किसकी निशानी है!फिजा में महकती शाम हो तुम,
प्यार का पहला जाम हो तुम,
और क्या कहें सनम तेरे बारे में,
खर्चे का दूसरा नाम हो तुम!काला न कहो मेरे महबूब को,
काला न कहो मेरे महबूब को,
खुदा तो तिल ही बना रहा था,
स्याही का प्याला लुढ़क गया!शादी करनी थी पर किस्मत खुलती नहीं,
ताज बनाना था पर मुमताज मिलती नहीं,
एक दिन किस्मत खुली और शादी हो गई,
अब ताज बनाना है पर मुमताज मरती नहीं!पहली नजर में लगा वो मेरी है,
आँखें उसकी झील सी गहरी हैं,
प्रोपोज़ कर कर के थक गए हम,
अब पता चला वो तो बहरी है!शाम होते ही मेरा दिल उदास होता है,
टूटे ख्वाबों के सिवा कुछ न पास होता है,
तुम्हरी याद ऐसे वक़्त बहुत आती है,
जब कोई बन्दर आस-पास होता है!
जब सफेद साड़ी पे लाल बिंदी लगाती हो,
कसम से एम्बुलेंस नजर आती हो,
वो तो घायलों को लेकर जाती है,
और तुम घायल कर के जाती हो!मत कर मेरे दोस्त हसीनों से मोहब्बत,
वो तो आँखों से वार करती हैं,
मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है,
वो तो मुझसे भी प्यार करती है!पी लेंगे तुम्हारा हर एक आंसू,
कभी अपनी महफ़िल में बैठाकर तो देखो,
भाभी कहोगे तुम अपनी गर्लफ्रेंड को,
कभी हमसे मिलाकर तो देखो!इश्क को सर का दर्द कहने वाले सुन,
हमने तो ये दर्द अपने सर ले लिया,
हमारी निगाहों से बचकर वो कहाँ जायेंगे,
हमने उनके मोहल्ले में ही घर ले लिया!फिजाओं के बदलने का इंतज़ार मत कर,
आँधियों के रुकने का इंतज़ार मत कर,
पकड़ किसी को और फरार हो जा,
पापा की पसंद का इंतज़ार मत कर!
और भी चीजें बहुत सी लुट चुकी है दिल के साथ,
ये बताया दोस्तों ने इश्क फरमाने के बाद,
इसलिए कमरे की एक एक चीज़ चेक करता हूँ,
एक तेरे आने से पहले एक तेरे जाने के बाद!चूहे को लगी बिल्ली गोरी गोरी,
दोनों मिलने लगे चोरी चोरी,
चूहा बुलाया आओ खेलें आँख मिचोली,
बिल्ली चूहे को खा कर बोली, sorry!मेरी ख़ुशी के लम्हे इस कदर,
मुख़्तसर हैं फ़राज़,
अभी मुजरा शुरू ही हुआ था, के छापा पड़ गया!इस दुनिया में लाखों लोग रहते हैं,
कोई हँसता है तो कोई रोता है,
पर सबसे सुखी वही होता है,
जो शाम को दो पैग मार के सोता है!कदम -कदम पर हवा की आहट का ध्यान रखना,
मुश्किल समय में भी इस दोस्त को याद रखना,
हमारी यादों की खुशबू जरूर आएगी,
तुम बस अपनी नाक साफ़ रखना!तारीफ के काबिल हम कहाँ,
चर्चा तो आपकी चलती है,
सब कुछ तो है आपके पास,
बस सींग और पूंछ की कमी खलती है!मैं और मेरी तन्हाई,
अक्सर ये बातें करते हैं,
तुम होती तो ऐसा होता,
तुम होती तो वैसा होता,
और अगर तुम न होती तो,
अपने पास भी पैसा होता!दोस्त रूठे तो रब रूठे,
फिर रूठे तो जग छूटे,
अगर फिर रूठे तो दिल टूटे,
और अगर फिर रूठे,
तो निकाल डंडा मार साले को,
जब तक डंडा न टूटे!रंग और नूर से भरी शाम हो आपकी,
चाँद सितारों से ज्यादा शान हो आपकी,
इस ज़िन्दगी में बस एक ही आरजू है हमारी,
कि बंदर से ऊँची छलांग हो आपकी!
चली जाती है वो ब्यूटी पार्लर में यूं,
उनका मकसद है मिशाल-ए-हूर हो जाना,
अब कौन समझाये इन पागल लड़कियों को,
मुमकिन नहीं किशमिश का अंगूर हो जाना!न जाने कब कोई अपना रुठ जाये,
न जाने कब कोई अश्क आँखों से छूट जाये,
कुछ पल हमारे साथ भी,
मुस्कुरा लिया करो ऐ दोस्त,
न जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाये!दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने,
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने,
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में,
ये घर बैठा लड़की का बाप क्या जाने!सितारों में आप हवाओ में आप,
फिज़ाओ में आप बहारो में आप,
धूप में आप,छाओं में आप,
सच ही सुना है कि बुरी,
आत्माओं का कोई ठिकाना नहीं होता!इश्क में हम तुम्हें क्या बताएं,
किस कदर चोट खाए हुए हैं,
मारा था बाप ने कल उसके,
आज फिर भाई आये हुए हैं!आपकी सूरत मेरे दिल में,
ऐसे बस गयी है,
जैसे छोटे से दरवाजे में,
भैंस फंस गयी है!नींद आती है तो एक ख्वाब आता है,
ख्वाब में इक लड़की आती है,
और पीछे उसका बाप आता है,
फिर क्या,
फिर न नींद आती है न ख्वाब आता है!आँखों में आँसू चेहरे पर हँसी है,
साँसों में आहें दिल में बेबसी है,
पहले क्यों नहीं बताया यार कि,
दरवाज़े में ऊँगली फँसी है!नजर न लग जाये आँखों में काजल लगा लो,
हम कहते हैं आँखों में काजल ही नहीं,
हो सके तो,
गले में नीबू मिर्ची चप्पल भी लटका लो!आसमान में काली घटा छाई है,
आज फिर तूने गर्लफ्रेंड से मार खाई है,
मगर इसमें तेरी गलती नहीं है दोस्त,
तू शकल से लगता कालू हलवाई है!ग़म क्या चीज है?
तुम्हें क्या पता गम क्या होता है,
तुम्हें क्या पता गम किसे कहते हैं,
तुम्हें क्या पता गम क्या चीज है,
क्यूंकि,
तुमने तो हमेशा थूक से चिपकाया है!खयाल को आहट की आस रहती है,
निगाह को किसी सूरत की तलाश रहती है,
तेरे बिन कोई कमी नहीं है ऐ दोस्त,
बस गली वाली जमादारनी उदास रहती है!जिसे कोयल समझा वो कौवा निकला,
दोस्ती के नाम पर हौवा निकला,
जो रोकते थे हमें शराब पीने से,
आज उन्हीं की जेब में पौवा निकला!ये बारिश का मौसम बहुत तड़पाता है,
वो बस मुझे ही दिल से चाहता है,
लेकिन वो मिलने आए भी तो कैसे,
उसके पास न रेनकोट है और ना छाता है!ताज महल क्या चीज है,
हम इससे भी अच्छी इमारत बनवा देंगे,
शाहजहां ने मुमताज़ को मुर्दा दफनाया था,
हम तुझे ज़िंदा ही दफना देंगे!मीठी मीठी यादों को पलकों पे सजा लेना,
साथ गुज़रे लम्हों को दिल में बसा लेना,
मैं तो बरसों का प्यासा हूँ, ‘फराज़’,
बिजली आ जाये तो याद से मोटर चला देना!ये कलयुग हैं साहब,
यहाँ भीड़ को रश कहते हैं,
और जो भीड़ में पसंद आ जाए,
उसे क्रश कहते हैं!आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में,
बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में,
मगर ये दिलरुबा नहीं समझती,
वो तो गोल गप्पे और पपड़ी,
खाती फिरती है बाज़ार में!यहाँ हर एक आशिक की,
कुछ यूँही हैं कहानी,
मजनू चाहती लैला को,
और लैला किसी और कि दीवानी हैं!धोखा मिला मुझें प्यार में,
ज़िंदगी पूरी उदास हो गई,
सोचा आग लगा देंगे इस दुनिया को,
कमबख्त वैसे ही कॉलोनी में कोई दूसरी आ गई!जब तिरछी नजरों से उसने देखा,
हम तो मदहोश ही हो गए,
जब पता चला उनकी नजरें ही तिरछी हैं,
हम तो पूरी तरह बेहोश हो गए!इश्क़ के चर्चे काफी सारे हैं,
हुस्न के पर्चे भी काफी सारे है,
इश्क़ करने से पहले समझ लेना,
क्योंकि इसमें खर्चे भी काफी सारे है!मेरे प्यार को बेवफाई का इनाम दे गई,
मेरे दिल को अपनी यादों का पैगाम दे गई,
मैंने कहा मेरे दिल में दर्द है तेरे बिना,
तो वो जाते-जाते झंडूबाम दे गई!नज़रें मिली तो बेख्याल हो गए,
नज़रें झुकी तो सवाल हो गए,
और इतना घुमाया उसे प्यार में,
शॉपिंग कराते कराते कंगाल हो गए!दोस्तो हम उन्हें मुड़ मुड़कर देखते रहे,
और वो हमें मुड़-मुड़ कर देखते रहे,
वो हमें हम उन्हें, वो हमें हम उन्हें,
क्योंकि परीक्षा में न उन्हें कुछ आता था न हमे!जीवन में मुश्किलो को ऐसे नज़रअंदाज़ कीजिये जैसे…
गोलगप्पे वाले को उसके काले-काले हाथो से आलू!
बेटा पढ़ाई कैसी चल रही है,
बस अंकल चलते चलते बहुत दूर चली गई मुझसे!!सभी लड़के बोलते है की वो single हैं…
सभी लड़कियाँ भी यही कहती हैं कि वो भी single हैं…
तो सालो क्या aliens आते हैं Valentine’s Day मनाने के लिए!और बोलो मोदी जी देश में नहीं रहते…
महीना भर कहीं नहीं गए…
अब पड़ गयी ठण्ड दिल में!कुछ लोगों को अब ये टेंशन हो रही है कि मोदी जी कहीं
”सोने” को “लोहा” न घोषित कर दें।यदि आपको लगे क आपकी इज्जत कम हो गई
तो तुरंत किसी की लूट लें,मेरी हर गलती, ये सोच कर माफ़ कर देना दोस्तों
कि तुम कौन से शरीफ़ हो??मन में आता है के सब कुछ छोड़ कर सन्यासी हो जाऊँ…
फिर उस लड़की का ख़याल आ जाता है
जो मुझे पति रूप में पाने के लिए 6 सोमवार का व्रत कर रही होगी!खुद के पास गर्लफ्रेंड नहीं होगी फिर भी दुसरो को गर्लफ्रेंड पटाने के नुस्खे देते है,
ऐसे हैं हमारे दोस्त!काट लेती है… हमारी वाली तो हमारे लिए अपने नाखुन भी ना काटे
हम शरीफ बच्चे हैं जनाब!! जब तक माँ जागने के लिए न बोले
मज़ाल है जो अपनी आँख भी खोल दें!खुशकिस्मत होते हैं वो लड़के जिनकी girlfriend
उनके लिए अपने हाथ की नस काट लेती है…अच्छा लगा ये सुनकर की आज कल के लड़के प्यार में दिल टूटने पर Suicide नहीं करते है…
बलकि भाड़ में जा चुड़ैल बोलकर आगे बढ़ते हैं!इश्क का समन्दर भी क्या समन्दर है…
जो डूब गया वो ‘आशिक’, जो बच गया वो ‘दिवाना’
और जो तैरता ही रह गया वो ‘पति’।शहर में इतने स्कूल हो गए हैं, कि ऑफिस के लिए कोई भी शर्ट खरीदो,
किसी ना किसी स्कूल यूनिफार्म से मैच हो ही जाते है।सौ टके की बात करने जा रहा हूँ गौर फरमाइये~
लड़की की हँसी और कुत्ते की ख़ामोशी पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए…!!!वो इश्क़ में यारो … कमाल कर बैठी,
लिख कर “I love यू” send to all कर बैठी !रात भर मुझे इस बात ने सोने नहीं दिया,
की जिंदगी तो बस 4 दिन की है,
और Internet Pack मैंने 30 दिन का करवा लिया!Bear type लड़की को Barbie Doll और
भूतनी जैसी शक्ल की लड़की को Cute बोलेंगे,Psychology में P साइलेंट होता है…
और उसने इसे Pyaar में अप्लाई कियाअब हम अच्छे दोस्त हैं!
लोग कहते हैं अगर तुम दिल से आँख बंद करोगे तो,
जो तुमसे प्यार करता है वो सामने आ जाएगा!किसी ने मुझे बताया कि पक्षियों के लिए पानी रखने से अच्छी पत्नी मिलती है,
तब से पक्षियों के लिए कटोरी में रूआबजा रखने लगा हूँ!मैंने उसे बताया था कि…
आजकल प्राईवेट स्कूल की मैडम की उम्र इतनी कम हो गई है,
कि बच्चे सीधे पटाने के जुगाड़ में लग जाते हैं!दुनिया में हर इंसान का अलग नाम है,
लेकिन जब हम भीड़ में आवाज लगाते हैं “अबे कमीने”
कसम से 10 में से 8 लोग पलटकर देखते हैं!जब बेहद प्यार हो चुका था,
तब उसने बताया कि ये DP मेरी नहीं है!रोड पर जाॅगिंग करने वाले हम जैसे बंदों को सबसे ज्यादा,
खतरा उन आंटियों और कन्याओं से होता है
जो सुबह-सुबह ड्राइविंग में PHD करने निकलती हैं!मैं एक कुत्ता भी Follow कर लूँ तो
मम्मी-मम्मी चिल्ला कर भागती है!चावला बनकर ही यहाँ से निकलूंगी,
लेकिन निकलती है किसी की भाभी बनकर!लड़कियों को Facebook, Twitter, Instagram पर 1000+ Followers चाहिए और Reality में…0
मेरी वाली शायद ज्यादा ही गरीब है…
इसलिए वो ना तो व्हाट्सएप्प पर है, ना फेसबुक पर, और ना ही ट्विटर पर…
लगता है “अनपढ़” भी है बेचारी!पहली बार College जाने वाली लड़कियाँ यही सोचती हैं,
अब तो कल्पना… वो relationship ही क्या जिसके End पे
दोनों एक दूसरे को Whatsapp और FB पर BLOCK ना कर दें…अगर कोई लड़की कभी भाई बोल दे तो घबराना मत,
एक थप्पड़ लगाकर बोलो इधर क्या कर रही हो घर जाओ!!जो लड़कियाँ बात-बात पर अपने भाई से पिटवाने की धमकी दिया करती हैं…
उनके भाई खुद अपनी गर्लफ्रैंड के भाई से डर-डर के जी रहे होते हैं!तेरी दुनिया में कोई गम ना हो,
तेरी खुशियाँ कभी कम ना हो,
भगवान तुझे ऐसी आइटम दे,
जो चिकनी चमेली से कम ना हो!भूकंप से डर नहीं लगता साहिब,
डर तो सिर्फ इस बात का है कि कहीं jio के tower ना गिर जाए!रोज-रोज कहाँ से लाऊँ एक नयी ID,
इन Block करने वाली लड़कियों ने तो मजाक बना रखा है!दोस्तों हम उन्हें मुड़-मुड़कर देखते रहे,
और वो हमें मुड़-मुड़कर देखते रहे,
वो हमें, हम उन्हें…वो हमें, हम उन्हें…
क्योंकि परीक्षा में न उन्हें कुछ आता था न हमे।तुम्हारी शायरी बड़ी है फाइरी,
Wah Wah… Wah Wah…
दिल करता है जल जाये
तुम्हारी शायरी वाली डायरी।अर्ज़ किया है –
आँखों में नमी थी,
और विटामिन की कमी थी।
वाह !! वाह !!
जिससे रात भर Chatting की वो,
girlfriend की मम्मी थी।तुम्हारी याद दिल से जाने नहीं देंगे,
तुम्हारे जैसा दोस्त खोने भी नहीं देंगे।
रोज़ शराफत से SMS किया करो,
एक कान के नीचे देंगे और रोने भी नहीं देंगे।ज़ोर से चली हवा और उड़ गए आप,
रुक गयी हवा और गिर गए आप।बहार आने से पहले फ़िज़ा आ गयी,
और फूल खिलने से पहले बकरी खा गयी।इतना मुझे SMS करते हो,
पैसे नहीं लगते तुम्हारे
या मुझपे मरते हो।सबको खुश रखना
जिंदा मेंढको को तराजू में तोलने जैसा मुश्किल काम है,
एक को बैठाओ तो दूसरा कूद कर भाग जाता है।खुश रहा करो उनके लिए जो तुम्हें
खुश नहीं देखना चाहते।जब तिरछी नजरों से उन्होंने हमको देखा,
तो हम मदहोश हो गए
जब पता लगा उनकी नजर ही तिरछी है तो
हम बेहोश हो गए।आज का ज्ञान
अगर आप चाहते हैं कि सब लोग आपको हमेशा अच्छा कहें
तो अपना नाम ही “अच्छा” रख लें, दूसरा कोई रास्ता नहीं है।पहले लोग नाराज होते थे तो घर आना बंद कर देते थे,
अब नाराज होते हैं तो ऑनलाइन आना बंद कर देते हैं,
हरकत वही सोच नहीं।तुझे प्रेम के वो अक्षर ढाई मिले
खुशियां सदा तेरे घर में छायी मिले
ये मेरी दिल से दुआ है तेरे लिए
मेरे दोस्त तुझे पूतना जैसी लुगाई मिले !!सुन बहाने ज़रा कम बनाया कर
ऐ दोस्त किये वादे निभाया कर
और मैं नहीं मेरी माँ कहती है ये
अबे तू तीज-त्योहारों पे तो नहाया कर।मेरे पास भी 1 Lembo होनी चाहिए,
Team में मुझे धोनी चाहिए,
बंदर सी शकल और गधे सी अकल
और कहता है मुझे Sunny Leone चाहिए।तुझे दोस्त कहूँ या कुरकुरा,
तू टेढ़ा है पर साले मेरा है !!तू टिक टोक की रानी मैं फेसबुक का राजा
मिलना है तो फेसबुक पे आजा!तुझे ऊपर वाले ने बनाया क्यों होगा
बनाकर ज़मीन पर लाया क्यों होगा
अब तक सोच रहा हूँ मैं ये
तुझे मेरा दोस्त बनाया क्यों होगा!!जिसको शुगर है कृपया वो लोग सब्र का करें
क्योंकि सब्र का फल मीठा होता है।माफ़ करो परमेश्वर ये भारी भूल हमारी है
शादी कर ली जिससे हमने वो तो निर्धन नारी है।दिल में बहुत दर्द है डॉक्टर के पास गया
डॉक्टर ने गर्लफ्रेंड की कमी बताई।
शादी के पहले मां ने बेटी को सलाह दी:
बेटी ध्यान रखना कि यदि पति पहली बार रूठे तो रब रूठे,
दूसरी बार रूठे तो दिल टूटे,
तीसरी बार रूठे तो जग छूटे,
और अगर बार-बार ही रूठता ही रहे तो…
निकाल डंडा मार साले को, जब तक डंडा न टूटे..!फूलों को फूल पसंद है, दिलों को दिल पसंद है,
शायर को शायरी पसंद है,
किसी की पसंद से हमें क्या,
हमको तो बस आपकी गर्लफ्रेंड पसंद हैं।पती: तुम्हीं मेरी साधना हो, तुम ही मेरी आराधना हो,
तुम ही मेरी कल्पना हो, तुम ही मेरी कविता हो…!
तो पत्नी भी भावुक होकर:
तुम ही मेरे रमेश हो
तुम ही मेरे दिनेश हो,
तुम ही मेरे महेश हो और
तुम ही मेरे गाँव वाले सुरेश हो…!दूर से देखा तो संतरा था,
पास गया तो भी संतरा था,
छिल के देखा तो भी संतरा था,
खा के देखा तो भी संतरा था।
वाह! क्या संतरा था।हसीनों से मिलें नज़रें अट्रैक्शन हो भी सकता है,
चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है,
हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना,
ये अंग्रेजी दवाएं हैं रिएक्शन हो भी सकता है..!भगवान से तो माँग लोगे उसको,
मगर उसके बाप से कैसे माँगोगे!स्कूल के रांझे घुमा रहे हैं अपनी अपनी हीर
और हमारा दिल मांगे सूर्यवंशम वाली खीर।प्यार तो हम दोनों ने किया था
मैंने बहुत किया था और
उसने बहुतों से किया था।इश्क अखरोट सा
और दिल के दांत कमजोर
फिर भी कोशिश जारी है।पता नहीं कैसे उसने मुझे छोड़ दिया???
वो कमीनी तो किसी के पांच रूपए भी नहीं छोड़ती थी।दिल के दर्द को जुबां पे लाते नहीं,
हम अपनी आंखों से आसूं बहाते नहीं,
ज़ख्म चाहे कितने ही गहरे क्यों ना हो,
हम डेटॉल के सिवाय कुछ और लगाते नहीं।इस गर्मी की वजह से हालात ऐसे हो गये हैं कि
आजकल तजुरबा लिखा हुआ भी पढ़ने में तरबूजा ही आता है।तेरे प्यार की रौशनी ऐसी है कि
हर तरफ़ उजाला नज़र आता है।
सोचती हूँ घर कि बिजली कटवा दूँ
क्यूंकि बिल बहुत आता है।ज़िंदगी ने दिए हैं बहुत से धोखे
but
कोई बात नहीं its ok।हे ऊपरवाले थोडी महिमा दिखा दे
जो reply ना दे उसके फोन का Display उड़ा दे।उसने कहा मेरे दिल में तेरे लिए कोई जगह नहीं
मैंने कहा दीमाग में रख लो वह तो खाली है।बीवी पर मेरे ऐतबार की हद देख ग़ालिब,
उसके दिन को रात कहा और मैंने पेग बना लिया।ना इश्क़ करो झूठा, ना प्यार करो फर्जी,
आगे नहीं बताऊंगा, मेरा शेर मेरी मर्ज़ी!!समन्दर से कह दो अपनी मौजें संभाल के रखे,
जिंदगी में तूफान लाने के लिए बीवी ही काफी है।कितना अजीब शख्श है बीवी पे फिदा है,
उस पे ये कमाल है कि अपनी पे फिदा है।न मुझे किसी का दिल चाहिए,
न मुझे जमाने से कोई आस है,
जो अपनी गर्लफ्रेंड की पप्पी दिलवा दे,
मुझे बस ऐसे दोस्त की तलाश है।सफर लंबा है, दोस्त बनाते रहिए
दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहिए
ताजमहल न बनाइए महंगा पड़ेगा,
मगर हर तरफ मुमताज बनाते रहिए..!अभी धूप निकलने के बाद भी जो सोया है,
वो तेरी याद में रात भर रोया है…!यारो मेरे मरने के बाद, आँसू मत बहाना…
यारो… मेरे मरने के बाद, आँसू मत बहाना…
ज़्यादा याद आए, तो ऊपर चले आना…!वो इश्क़ में यारो कमाल कर बैठी,
लिख कर “I love you” send to all कर बैठी..नजर मिला कर मेरे पास आकर लुट लिया,
नजर हटी ही नहीं थी कि फिर मुस्कुरा कर लुट लिया..!रहिमन कूलर रखिये बिन कूलर सब सून,
कूलर बिना ना किसी को गर्मी में मिले सुकून..!इस क़दर था खटमलों का चारपाई में हुजूम,
वस्ल का दिल से मेरे अरमान रुख़्सत हो गया..!तेरा प्यार भी हजार की नोट जैसा है,
डर लगता है कहीं नकली तो नहीं..!मेरी ख़ुशी के लम्हे इस कदर मुख़्तसर हैं फ़राज़,
अभी मुजरा शुरू ही हुआ था के छापा पड़ गया..!गर्लफ्रेंड २-4 होनी चाहिए…
एक तो डायन भी थी..!कितना शरीफ शख्श है बीवी पे फ़िदा है,
उस पे ये कमाल है कि अपनी पे फ़िदा है..!दिल से कभी मुझे याद किया करो,
इतना गैर न समझो, call नहीं तो कम से कम Miss call तो कर लिया करो..!जिंदगी मे तुम इस तरह हो जैसे बहार आये,
प्यार इस तरह किया कि हमारे जीवन मे गुलझार आई..!जो सवाल रहते है निगाहो से दूर,
साले वही सवाल कंपलसरी होते है!क्यों बरसों से जुदाई का गम लैला और हीर सह रही हैं,
जरा अपना रुमाल तो देना मेरी नाक बह रही है..!खुश हम ऐसे हुये कि बसंत कि बहार आया..!
तुमने धोखा इस तरह दिया कि दिल में heart attack आया..!सोचा था हर मोड पर तुम्हारा इंतजार हम करेंगे,
मगर कम्बख्त सड़क ही सिधी निकली..!जहां से तेरी बादशाही खत्म होती है,
वहां से मेरी नवाबी शुरू होती है..!गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल,
ये प्यास किसी की लेने से बुझेगी तेरे बरसने से नहीं..!!तारीफ के काबिल हम कहां, चर्चा तो आपकी चलती है!
सब कुछ तो है आपके पास, बस सींग और पूंछ की कमी खलती है!इतना खुश नसीब तो हम भी ना थे,
हमारी तकदीर में सितम कम ना थे..!
फिर भी हम खुदा को इतना क्यों भा गए,
कि बन कर दोस्त आप ही फिरसे हमारे जिंदगी में आ गए..!हम तनहा ही चले थे ज़िंदगी का दही जमाने,
बूंदियां मिलती गयी रायता बनता गया।हमने तो तेरे इश्क़ में रो रो कर दरिया बहा दिए,
तू इतना बेवफा निकला कि हम उस दरिया में नहा लिए..!मासूम सी मोहब्बत का फ़राज़ बस इतना सा फ़साना है..
अम्मी घर से निकलने नहीं देती और मुझे डेट पर जाना है..!कभी मुर्गा तो कभी बत्तख बना देता है,
पता नहीं ये मास्टर मुझसे किस बात का बदला लेता है..!दोस्त रूठे तो रब रूठे फिर रूठे तो जग छूठे अगर फिर रूठे तो दिल टूटे,
और अगर फिर रूठे तो निकाल जूता मार साले को जब तक जूता न टूटेबागों के सारे फूल गिर जातें है जब तू आती है,
अंधी है क्या देख कर चला कर गमलो से क्यों टकराती है..!पगली प्यार दिखाएगी तो प्यार पाएगी
एट्टीटुड दिखाएगी तो थप्पड खाएगी..मैं झुक गया तो वो सज़दा समझ बैठे,
मैं तो इन्सानियत निभा रहा था, वो खुद को ख़ुदा समझ बैठे..जिंदगी में सिर्फ ‘पाना’ ही सबकुछ नहीं होता,
उसके साथ नट-बोल्ट भी चाहिए..!मै शायर हूँ अर्ज करता हूँ एक शायरी,
सुनलो सब मैं इतनी भी नहीं हूँ बुरी,
वरणा मर्डर कर दूंगा मेरे पास है छुरी..!
साला ये परीक्षा के रिश्ते भी अजीब होते है,
लास्ट बेंच वालों के ही नसीब अच्छे होते है!चाँद को तोड़ दूंगा… सूरज को फोड़ दूंगा…
तू एक बार हाँ कर दे पहले वाली को छोड़ दूंगा..!लगता है बारिश को भी कब्ज़ हो गयी है।
मौसम तो बनता है पर आती नहीं..!अर्ज किया है…
वो तुम्हें Dp दिखाकर गुमराह करेगी,
आपकी सूरत मेरे दिल में ऐसे बस गयी है,
जैसे छोटे से दरवाजे में भैंस फंस गयी है..।है हसरत कि हो ऐलान एक दिन,
कि हजरात-ए-इश्क इंतकाल कर गए..!गा तो हम भी सकते है अगर आवाज हो तो,
बजा तो हम भी सकते है अगर ढोलकी हो तो..!कौन कहता है ताजमहल शाहजहान ने बनाया,
बना तो हम भी लेते अगर मुमताज हो तो..!हमें उसी दिन से WhatsApp से नफरत हो गई गालिब,
जब बाल कटवाने के लिये admin ने चंदा मांग लिया..!किस किस के नाम लें अपनी बरबादी में,
बहुत लोग आये थे दुआ देने शादी में..!तेरा प्यार पाने के लिये मैंने कितना इंतजार किया,
और उस इंतजार में उसने कितने लोगों से प्यार किया…!जिंदगी में अगर दुख ना हो तो खुशियों का क्या मजा
और अगर ऑफिस में बॉस ना हो, तो छुट्टियों का क्या मजा!जिंदगी में असली स्ट्रेस तब आता है
जब आपके मोबाइल की बैटरी 1% हो
और गर्लफ्रेंड का फोन आ जाए!जिंदगी एक बार ही सही
लेकिन ऐसे शख्स से जरूर मिलाती है
जो तुम्हारी अच्छी खासी जिंदगी का
सत्यानाश कर देता है!
खैर, वो तुम नहीं हो दोस्त!ए-मेरे दोस्त तुम कुछ और साल
मेरे लिए सलामत रहना है
क्योंकि मुझे अपनी शादी में
तुझसे नागीन डांस जो करवाना है!
कौआ क्या जाने क्या सुर है क्या साज
बंदर क्या जाने अदरक का मिजाज
यही सोचकर यह सुंदर-सा मैसेज
अपने प्यारे दोस्त को भेज रहे हैं आज!मोहब्बत 2 लोगों के बीच का नशा है
जिसे पहले होश आ जाए वो बेवफा है।कुछ लड़कियां तो इतनी सुन्दर होती है
कि मैं मन ही मन में
खुद को रिजेक्ट कर लेता हूं!वो आई थी मेरे कब्र पर
दिया जलाने के लिए
रखा हुआ फूल भी ले गई
दूसरे वाले को पटाने के लिए!सरकारी नौकरी के लिए कोटा
और सुबह हल्का होने के लिए
लोटा बहुत मायने रखता है!चाईनीज मोहब्बत थी
साहब टूट कर बिखर गई
पर दिल हिंदुस्तानी था
एक और पटा ली!क्रश हो या ब्रश वक्त पर बदल लेना चाहिए,
वरना दिल हो या दांत टूट ही जाएगा!गुस्से में उसी का नंबर डिलीट करना चाहिए
जिसका नंबर याद हो वरना बाद में बहुत तकलीफ होती है!डाइटिंग शुरू की है,
अब मैं सिर्फ तस्वीरों में
अच्छा दिखने वाला खाना खाता हूं!जान ही चाहिए थी तो मांग कर लेती,
यूं बिना मेकअप के मेरे सामने क्यों आ गई!ना किसी के ग़म में रोते हैं, और ना किसी की याद में खोते हैं,
हम तो सिंगल लोग हैं जनाब, 1.5 GB खतम करके ही सोते हैं।आपके पास दिमाग है… चलता नहीं वो अलग बात है,
आप स्मार्ट हो… कोई मानता नहीं वो अलग बात है,
काफी इज़्ज़त है आपकी… कोई करता नहीं वो अलग बात है,
आपकी बेइज़्ज़ती हो रही है फिर भी…
आप पढ़ रहे हो “क्या बात है”।ना किसी की क़सम ना किसी का वास्ता,
गोली मारो मोहब्बत को चलो करते हैं नाश्ता।
आप कहें तो क़ायनात की सारी खुशियाँ आप की तरफ मोड़ दूँ,
आप कहें तो चाँद सूरज को भी तोड़ लूँ,
इतना बस है मेरी जान या दो तीन झूठ और बोल दूँ।दिल है अच्छा और दिमाग है कच्चा,
तुम्हारा मैसेज नहीं आ रहा क्या बात है बच्चा।ज़िन्दगी वही जीते हैं… ज़िन्दगी वही जीते हैं,
जो 45 डिग्री में भी चाय पीते हैं।आएँगे हम ऑनलाइन चाहे देर क्यों ना हो जाए,
भेजेंगे तुमको फालतू की रील्स चाहे जेल क्यों ना हो जाए।मेरी मोहब्बतों का कुछ तो ख्याल कर,
मैं उदास हूँ मुझे वीडिओ कॉल कर।हमें अपनो ने लूटा, इतना लूटा इतना लूटा,
कि गैरों की बारी ही नहीं आयी।तेरे चेहरे पर उदासी, आँखों में नमी है,
टाटा नमक का इस्तेमाल करो,
क्योंकि तुम में आयोडीन की कमी है।चाहती है वो हमसे ऐसी चाहत का वादा,
जैसे 5₹ वाला विम बार, घुले कम और चले ज़्यादा।चढ़ गया ना बुखार, लग गई नज़र ज़माने की,
क्या ज़रूरत थी तुम्हें आज, इतने दिनों बाद नहाने की।वह मज़ा नहीं दुनिया के किसी कोने में,
जो मज़ा है सुबह उठकर फिर से सोने में।छोटी छोटी बातों में खुशियाँ तलाश लेता हूँ,
ऑटो में चलता हूँ फिर भी फ़ोन को फ्लाइट मोड पे डाल लेता हूँ।मैं आपको चाँद कह दूँ, लेकिन उसमें भी दाग है,
मैं आपको सूरज कह दूँ, लेकिन उसमें भी आग है,
मैं आपको बंदर कह दूँ, लेकिन उसमें भी दिमाग है।कुछ तो था उसके होठों में, पर न जाने क्यों शर्माती थी,
एक दिन वो खुलकर हँसी, तो पता चला कि मोहतरमा तम्बाकू खाती थी।इश्क़ के नशे में बेकाबू ना बनना,
बाबा बन जाना पर किसी का बाबू ना बनना।नज़र मिले तो उसे “इज़हार” कहते हैं,
रात को नींद ना आए, तो उसे “प्यार” कहते हैं,
और जो इन चक्करों में ना पड़े, उसी को “समझदार” कहते हैं।कब्र का हाल मुर्दा जानता है,
और पथरी का हाल गुर्दा जानता है।अगर तुम मुझसे रूठोगी तो बताऊँ कैसे मनाऊँगा,
आकर तेरे पास एक कान के नीचे लगाऊँगा।अर्ज़ किया है मत ढूँढो मुझे दुनिया की तन्हाई में,
मैं खुद ढूँढ रहा हूँ, हवा किधर से आ रही है रज़ाई में?इतना मजबूर ना कर बात बनाने लग जाए,
हम तेरे सिर की क़सम झूठी खाने लग जायें,
मैं अगर सुना दूँ अपनी जवानी के क़िस्से,
ये जो लौंडे हैं मेरे पाँव दबाने लग जायें।ये कैसी लत थी मुझे उसके दीदार की,
कि इतवार के दिन भी मैं स्कूल चला गया।कैसे मुमकिन था किसी दवा से इलाज ग़ालिब,
इश्क का रोग था माँ की चप्पल से ही आराम आया।बंदा इसलिए शादी करता है कि सुकून से रहे,
जो शादी नहीं करते वह भी इसीलिए शादी नहीं करते,
शादी वह अमल है जिसमें दो लोग मिलकर इस तरह रहते हैं,
कि एक दुसरे को रहने नहीं देते…
वैसे शायरों को ज़रूर शादी करनी चाहिए…
अगर बीवी अच्छी मिल गयी तो ज़िन्दगी अच्छी हो जाएगी,
बीवी अच्छी ना मिली तो शायरी तो अच्छी हो जाएगी।ग़ालिब से एक मित्र ने पूछा आपकी बीवी कैसी है ?
ग़ालिब – जो कभी लिपट जाया करती थी बादलों के गरजने पर,
वो आज बादलों से भी ज़्यादा गरजती है।रोशनी चाँद से होती है सितारों से नहीं,
मेरी कश्ती वहाँ डूबी जहाँ पानी कम था।
मेरा शेर मेरी मर्ज़ी…इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो,
इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो,
एक बात बताओ दोस्त बचपन से ही कमीने हो,
या सूरत ही ऐसी बना लेते हो।आपकी दोस्ती की रोशनी ऐसी है,
हर तरह उजाला ही नज़र आया है,
सोचता हूँ घर की बिजली कटवा दूँ,
और आपकों दीवार पर लटका दूँ।लड़कियों से प्यार न करना क्योंकि…
दिखती हैं हीर की तरह,
लगती हैं खीर की तरह,
दिल में चुभती हैं तीर की तरह,
और छोड़ जाती हैं फ़क़ीर की तरह।
कभी रूठ जाऊ तो मना लेना,
गुस्से से कहूं तो दिल पर मत लेना,
कल क्या पता हम रहे या न रहे,
इसलिए जब भी मैं आपको मिलूं,
तो कभी समोसा, कभी पानी पूरी खिला देना।मोबाइल नंबर एंटर करेंऑफर चेक करें
मुस्कराहट तो हर किसी लड़की की अदा है,
और जो इसे प्यार समझ बैठे
वो सबसे बड़ा गधा है।अर्ज किया है, जरा गौर फरमाइए
ना ही जरुरत है सितारों की,
ना ही जरुरत है फालतू यारों की,
एक दोस्त चाहिए आपके जैसा,
जो वाट लगा दे हजारों की।ए दोस्त हमारी दोस्ती
इतनी गहरी हो
जो तुम्हारी गर्लफ्रेंड हो
उसके साथ शादी मेरी हो।जब तक सूरज चांद रहेगा
तब तक, तेरी बेज्जती करना
मेरा काम रहेगा।मुझे छोड़कर बन गया तू लल्लू
मुझे तो मिल गई एक नई गर्लफ्रेंड
तुझे क्या मिला बाबा जी का ठुल्लूमुसीबत का सिरप हो तुम,
टेन्शन का कैप्सूल हो तुम,
आफत का इंजेक्शन हो तुम,
पर करें क्या आखिर?
क्योंकि दोस्ती का ऑक्सीजन हो तुम।कुछ तो था उसके होठों में,
पर न जाने क्यों शर्माती थी,
एक दिन वो खुलकर हँसी,
तो पता चला कि मोहतरमा तम्बाकू खाती थी।प्यार करने की अपनी एक रीत है,
प्यार का दूसरा नाम ही तो प्रीत है,
इसलिए ट्राई मारो हर लड़की पर क्यों की
डर के आगे जीत है।ऐसी वाणी बोलिए जमकर झगड़ा होए,
पर उससे ना बोलिए जो आपसे तगड़ा होए।गुजरूँगा तेरी गली से अब
गधे लेकर क्योंकि,
तेरे नखरों के बोझ मुझसे
अब उठाए नहीं जाते।कुछ मोहब्बतें इसलिए भी जुदा हो जाती हैं,
क्योंकि 11th क्लास पहुँचते ही मैथ्स,
बायो और कॉमर्स अलग अलग हो जाते हैं।लगता है बारिश को भी कब्ज़ हो गयी है,
मौसम बनता है पर आती नहीं।हम पे मर के मुन्नी बदनाम हो गयी,
हम पे मर के मुन्नी बदनाम हो गयी,
अकेले हो गए थे मुन्नी के बिना
ये अच्छा हुआ कम्ब्खत शीला
टाइम पे जवान हो गयी।सरकार ने लगा दिया पोलीथीन पे बेन,
सरकार ने लगा दिया पोलीथीन पे बेन
तेरे मस्त मस्त दो नैन मेरे दिल का ले गए चैन।अगर तुम मुझसे रूठोगी तो
बताऊँ कैसे मनाऊँगा,
आकर तेरे पास एक कान के
नीचे लगाऊँगा।पति बेचारा करवाचौथ का
उपवास बन कर रह गया है
एक दिन रखा और तोड़ दिया।हो गए हुस्न के तेवर नुकीले हो गए,
हम इज़हार करने में रह गए,
उधर उनके हाथ पीले हो गए।मोहब्बत के हर रास्ते में दर्द ही दर्द मिलेगा,
मैं सोच रहा हु उस रास्ते पर,
मेडिकल खोल लू मस्त चलेगा।हमको समुन्दर का खौफ ना दो यारों,
हमने हँसते गालों में भी भंवर देखे हैं।अर्ज़ किया है मत ढूँढो
मुझे दुनिया की तन्हाई में,
मैं खुद ढूँढ रहा हूँ,
हवा किधर से आ रही है रज़ाई में।मेरी हर गलती, ये सोच कर
माफ़ कर देना दोस्तों,
कि तुम कोन से शरीफ़ हो।जो देते है गर्ल को तोफहे
वही लगाते है उनकी शादी में सोफे
जो जाते है उनके पीछे
वो आते है कारो के नीचे
जो कहते है उनको जानू
वही बनते है उनके बच्चो के मामू।इश्क के इलेक्शन का
उम्मीदवार बनना था मुझे
कम्बख्त ने “भाई’ कह कर
निर्वाचन आयोग बना दिया।मोहब्बत के चर्चे बहुत हैं यारों,
हुस्न के पर्चे बहुत है यारों,
मोहब्बत करने से पहले सोच लेना,
क्योंकि इसमें खर्चे बहुत है यारों।बिना बात की लड़ाई,
और मेडिकल की पढ़ाई,
अकसर लड़कियां ही करती हैं।मोहब्बत और कुछ करे या ना करे,
मोबाईल जरूर साईलेंट करवा देती है।ख़त लिखता हूँ खून से
स्याही ना समझना,
किसी मरीज़ का सैंपल आया था
मेरा न समझना।तूम बहुत खूबसूरत हो
आंखों में काजल लगाया करो,
मैं तो कहता हूँ आंखों में काजल ही नही,
गले मे नीबू मिर्ची और
चप्पल भी लटकाया करो।रोज रात को भीष्म पितामह की तरह सुबह
जल्दी उठने की प्रतिज्ञा लेकर सोता हूँ
पर पता नही सुबह कुम्भकरण की आत्मा
शरीर में प्रवेश कर जाती हैं।बरसात की रात भीगी लड़की, भीगा बदन,
भीगी जुल्फें, भीगे होंठ,
नजरे मिली मैंने सोचा, कल उसे
100 परसेंट जुकाम होगा।मोबाइल लेने के बाद और
शादी करने के बाद,
एक ही अफसोस होता है की
थोड़ा सब्र कर लेते तो
अच्छा माल मिल जाता।चली जाती है ब्यूटी पार्लर में यूँ,
उनका मकसद है मिसाल-ऐ-हूर हो जाना,
अब कौन समझाए इन लड़कियों को,
मुमकिन नहीं किशमिश का फिर से अँगूर हो जाना।सुन पगली तुझको खबर नहीं
मगर एक बात सुन ले
बरबाद कर दिया है,
तेरे दो दिन के प्यार ने।उसने जिस-जिस जगह रखे कदम,
हमने वो जमीन चूम ली,
और वो बेवफा घर आकर कहती है,
आपका लड़का मिट्टी खाता है।वो Hi भी बोलेगी,
वो बाय भी बोलेगी,
वो लड़की है जनाब ज्यादा
चिपकोगे तो भाई भी बोलेगी।तेरे प्यार में बन गया बफर का गोला,
तेरे प्यार में बन गया बफर का गोला,
और वो बेवफा आके बोली,
ठंडा मतलब कोका कोला।दिखता नही मेरा प्यार
दिल की कच्ची हो क्या,
हर बात पर Hmm बोलती हो,
छोटी बच्ची हो क्या।तुमको देखेगे सितारे तो स्याह मांगेगे,
और प्यासे तेरी जुल्फों से घाटा मांगेगे,
अपने कंधे से दुपटे को ना सरकने देना,
वरना बूढ़े भी जवानी कि दुआ मांगेगे।चांद को मिल गई चांदनी
तो सितारों का क्या होगा,
मोहब्बत एक से कर ली तो,
बाकी हजारों का क्या होगा।लगता है खुदा ने दिल बनाने का
कॉन्ट्रेक्ट चाईना को दे दिया है,
आज कल टूट बहुत रहे है।आज कल व्हाट्सप्प पर
वो लोग एडमिन बने हुऐ हैं,
जो स्कूल टाइम में दो दो
घण्टे मुर्गा बना करते थे।फूल है गुलाब का
नशा है शराब का
हमारा तो कट गया
अब कटेगा आपका।उसने कहा मेरे इश्क़ में
तुम फना हो जाओ,
मैंने कहा मुझे नीद आ रही है
तुम दफा हो जाओ।जली को आग कहते हैं,
बुझी को राख कहते हैं,
और जो मेरे दोस्तों के पास नही है,
उसे दिमाग कहते हैं।इश्क़ करो वफ़ा करो फिर भी वो भाव खाए,
तो उसे अपनी जिंदगी से दफा करो।
| पुस्तक का विवरण / Book Details | |
| Book Name | फनी शायरी ऑनलाइन पढ़े | Funny Shayari PDF Download |
| Category | Best Shayari PDF Books in Hindi |
| Language | हिंदी / Hindi |
| Pages | 75 |
| Quality | Good |
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“ज़िंदगी तो कुल एक पीढ़ी भर की होती है, पर नेक काम पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है।” – जापानी कहावत
“Life is for one generation; a good name is forever.” -Japanese Proverb
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